अलीगढ़: AMU प्रशासन ने कोविड महामारी के फैलाव के दृष्टिगत विश्वविद्यालय के मुईनउद्दीन हॉस्टल और यूजीसी एचआरडी सेंटर के हॉस्टल को क्वारंटाइन सेंटर में परिवर्तित करने का निर्णय लिया है. यह निर्णय कुलपति प्रो. तारिक मंसूर की अध्यक्षता में गठित एक समिति की सिफारिश पर लिया गया. इस क्वारंटाइन सेंटर का उपयोग कोराना संक्रमण से प्रभावित होने वाले छात्र-छात्राओं के लिए किया जायेगा.
यूनिवर्सिटी हेल्थ सर्विस के इंचार्ज करेंगे नतृत्व
एसएन हाल की प्रबंंधक और यूजीसी एचआरडी सेंटर के निदेशक को संबंधित क्वारंटाइन सेंटरों का प्रभारी नियुक्त किया गया है. एमएएस के निदेशक मुईउद्दीन हॉस्टल में उपलब्ध चिकित्सकों की टीम का नेतृत्व करेंगे. जबकि यूजीसी एचआरडी सेंटर के हॉस्टल में बने क्वारंटाइन सेंटर के लिए नियुक्त डॉ. एम. नजमुल हुदा खान, डॉ. नाहिद परवीन, डॉ. एम. मुअज्जम हैदर और डॉ. तैय्यबा लियाकत चिकित्सक दल का नेतृत्व यूनिवर्सिटी हेल्थ सर्विस के इंचार्ज करेंगे.
दोनों केन्द्रो के इंचार्ज, चिकित्सकों तथा नर्सिंग एवं पैरा मेडिकल स्टाफ के लिए डयूटी रोस्टर तैयार करेंगे तथा दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करेंगे. आवश्यकता पड़ने पर जेएन मेडिकल कॉलेज के चिकित्सा अधीक्षक तथा यूनिवर्सिटी हेल्थ आफिसर से भी संपर्क किया जा सकता है.
वहीं नये सत्र में विश्वविद्यालय खुलने के बाद यदि मुईनउद्दीन हॉस्टल और यूजीसी एचआरडी सेंटर में जगह नहीं बचती तो बीबी फातिमा हॉल और डॉ. बीआर अम्बेडकर हॉल की एनेक्सी को भी क्रमशः छात्र- छात्राओं के लिए क्वारंटाइन सेंटर में परिवर्तित किया जायेगा. इसका दायित्व डीन स्टूडेंट वेलफेयर को सौंपा गया है.
संक्रमित छात्रों को जेएन कॉलेज में किया जाएगा भर्ती
समिति ने कोविड 19 पॉजिटिव पाये जाने वाले छात्रों को तुरंत जेएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती किये जाने की सलाह दी है. जबकि संक्रमित छात्रों के रूममेट्स को क्वारंटाइन सेंटर में स्थानान्तरित किया जायेगा. यह भी निर्णय लिया गया है कि छात्रावास की वह विंग जहां कोविड पॉजिटिव छात्र पाये जाते हैं, उन्हें भारत सरकार के दिशा निर्देशानुसार क्वारंटाइन जोन के रूप में चिन्हित किया जायेगा.