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भारी बारिश से सड़कें हुई जलमग्न, नगर निगम पर फूटा लोगों का गुस्सा

यूपी के अलीगढ़ में बुधवार को तेज बारिश के कारण शहर की सड़कों पर जलभराव हो गया. जलभराव की समस्या से परेशान स्थानीय लोगों ने नगर निगम के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

नगर निगम के खिलाफ स्थानीयों ने की नारेबाजी.
नगर निगम के खिलाफ स्थानीयों ने की नारेबाजी.
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Published : Jul 21, 2021, 10:36 PM IST

अलीगढ़: जिले में भारी बारिश के चलते सड़कें तालाब में तब्दील हो गए हैं. लोगों के घरों में पानी घुस गया है. चार फीट से ज्यादा पानी घरों में भर गया है, जिससे लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है. पानी के चलते कई जगह की दीवारें गिर गईं तो वहीं कई घरों में दरारें पड़ गईं. घर में डबल बेड से लेकर कूलर तक डूब गए. वहीं पॉश इलाकों के मुख्य मार्ग भी भारी वर्षा के चलते क्षतिग्रस्त हो गए. जलभराव होने पर स्थानीय लोगों ने नगर निगम के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

जिले में भारी बारिश के चलते बुधवार को अलीगढ़ की कई सड़कें जलमग्न हो गईं. तीन घंटे की बारिश ने अलीगढ़ के स्मार्ट सिटी की पोल खोल दी है. पूरे अलीगढ़ शहर में जगह-जगह बारिश का पानी भरा हुआ है. नाले और नालियां चोक हो गईं. इससे जल निकासी नहीं हो पा रही है. शहर के मुख्य मार्गों मैरिस रोड, रामघाट रोड, गूलर रोड, अनूप शहर रोड पर भारी जलभराव हो गया. थाना क्वार्सी के श्रीनगर कॉलोनी में बारिश के चलते घरों में दरारें पड़ गई हैं. जलभराव को लेकर नगर निगम के खिलाफ जन आक्रोश देखने को मिला. सूचना मिलने पर पहुंचे पार्षद को विरोध का सामना करना पड़ा.

नगर निगम के खिलाफ नारेबाजी.
बारिश से आम इलाके ही नहीं, स्मार्ट सिटी के वीआईपी इलाके भी पानी में डूब गए. शहर का सबसे संभ्रांत और मुख्य इलाका मैरिस रोड जिसको माननीयों का मार्ग भी कहते हैं, जहां उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व मुख्यमंत्री व पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह, प्रदेश सरकार के मंत्री संदीप सिंह, पूर्व विधायक के मकान और बीजेपी सांसद सतीश गौतम के आवास को जाने का रास्ता भी तीन दिन से ताल-तलैया बना हुआ है. इसको लेकर मैरिस रोड पर स्थानीय लोगों ने प्रदर्शन भी किया.


स्थानीय निवासी आगा युनुस ने कहा कि स्मार्ट सिटी के बहुतायत मार्ग, मोहल्लों, कॉलोनी में जलभराव से तलैया बन गया है और लोगों के घरों में जलभराव, दुकानों में पानी भरने से परेशान हैं. उन्होंने बताया कि नगर निगम ने न्यूनतम मूलभूत सुविधा जल निकासी के लिए 29 नाली-नाले और पांच मुख्य नाला साफ नहीं किया गया. स्मार्ट सिटी की योजना प्रोफेशनल कंपनी कर रही है और निर्माण का काम खुद नगर निगम कर रही है. क्वार्सी के रहने वाले सोनू ने बताया कि बारिश के चलते लोगों का नुकसान हुआ है, जिसकी भरपाई नहीं की जा सकती. नगर निगम अधिकारियों भी देर से सुनवाई कर रहे हैं.


पढ़ें- यूपी : डॉ. कफील खान की याचिका पर हाईकोर्ट में सुनवाई आज

अलीगढ़: जिले में भारी बारिश के चलते सड़कें तालाब में तब्दील हो गए हैं. लोगों के घरों में पानी घुस गया है. चार फीट से ज्यादा पानी घरों में भर गया है, जिससे लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है. पानी के चलते कई जगह की दीवारें गिर गईं तो वहीं कई घरों में दरारें पड़ गईं. घर में डबल बेड से लेकर कूलर तक डूब गए. वहीं पॉश इलाकों के मुख्य मार्ग भी भारी वर्षा के चलते क्षतिग्रस्त हो गए. जलभराव होने पर स्थानीय लोगों ने नगर निगम के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

जिले में भारी बारिश के चलते बुधवार को अलीगढ़ की कई सड़कें जलमग्न हो गईं. तीन घंटे की बारिश ने अलीगढ़ के स्मार्ट सिटी की पोल खोल दी है. पूरे अलीगढ़ शहर में जगह-जगह बारिश का पानी भरा हुआ है. नाले और नालियां चोक हो गईं. इससे जल निकासी नहीं हो पा रही है. शहर के मुख्य मार्गों मैरिस रोड, रामघाट रोड, गूलर रोड, अनूप शहर रोड पर भारी जलभराव हो गया. थाना क्वार्सी के श्रीनगर कॉलोनी में बारिश के चलते घरों में दरारें पड़ गई हैं. जलभराव को लेकर नगर निगम के खिलाफ जन आक्रोश देखने को मिला. सूचना मिलने पर पहुंचे पार्षद को विरोध का सामना करना पड़ा.

नगर निगम के खिलाफ नारेबाजी.
बारिश से आम इलाके ही नहीं, स्मार्ट सिटी के वीआईपी इलाके भी पानी में डूब गए. शहर का सबसे संभ्रांत और मुख्य इलाका मैरिस रोड जिसको माननीयों का मार्ग भी कहते हैं, जहां उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व मुख्यमंत्री व पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह, प्रदेश सरकार के मंत्री संदीप सिंह, पूर्व विधायक के मकान और बीजेपी सांसद सतीश गौतम के आवास को जाने का रास्ता भी तीन दिन से ताल-तलैया बना हुआ है. इसको लेकर मैरिस रोड पर स्थानीय लोगों ने प्रदर्शन भी किया.


स्थानीय निवासी आगा युनुस ने कहा कि स्मार्ट सिटी के बहुतायत मार्ग, मोहल्लों, कॉलोनी में जलभराव से तलैया बन गया है और लोगों के घरों में जलभराव, दुकानों में पानी भरने से परेशान हैं. उन्होंने बताया कि नगर निगम ने न्यूनतम मूलभूत सुविधा जल निकासी के लिए 29 नाली-नाले और पांच मुख्य नाला साफ नहीं किया गया. स्मार्ट सिटी की योजना प्रोफेशनल कंपनी कर रही है और निर्माण का काम खुद नगर निगम कर रही है. क्वार्सी के रहने वाले सोनू ने बताया कि बारिश के चलते लोगों का नुकसान हुआ है, जिसकी भरपाई नहीं की जा सकती. नगर निगम अधिकारियों भी देर से सुनवाई कर रहे हैं.


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