अलीगढ़: अतरौली के गांव विधिपुर में लाॅकडाउन के कारण शादी के बाद 23 दिनों से दुल्हन की विदाई नहीं हो सकी है. ऐसे में बारात में आए 12 लोग भी 21 मार्च से गांव में फंसे हैं. प्रशासन की टीम यहां रुके लोगों को एक वक्त का भोजन करा रही हैं, और एक समय का खाना ग्रामीणों की ओर से कराया जा रहा है. स्वास्थ विभाग की टीम ने सभी बारातियों का मेडिकल चेकअप भी किया गया है. जिसमें किसी भी बाराती की रिपोर्ट कोरोना पाॅजिटिव नहीं आई है.
जिस दिन आई बारात, उसी दिन हुई लाॅकडाउन की घोषणा
गांव के निवासी नरपत सिंह आर्य की बेटी सावित्री की शादी 22 मार्च को हुई. बारात झारखंड के धनबाद जिले की तहसील तोपचांची के गांव वैली से आयी थी. दूल्हा समेत दूल्हे के नौ भाई, तीन बहनें 21 मार्च की रात बारात लेकर पहुंचे थे और 22 मार्च को दूल्हा विजय कुमार पुत्र रामनाथ के साथ सावित्री की शादी हुई.
वहीं 21 मार्च को रात 8 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनता कर्फ्यू की घोषणा कर दी. लाॅकडाउन के कारण सभी परिवहन सेवाएं बंद हैं और निजी वाहन से भी नहीं जा सकते. ऐसे में बाराती दुल्हन के घर पर ही रूके हैं.
दुल्हन के पिता नरपत सिंह आर्य ने बताया कि ऑनलाइन रिजर्वेशन करवाया था और लाॅकडाउन के चलते बारात में आए लोग गांव में रुके हैं. सभी परेशान है और प्रशासन से मदद मांगी जा रही है.