ETV Bharat / state

अलीगढ़ की महिला होमगार्डों को नहीं मिल रही ड्यूटी, SSP से की शिकायत

यूपी के अलीगढ़ में महिला होमगार्डों की ड्यूटी नहीं लग रही है, जिसके चलते सभी महिलाएं मानसिक तनाव और आर्थिक तंगी से गुजर रही हैं. इस बात से परेशान कई महिला होमगार्ड एसएसपी कार्यालय पहुंच रही हैं.

etv bharat
महिला होमगार्ड पहुंची SSP कार्यालय
author img

By

Published : Feb 2, 2020, 1:00 AM IST

अलीगढ़: जिले में महिला होमगार्डों की ड्यूटी नहीं लग रही है, जिसके चलते सभी महिलाएं मानसिक तनाव और आर्थिक तंगी से गुजर रही हैं. इस बात से परेशान कई महिला होमगार्ड शनिवार को शिकायत लेकर एसएसपी ऑफिस पहुंचीं. महिलाओं का कहना है कि अगस्त के बाद से उनकी ड्यूटी नहीं लगाई गई है, जिसके चलते वह भुखमरी की कगार पर पहुंच गई हैं.

महिला होमगार्ड पहुंची SSP कार्यालय

महिला होमगार्ड रेखा सक्सेना का कहना है कि हमारी सभी महिलाएं इसी पर आश्रित हैं. कोई ऐसी महिला नहीं है, जिनके यहां कोई गवर्नमेंट जॉब में हो. हमें दो-दो महीने के लिए बैठा दिया जाता है, जिससे हमारी महिलाएं, बहनें बहुत परेशान हैं अपने घर का खर्चा नहीं चला पा रही हैं. बच्चे पढ़ने नहीं जा पा रहे हैं. हम अपनी समस्या लेकर कप्तान साहब के पास आए हैं.

यह भी पढ़ें: निर्भया केस : हाईकोर्ट ने दोषियों, जेल प्रशासन को भेजा नोटिस, मामले की सुनवाई कल

हम सभी महिलाएं ड्यूटी के लिए बहुत परेशान हैं और चार-पांच महीने से तनख्वाह भी नहीं मिल रही है. पहले हम लोगों को ड्यूटी ठीक-ठाक मिलती थी, लेकिन अब कुछ टाइम से हमारी महिलाओं को ड्यूटी नहीं मिल रही है. हमारे विभाग में 55 महिलाएं हैं, जिनमें से कुल 33 महिलाओं को ड्यूटी मिलती है बाकी की 20- 25 महिलाएं बैठा दिया जाता है.

रीता चौधरी, महिला होमगार्ड

हम दो महीने से घर बैठे हैं. मेरे घर में कोई कमाने वाला नहीं है. ड्यूटी हमारी यहां से कम कर दी गई है. हम चाहते हैं ड्यूटी हमको रेगुलर मिलनी चाहिए. कप्तान साहब से मिलने आए हैं.

सुमन शर्मा , महिला होमगार्ड

अलीगढ़: जिले में महिला होमगार्डों की ड्यूटी नहीं लग रही है, जिसके चलते सभी महिलाएं मानसिक तनाव और आर्थिक तंगी से गुजर रही हैं. इस बात से परेशान कई महिला होमगार्ड शनिवार को शिकायत लेकर एसएसपी ऑफिस पहुंचीं. महिलाओं का कहना है कि अगस्त के बाद से उनकी ड्यूटी नहीं लगाई गई है, जिसके चलते वह भुखमरी की कगार पर पहुंच गई हैं.

महिला होमगार्ड पहुंची SSP कार्यालय

महिला होमगार्ड रेखा सक्सेना का कहना है कि हमारी सभी महिलाएं इसी पर आश्रित हैं. कोई ऐसी महिला नहीं है, जिनके यहां कोई गवर्नमेंट जॉब में हो. हमें दो-दो महीने के लिए बैठा दिया जाता है, जिससे हमारी महिलाएं, बहनें बहुत परेशान हैं अपने घर का खर्चा नहीं चला पा रही हैं. बच्चे पढ़ने नहीं जा पा रहे हैं. हम अपनी समस्या लेकर कप्तान साहब के पास आए हैं.

यह भी पढ़ें: निर्भया केस : हाईकोर्ट ने दोषियों, जेल प्रशासन को भेजा नोटिस, मामले की सुनवाई कल

हम सभी महिलाएं ड्यूटी के लिए बहुत परेशान हैं और चार-पांच महीने से तनख्वाह भी नहीं मिल रही है. पहले हम लोगों को ड्यूटी ठीक-ठाक मिलती थी, लेकिन अब कुछ टाइम से हमारी महिलाओं को ड्यूटी नहीं मिल रही है. हमारे विभाग में 55 महिलाएं हैं, जिनमें से कुल 33 महिलाओं को ड्यूटी मिलती है बाकी की 20- 25 महिलाएं बैठा दिया जाता है.

रीता चौधरी, महिला होमगार्ड

हम दो महीने से घर बैठे हैं. मेरे घर में कोई कमाने वाला नहीं है. ड्यूटी हमारी यहां से कम कर दी गई है. हम चाहते हैं ड्यूटी हमको रेगुलर मिलनी चाहिए. कप्तान साहब से मिलने आए हैं.

सुमन शर्मा , महिला होमगार्ड

Intro:अलीगढ़ : महिला होमगार्ड कर्मियों की नियमित ड्यूटी ना लगने से नाराज होकर पहुंची एसएसपी कार्यालय. शहर की पांच नगर कंपनी में 55 महिला होमगार्ड है तैनात. जिनमें केवल 33 महिला होमगार्डों की लग रही है ड्यूटी. मानसिक तनाव और आर्थिक तंगी से गुजर रही है महिला होमगार्ड. लखनऊ मुख्यालय से जानकारी लेने पर सभी होमगार्ड महिलाओं को बताया जाता है नियमित, सभी की लगनी चाहिए रोजाना ड्यूटी.वहीं आज एसएसपी कार्यालय पर पहुंची सभी महिला होमगार्ड शहर की पांच नगर कंपनी में है तैनात.


Body:दरअसल आपको बता दें, जहां एक और सरकार बेरोजगारी खत्म करने की बात कह रही है, वही आज भी दर्जन भर से अधिक महिला होमगार्ड्स खुद को बेरोजगारी की कगार पर देख रही है. शहर की पांच नगर कंपनी में तैनात दर्जनभर महिला होमगार्ड आज एसएसपी ऑफिस पर पहुंची. और कहां कि अगस्त के बाद से उनकी ड्यूटी नहीं लगाई जा रही है. प्रदेश मुख्यालय व कमांडेंट से संपर्क साधा तो पता चला कि कप्तान दफ्तर से ड्यूटी नहीं लगाई गई है. महिलाओं का कहना है कि वह भुखमरी की कगार पर है. वहीं दूसरी ओर आपको बता दें शनिवार को दफ्तर में एसएसपी के न बैठने से मायूस होकर सभी महिला होमगार्ड्स लौट गई है.

महिला होमगार्ड रेखा सक्सैना ने कहां हमारी सभी महिलाएं इसी से आश्रित हैं. कोई ऐसी महिला नहीं है जिनके कोई गवर्नमेंट जॉब हो या बच्चे कोई सर्विस में लगे हुए हो. अभी इसी पर निर्भर है. अब हमें 8-9 महीने से दो - दो महीने के लिए बैठाल देते हैं. जिससे कि हमारी महिलाएं, बहनें बहुत परेशान हैं अपने घर का खर्चा नहीं चला पा रही हैं. बच्चे पढ़ने नहीं जा पा रहे हैं हम क्या करें. इसलिए हम अपनी समस्या लेकर कप्तान साहब के पास आए हैं कि हमारी समस्या का समाधान करें और हमारी सुने. हमारी मांगे हैं कि हमें हर महीने ड्यूटी मिलनी चाहिए क्योंकि हम इसी पर आश्रित हैं.


Conclusion:महिला होमगार्ड रीता चौधरी ने बताया मैं होमगार्ड में ड्यूटी करती हूँ. हमारी सभी महिलाएं ड्यूटी के लिए बहुत परेशान हैं और हमारी महिलाओं को चार-पांच महीने से तनख्वाह भी नहीं मिल रही है. पहले हम लोगों को ड्यूटी ठीक-ठाक मिलती थी, लेकिन अब कुछ टाइम से हमारी महिलाओं को ड्यूटीयां नहीं मिल पा रही है जो इसी के ऊपर डिपेंड है हमारी महिलाएं. न तो किसी के पति कोई सरकारी नौकरी पर है ना कोई बच्चा है. हम जो भी महिलाएं हैं इसी ड्यूटी पर डिपेंड करती है. टोटल हमारे विभाग में 55 महिलाएं हैं, जिनमें से कुल 33 महिलाओं को ड्यूटी मिलती है बाकी की 20- 25 महिलाएं बैठा दी जाती हैं.

महिला होमगार्ड सुमन शर्मा ने बताया ड्यूटी हमको नियमित है ऊपर लखनऊ मुख्यालय से, लेकिन यहां से हमको ड्यूटी एक महीना देते हैं, दो महीना घर बैठा देते हैं. दो महीना देकर दो महीना घर बैठा देते है. चार महीना में दो महीना का रेस्ट मेरा हो चुका है. मेरे घर में कोई कमाने वाला नहीं है. ड्यूटी हमारी यहां से कम कर दी गई है. हम चाहते हैं ड्यूटी हमको रेगुलर मिलनी चाहिए. कप्तान साहब से मिलने आए हैं हम क्योंकि कमांडेंट साहब से हमने कई बार रिक्वेस्ट की है मिले हैं तो वह कहते हैं एसएसपी साहब ने कम की है आपकी ड्यूटी, हमें कुछ नहीं पता भागो यहां से जाइए. हमारी कंपनी में 55 महिलाएं हैं और लगभग 23 -24 महिलाएं हर महीने घर बैठी रह जाती हैं.

बाईट- रेखा सक्सैना, महिला होमगार्ड
बाईट- रीता चौधरी, महिला होमगार्ड
बाईट- सुमन शर्मा, महिला होमगार्ड

ललित कुमार,अलीगढ़
up10052
9359724617
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.