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एसटीएफ ने पकड़ा दारोगा भर्ती परीक्षा का सॉल्वर गैंग, तीन आरोपी गिरफ्तार

यूपी पुलिस उप-निरीक्षक भर्ती परीक्षा में सेंध लगाने वाले गिरोह के तीन लोगों को एसटीएफ ने अलीगढ़ में पकड़ा. गिरोह के लोग परीक्षा केंद्र में केबिल डालकर सिस्टम को हैक कर लिया था.

तीन आरोपी गिरफ्तार
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Published : Nov 27, 2021, 10:13 AM IST

अलीगढ़: यूपी पुलिस उप-निरीक्षक भर्ती परीक्षा में सेंध लगाने वाले गिरोह को एसटीएफ ने बन्नादेवी थाना पुलिस की मदद से गिरफ्तार किया है. इसमें परीक्षा कराने वाली कंपनी का सेंटर हेड हिमांशु भी शामिल है. गिरोह के लोग परीक्षा केंद्र में केबिल डालकर सिस्टम को हैक कर लिया था. इसके लिए एक मकान में पूरा सेट-अप बना रखा था.

यूपी पुलिस दारोगा भर्ती परीक्षा में साल्वर बैठाकर परीक्षा कराने की शिकायत मिल रही थीं. इस पर मेरठ फील्ड यूनिट के सीओ बृजेश कुमार सिंह के नेतृत्व में टीम गठित की गईं. जांच-पड़ताल में पता चला कि अलीगढ़ के कुछ परीक्षा केंद्रों पर कंप्यूटर हैक करके अभ्यर्थियों से मोटी रकम लेकर परीक्षा हल करवाई जा रही है. इस पर मेरठ की टीम शुक्रवार को अलीगढ़ पहुंच गई.

यहां बन्नादेवी थाना इलाके के महर्षि इंटर कॉलेज में इसी तरीके से परीक्षा करवाई जाती है. पुलिस ने कॉलेज के पास एक मकान में चल रहे इस सेंटर का खुलासा करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में इन लोगों ने अपना नाम सुरक्षा विहार निवासी दीपक, मोहल्ला गायत्री नगर निवासी राजवीर सिंह और उत्तराखंड के हरिद्वार के थाना भगवानपुर के गांव कोटा मुरादनगर निवासी हिमांशु बताया.

पुलिस को इनके पास से एक कंप्यूटर, मॉनिटर, दो सीपीयू, वाइ-फाइ, इंटरनेट डिवाइस, 11 केबिल, तीन एडप्टर, चार पावर कोड, पावर केबिल, की-बोर्ड, माउस, मल्टी प्लग एक्सटेंशन बोर्ड, दो पावर प्लग, सात हार्ड डिस्क, एक लेन केबिल बरामद की गई है. क्षेत्राधिकारी मोहसिन खान ने बताया कि गिरोह में कुछ और लोग शामिल हो सकते हैं. इनकी तलाश में पुलिस टीमें लगा दी गईं हैं. आरोपियों के खिलाफ थाना बन्नादेवी में धोखाधड़ी, 66 डी आइटी एक्ट, सार्वजनिक परीक्षा अनुचित साधनों का निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है.

पुलिस कार्रवाई करते हुए थाना बन्नादेवी स्थित महर्षि इंटर कॉलेज पहुंची. जहां हिमांशु को पकड़ा. हिमांशु ने बताया कि लैब की चाबी योगेंद्र के पास है. हिमांशु ने बताया कि मकान में एक मुख्य सिस्टम इंस्टाल किया, जिसको कॉलेज की लैब से कनेक्ट करने के लिए एक फिजिकल लैन केबल डाली, जो उस मकान से होते हुए कॉलेज की उस लैब के सिस्टम के साथ कनेक्ट की गई. इसके बाद गिरोह के लोगों ने ऐसा नेटवर्क तैयार कर लिया, जिससे कॉलेज के कंप्यूटर चालू होते ही उनका एक्सेस मकान में लगे कंप्यूटर में आ जाता था. इसके बाद मकान में बैठे योगेंद्र व उसके साथी परीक्षा को हल कर देते थे. इसके लिए हिमांशु को प्रतिदिन एक लाख रुपये देने का भरोसा दिया गया था.

यह भी पढ़ें: Mathura Gangrape Case : पुलिस ने गिरफ्तार किया दूसरा आरोपी

एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि एसटीएफ की जानकारी के आधार पर गिरोह के तीन लोग पकड़े गए हैं, जो दारोगा भर्ती परीक्षा में सेंध लगाने की तैयारी में थे. विवेचना के लिए साइबर क्राइम व सर्विलांस की टीमों को भी लगाया गया है. मामले की गहनता से जांच की जा रही है. दूसरी तरफ सभी परीक्षा केंद्रों पर सतर्कता रखी गई है. एसपी सिटी दारोगा भर्ती परीक्षा के नोडल प्रभारी हैं.

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अलीगढ़: यूपी पुलिस उप-निरीक्षक भर्ती परीक्षा में सेंध लगाने वाले गिरोह को एसटीएफ ने बन्नादेवी थाना पुलिस की मदद से गिरफ्तार किया है. इसमें परीक्षा कराने वाली कंपनी का सेंटर हेड हिमांशु भी शामिल है. गिरोह के लोग परीक्षा केंद्र में केबिल डालकर सिस्टम को हैक कर लिया था. इसके लिए एक मकान में पूरा सेट-अप बना रखा था.

यूपी पुलिस दारोगा भर्ती परीक्षा में साल्वर बैठाकर परीक्षा कराने की शिकायत मिल रही थीं. इस पर मेरठ फील्ड यूनिट के सीओ बृजेश कुमार सिंह के नेतृत्व में टीम गठित की गईं. जांच-पड़ताल में पता चला कि अलीगढ़ के कुछ परीक्षा केंद्रों पर कंप्यूटर हैक करके अभ्यर्थियों से मोटी रकम लेकर परीक्षा हल करवाई जा रही है. इस पर मेरठ की टीम शुक्रवार को अलीगढ़ पहुंच गई.

यहां बन्नादेवी थाना इलाके के महर्षि इंटर कॉलेज में इसी तरीके से परीक्षा करवाई जाती है. पुलिस ने कॉलेज के पास एक मकान में चल रहे इस सेंटर का खुलासा करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में इन लोगों ने अपना नाम सुरक्षा विहार निवासी दीपक, मोहल्ला गायत्री नगर निवासी राजवीर सिंह और उत्तराखंड के हरिद्वार के थाना भगवानपुर के गांव कोटा मुरादनगर निवासी हिमांशु बताया.

पुलिस को इनके पास से एक कंप्यूटर, मॉनिटर, दो सीपीयू, वाइ-फाइ, इंटरनेट डिवाइस, 11 केबिल, तीन एडप्टर, चार पावर कोड, पावर केबिल, की-बोर्ड, माउस, मल्टी प्लग एक्सटेंशन बोर्ड, दो पावर प्लग, सात हार्ड डिस्क, एक लेन केबिल बरामद की गई है. क्षेत्राधिकारी मोहसिन खान ने बताया कि गिरोह में कुछ और लोग शामिल हो सकते हैं. इनकी तलाश में पुलिस टीमें लगा दी गईं हैं. आरोपियों के खिलाफ थाना बन्नादेवी में धोखाधड़ी, 66 डी आइटी एक्ट, सार्वजनिक परीक्षा अनुचित साधनों का निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है.

पुलिस कार्रवाई करते हुए थाना बन्नादेवी स्थित महर्षि इंटर कॉलेज पहुंची. जहां हिमांशु को पकड़ा. हिमांशु ने बताया कि लैब की चाबी योगेंद्र के पास है. हिमांशु ने बताया कि मकान में एक मुख्य सिस्टम इंस्टाल किया, जिसको कॉलेज की लैब से कनेक्ट करने के लिए एक फिजिकल लैन केबल डाली, जो उस मकान से होते हुए कॉलेज की उस लैब के सिस्टम के साथ कनेक्ट की गई. इसके बाद गिरोह के लोगों ने ऐसा नेटवर्क तैयार कर लिया, जिससे कॉलेज के कंप्यूटर चालू होते ही उनका एक्सेस मकान में लगे कंप्यूटर में आ जाता था. इसके बाद मकान में बैठे योगेंद्र व उसके साथी परीक्षा को हल कर देते थे. इसके लिए हिमांशु को प्रतिदिन एक लाख रुपये देने का भरोसा दिया गया था.

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एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि एसटीएफ की जानकारी के आधार पर गिरोह के तीन लोग पकड़े गए हैं, जो दारोगा भर्ती परीक्षा में सेंध लगाने की तैयारी में थे. विवेचना के लिए साइबर क्राइम व सर्विलांस की टीमों को भी लगाया गया है. मामले की गहनता से जांच की जा रही है. दूसरी तरफ सभी परीक्षा केंद्रों पर सतर्कता रखी गई है. एसपी सिटी दारोगा भर्ती परीक्षा के नोडल प्रभारी हैं.

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