अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जाकिर हुसैन इंजीनियरिंग कॉलेज के सिविल इंजीनियरिंग विभाग द्वारा दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में 'बिहेवियर आफ स्मार्ट मेटीरियल एण्ड कंक्रीट स्ट्रक्चर्स' विषय पर दो दिवसीय ऑनलाइन फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का आयोजन किया गया. इस दौरान अध्यक्षीय भाषण में कुलपति प्रो. तारिक मंसूर ने कहा कि कोविड-19 संक्रमण के दृष्टिगत वैश्विक तालाबंदी के दौरान ऑनलाइन शिक्षण एवं अध्ययन को महत्व प्राप्त हुआ है. इस दिशा में सभी संभावनाओं का प्रयोग किया जाना चाहिए.
यूज ऑफ स्मार्ट मेटेरियल्स फॉर स्ट्रक्चरल कंट्रोल
जामिया मिल्लिया इस्लामिया के डा. अकील अहमद ने 'यूज ऑफ स्मार्ट मेटेरियल्स फॉर स्ट्रक्चरल कंट्रोल' विषय पर उद्घाटन व्याख्यान प्रस्तुत किया. वहीं डीटीयू की डा. शिल्पा पाल ने 'डेवलमेंट आफ सैल्फ हीलिंग कंक्रीट फॉर क्रैक रिपेयर' विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत किया. कार्यक्रम में बेनेट यूनिवर्सिटी के डा. टी वीजालक्ष्मी ने 'पीजो की सहायता से स्ट्रक्चरल हेल्थ मानीटरिंग' विषय पर व्याख्यान दिया. आईआईटी रुड़की के प्रो अशरफ इकबाल ने 'बिहेवियर ऑफ प्रेसट्रेस्ड कंक्रीट एलीमेंटस अंडर इम्पैक्ट लोडिंग' विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत किया.
कार्यक्रम के टेक्निकल कोआर्डीनेटर थे परवेज महमूद खान
उद्घाटन भाषण में सिविल इंजीनियरिंग विभाग के अध्यक्ष तथा प्रोग्राम कनवीनर प्रो. अब्दुल बाकी ने कहा कि स्ट्रक्चरल हेल्थ मानीटरिंग एक उभरता हुआ विषय है. इसमें भवनों में होने वाले नुकसान का पता लगाने के साथ ही इसकी मरम्मत के लिए पीजो सेंसर्ज़ का प्रयोग किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि अब कंक्रीट से संबंधित विभिन्न विषयों पर विस्तार से अध्ययन किया जा सकता है. प्रोग्राम कोआर्डीनेटर प्रोफेसर अमजद मसूद ने कंक्रीट पदार्थो के विभिन्न रूप तथा उनके व्यवहार पर प्रकाश डाला. कंम्पूयटर सेंटर के निदेशक डा. परवेज महमूद खान कार्यक्रम के टेक्नीकल कोआर्डीनेटर थे.
अलीगढ़: AMU कुलपति ने कहा- तकनीक में विकास के साथ इंजीनियरिंग के क्षेत्र में नये प्रयोग बढ़े - aligarh university
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में 'बिहेवियर आफ स्मार्ट मेटीरियल एण्ड कंक्रीट स्ट्रक्चर्स' विषय पर दो दिवसीय ऑनलाइन फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का आयोजन किया गया.
अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जाकिर हुसैन इंजीनियरिंग कॉलेज के सिविल इंजीनियरिंग विभाग द्वारा दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में 'बिहेवियर आफ स्मार्ट मेटीरियल एण्ड कंक्रीट स्ट्रक्चर्स' विषय पर दो दिवसीय ऑनलाइन फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का आयोजन किया गया. इस दौरान अध्यक्षीय भाषण में कुलपति प्रो. तारिक मंसूर ने कहा कि कोविड-19 संक्रमण के दृष्टिगत वैश्विक तालाबंदी के दौरान ऑनलाइन शिक्षण एवं अध्ययन को महत्व प्राप्त हुआ है. इस दिशा में सभी संभावनाओं का प्रयोग किया जाना चाहिए.
यूज ऑफ स्मार्ट मेटेरियल्स फॉर स्ट्रक्चरल कंट्रोल
जामिया मिल्लिया इस्लामिया के डा. अकील अहमद ने 'यूज ऑफ स्मार्ट मेटेरियल्स फॉर स्ट्रक्चरल कंट्रोल' विषय पर उद्घाटन व्याख्यान प्रस्तुत किया. वहीं डीटीयू की डा. शिल्पा पाल ने 'डेवलमेंट आफ सैल्फ हीलिंग कंक्रीट फॉर क्रैक रिपेयर' विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत किया. कार्यक्रम में बेनेट यूनिवर्सिटी के डा. टी वीजालक्ष्मी ने 'पीजो की सहायता से स्ट्रक्चरल हेल्थ मानीटरिंग' विषय पर व्याख्यान दिया. आईआईटी रुड़की के प्रो अशरफ इकबाल ने 'बिहेवियर ऑफ प्रेसट्रेस्ड कंक्रीट एलीमेंटस अंडर इम्पैक्ट लोडिंग' विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत किया.
कार्यक्रम के टेक्निकल कोआर्डीनेटर थे परवेज महमूद खान
उद्घाटन भाषण में सिविल इंजीनियरिंग विभाग के अध्यक्ष तथा प्रोग्राम कनवीनर प्रो. अब्दुल बाकी ने कहा कि स्ट्रक्चरल हेल्थ मानीटरिंग एक उभरता हुआ विषय है. इसमें भवनों में होने वाले नुकसान का पता लगाने के साथ ही इसकी मरम्मत के लिए पीजो सेंसर्ज़ का प्रयोग किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि अब कंक्रीट से संबंधित विभिन्न विषयों पर विस्तार से अध्ययन किया जा सकता है. प्रोग्राम कोआर्डीनेटर प्रोफेसर अमजद मसूद ने कंक्रीट पदार्थो के विभिन्न रूप तथा उनके व्यवहार पर प्रकाश डाला. कंम्पूयटर सेंटर के निदेशक डा. परवेज महमूद खान कार्यक्रम के टेक्नीकल कोआर्डीनेटर थे.