अलीगढ़: जनपद में जहरीली शराब से मौत का सिलसिला अब थाना अकराबाद इलाके तक पहुंच गया है. इलाके के सिसरोई में शिव कुमार अग्रवाल का SKA ईंट उद्योग के नाम से भट्टा है. यहां बिहार से आए करीब 70-80 मजदूर काम करते हैं, जिनमें महिलाएं भी शामिल हैं. ये सभी अपने परिवार के साथ रहकर ईंट पथाई का काम करते हैं. भट्टा पर काम करने वाले मजदूर उपेंद्र ने बताया कि उसकी पत्नी तिलवा देवी और सभी लोग इलाके से गुजर रही शेखा नहर पर कपड़ा धो रहे थे. वहीं, उसके भतीजे पेड़ू को नहर में शराब के पव्वे बहते हुए मिले. जिन्हें उसने निकाल लिया और एक पव्वा उसने खुद पी लिया. कुछ शराब उसने 30 वर्षीय तिलवा देवी को भी पिला दी.
उपेंद्र के मुताबिक, मजदूर और तिलवा देवी की तबियत बिगड़ने पर उन्हें कौडियागंज अस्पताल ले गए. यहां उसकी पत्नी तिलवा की मौत हो गई. तिलवा का शव सिसरोई में लाया गया. इसकी सूचना जब अन्य लोगों को मिली तो हाहाकार मच गया. सूचना मिलने के बाद मौके पर सीओ बरला सुमन कनौजिया फोर्स के साथ पहुंच गई और लोगों को मुनादी कराते हुए फिलहाल किसी भी प्रकार की शराब न पीने के लिए जागरूक किया गया.
इसे भी पढे़ं- महामारी के बीच भारत में फंसे विदेशी लोगों का वीजा 31 अगस्त तक वैध : गृह मंत्रालय
क्षेत्राधिकारी भट्टे पर पहुंची
भट्टे पर पहुंची क्षेत्राधिकारी बरला सुमन कनौजिया ने बताया कि संदिग्ध परिस्थियों में एक महिला मजदूर की मृत्यु हुई है. वहीं, एक युवक जेएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है. मृतका का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा कि मौत का कारण क्या है. बता दें कि यह वही जवां वाली नहर है. जिसके किनारे पड़ी शराब पीने से बिहार के 9 मजदूर की मौत एक दिन पहले हुई थी.