अलीगढ़: जिले में भाजपा विधायक और थाना प्रभारी के बीच मारपीट और थाना परिसर में हुई बातचीत का वीडियो वायरल हो रहा है. इस बातचीत में गोंडा थाना प्रभारी भाजपा विधायक से पूछ रहे हैं कि थाने में घुसते ही मारपीट क्यों की. इस वीडियो के वायरल होने के बाद थाने के अंदर जो कुछ हुआ उसका सच सामने आया है. भाजपा विधायक बातचीत में कह रहे हैं कि जब आप मेरी सुनते नहीं तो मैं क्या करूं. अब भाजपा विधायक राजकुमार सहयोगी अपने ही बयानों में फंसते नजर आ रहे हैं. सोशल मीडिया पर यह बातचीत का यह वीडियो वायरल हो रहा है.
ये है पूरा मामला
करीब 2 मिनट 55 सेकेंड के वीडियो में थाना प्रभारी ने 8-10 बार पूछा कि थाने में घुसते ही मारपीट क्यों की. भाजपा विधायक कहते नजर आ रहे हैं कि जब से आपने चार्ज लिया है, तब से किसी कार्यकर्ता का काम नहीं हुआ है और थाने में लूट खसोट चल रही है. उन्होंने कहा कि विधायक का फोन आने पर फैसले का दाम बढ़ा देते हो. वीडियो में भाजपा विधायक कह रहे हैं कि मेरे कहने के बावजूद सपा नेता अज्जू इश्हाक के कहने पर क्रॉस एफआईआर क्यों किया गया. क्या अज्जू इश्हाक नेतागिरी करेगा.
विधायक कहते हैं कि थाने में मेरा कोई काम नहीं होता है. इसके बाद थाना प्रभारी अनुज बोल रहे हैं तो क्या थाने में घुसकर मारपीट करेंगे, मेरी वर्दी फाड़ रहे हैं, नेम प्लेट तोड़ रहे हैं. आप सरकार की क्या छवि पेश कर रहे हैं. भाजपा विधायक कहते हैं कि आपने हमारा अपमान किया है. इसके जवाब में थाना प्रभारी अनुज ने कहा कि मैंने आप का सम्मान किया है.
बता दें कि गुरुवार को गोंडा थाने में भाजपा विधायक राजकुमार सहयोगी ने थाना प्रभारी अनुज सैनी पर मारपीट और कपड़े फाड़ने का आरोप लगाया था. यह विवाद प्रदेश में चर्चा का विषय रहा और मुख्यमंत्री ने घटना को संज्ञान में लेते हुए ट्विटर के माध्यम से कार्रवाई की जानकारी दी. मामले में थाना प्रभारी अनुज सैनी को निलंबित कर दिया गया है. जब कि एसपी ग्रामीण अतुल शर्मा को वहां से हटा कर लखनऊ भेज दिया गया है.