प्रयागराज : कुंभ मेले में होने वाले मौनी अमावस्या के स्नान का असर शनिवार सुबह से ही दिखने लगा है. देश के कोने-कोने से आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ अपने चित्त परिचितों के शिविरों में पहुंचने लगे हैं. यह श्रद्धालु आने वाली 4 फरवरी को मौनी अमावस्या के दिन संगम में डुबकी लगाएंगे.
कुंभ मेला क्षेत्र के सेक्टर 15 और 16 में स्थित अखाड़ों के शिविरों में उनके अनुयाई और साधु संतों से शिविरों में भारी भीड़ जमा हो गई है. संगम पहुंचने वाले त्रिवेणी मार्ग और तुलसी मार्ग से श्रद्धालुओं की अच्छी खासी भीड़ दिख रही है. कल कुंभ मेला के एडवाइजरी जारी करने के बाद श्रद्धालु शनिवार दोपहर तक कुंभ मेला में अपनी बड़ी गाड़ियों से प्रवेश पा सकेंगे साथ ही शाम से किसी भी तरह की गाड़ियों का प्रवेश कुंभ मेला क्षेत्र में बंद कर दिया जाएगा.
स्वास्थ्य सेवा और खाद्यान्न दूध की गाड़ियों को छोड़कर बाकी कोई भी गाड़ी मेला क्षेत्र में नहीं प्रवेश करेगी. सुरक्षा के मद्देनजर भारी भीड़ को देखते हुए मेले की सभी 20 सेक्टरों में ग्रीन कॉरिडोर का निर्माण कराया गया है, जहां पर आपात स्थिति में गाड़ियां तुरंत घटनास्थल पर पहुंच सकेंगी.
संगम घाट पर स्नान के दबाव को देखते हुए घरों की संख्या में भी बढ़ोतरी की गई है. साथ ही साथ घाटों पर कोई घटना न हो इसके लिए घाटों को लंबा और बैरिकेडिंग लाइन से गहरे पानी में जाने से रोकने की व्यवस्था की गई है.