अलीगढ़: झारखंड से आई एक बारात रविवार को 34 दिन बाद अलीगढ़ से विदा हो सकी. बारात के साथ दुल्हन को भी विदा किया गया. लॉकडाउन के चलते अतरौली कस्बे के विधिपुर गांव में झारखंड से आई बारात 21 मार्च से फंसी हुई थी. तब से दूल्हे और उसके साथ आई बारात गांव में ही रुकी थी. जिला प्रशासन ने अब जाकर बारातियों और दुल्हन को मायके से जाने की अनुमति दी है.
कस्बा अतरौली के विधिपुर गांव में नरपत सिंह की बेटी की शादी झारखंड के तोपचांची थाने के गांव वैली के रामनाथ से तय हुई थी. झारखंड से बारात 21 मार्च को आई थी. 22 मार्च को शादी हुई, जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जनता कर्फ्यू की घोषणा कर दी गई. 23 मार्च को बारात को वापस लौटना था, लेकिन जनता कर्फ्यू के बाद लॉकडाउन की घोषणा के चलते दूल्हा और बारात वापस नहीं लौट सके. वहीं रेल और रोडवेज अधिकारियों से संपर्क किया गया, लेकिन कोई बात नहीं बनी. प्राइवेट वाहन चालक भी झारखंड जाने को तैयार नहीं हुए. इसके बाद लड़की के पिता नरपत सिंह ने बारातियों को पड़ोस के मकान में ठहरने की व्यवस्था कर दी थी.
इस लॉकडाउन में फंसे बराती इसके खुलने का इंतजार कर रहे थे. पल-पल यहां रुकना बरातियों के लिये कठिन हो रहा था, लेकिन जिला प्रशासन ने दूसरे राज्य से आए बारातियों की समस्या को समझा और रविवार को झारखंड जाने की अनुमति मिल गई. वहीं डीएम चंद्र भूषण सिंह ने कहा कि सभी बारातियों की स्क्रीनिंग करा ली गई है और उन्हें झारखंड जाने की अनुमति दी गई है. बारात के साथ दुल्हन भी अपने मायके से विदा हुई.
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