प्रयागराज : आतंकी हमले में शहीद जवान महेश कुमार यादव का पार्थिव शरीर गांव पहुंचते ही पूरा गांव रो उठा. शहीद को आखिरी श्रंद्धाजलि देने के लिए लोगों का तांता लगा रहा. शहीद के घर जन सैलाब उमड़ा हुआ है. ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए महेश के पिता ने कहा कि जब तक महेश के दोनों बेटों की जिम्मेदारी सरकार नहीं लेगी तब तक महेश का अंतिम संस्कार नहीं होगा.
उनका बेटे ने देश के लिए जान की आहुति दी है, सरकार उनकी मांग पूरी करे. शहीद का पार्थिव शरीर जैसे ही गांव पहुंचा, वैसे ही गांव के लोगों में कोहराम मच गया. गांव में शहीद को देखने के लिए जन सैलाब उमड़ गया. हर कोई शहीद को नम आंखों से अलविदा कहा. गांव के लोग देश का झंडा लेकर पहुंचे और शहीद के जयकारे लगाए.
समाजवादी संसद नागेंद्र पटेल ने कहा कि वो प्रयागराज के लाल शहीद महेश यादव देश के लिए अमर हुए हैं. उन्होंने पूरे गांव का नाम रोशन किया है. दुःख इस बात की है कि शनिवार को प्रयागराज में सीएम योगी और उप राष्ट्रपति दौरे पर हैं, लेकिन अब तक कोई सरकार की तरफ से कोई नेता शहीद से मिलने नहीं आया है. समाजवादी सरकार जब सत्ता में थी तो शहीद की पार्थिव शरीर उठाने से पहले ही पार्टी 50 से 25 लाख तक का चेक दिया करती थी. आज भी समाजवादी पार्टी हर तरह से शहीद के साथ है.
मांग पूरी हो, तभी होगा अंतिम संस्कार
शहीद के पिता राज कुमार यादव ने कहा कि उनके बेटे के दो बेटे हैं समा और समीर, उनकी पूरी जिम्मेदारी सरकार ले. उनकी मांग है शहीद महेश यादव के नाम से एक स्कूल और पेट्रोल पंप सरकार दे. साथ ही परिवार में नौकरी. जब तक लिखित रूप में सरकार की तरफ से मांग पूरी नहीं होती, तब तक उनका अंतिम संस्कार नहीं होगा. जब सीएम प्रयागराज में हैं तो उनके बेटे से मिलने आएं.