अलीगढ़: पुलिसिया सिस्टम के मकड़जाल में फंसकर हताश युवक की उम्मीदों ने दम तोड़ दिया. युवक ने मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ से मिलकर न्याय की गुहार लगाई थी. पुलिस की चौखट पर भी कई बार दौड़ा. सांसद सतीश गौतम के पास भी पहुंचा, लेकिन कहीं उसे राहत नहीं मिली. शनिवार शाम को सांसद के कार्यालय पर युवक ने खुद को आग लगा ली.
क्या है पूरा मामला-
- थाना क्वार्सी के निधिवन कॉलोनी के रहने वाले पवन की अपने पड़ोसियों से कुत्ते को लेकर झगड़ा हो गया था.
- इसके बाद पड़ोसियों ने पवन के साथ घर में घुसकर मारपीट की थी.
- दो जून को पीड़ित पवन ने थाना क्वार्सी में धारा 452, 323, 504, 506 और धारा 307 में मुकदमा दर्ज कराया.
- पीड़ित का आरोप है कि थाने की पुलिस ने धारा 307 हटाते हुए आरोपियों का धारा 151 में चालान कर छोड़ दिया.
- वहीं पवन पर उसके पड़ोसी ने क्रास एफआईआर करा दी.
- पीड़ित का आरोप है कि जब उसने थाने के दारोगा से सवाल किया तो थाना क्वार्सी की पुलिस ने जेल में डालने की धमकी देते हुए उसे भगा दिया.
- इसके बाद वह थाना, पुलिस चौकी, सांसद के पास दौड़ता रहा.
- इतना ही नहीं उसने लखनऊ में मुख्यमंत्री तक से अपनी पीड़ा बयां की, लेकिन आश्वासन के सिवाए कुछ नहीं मिला.
न्याय की आस लेकर पवन शनिवार को एक बार फिर सांसद सतीश गौतम के पास पहुंचा. थाना क्वार्सी पुलिस की शिकायत के लिए सांसद की चौखट पर इंतजार भी किया, लेकिन जब वह हताश हो गया तो कैरोसिन का तेल डाल कर खुद को आग लगा लिया.
घटना की जानकारी जैसे ही सांसद कार्यालय में मौजूद लोगों को हुई तो आनन-फानन में भीड़ एकत्रित हो गई और पवन को आग से बचाया गया. पवन को मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया है, जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है.
मौके पर सांसद सतीश गौतम, एसएसपी आकश कुलहरि भी पहुंचे. एसएसपी आकाश कुलहरि ने धारा 307 क्यों हटाई इस पर क्षेत्राधिकारी से रिपोर्ट मांगी है. मामले में विवेचना करने वाले दारोगा से भी रिपोर्ट मांगी गई है. एसएसपी ने दोषी पाएं जाने पर कार्रवाई का आश्वासन दिया है.