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रालोद और सपा की रैली में टूटा मंच, भीड़ ने बैरिकेडिंग भी ढहाई

इगलास विधान सभा में सपा और रालोद की सभा के दौरान मौके पर जरूरत से ज्यादा लोगों के आने से वहां अव्यवस्था फैल गई. इस दौरान जयंत चौधरी ने कहा कि यह क्षेत्र भी चौधरी चरण सिंह की कर्मभूमि रही है. पहली बार ऐसा आयोजन हुआ है जब चौधरी अजीत सिंह हमारे साथ नहीं हैं. जयंत ने किसानों से भावुक होते हुए कहा कि जिस तरह वे लोग उनके दादा और पिता से जुड़े थे, उसी तरह वह उनका भी सहयोग करें.

रालोद और सपा की रैली में टूटा छोटा मंच , लोगों ने बैरिकेडिंग भी ढहाई
रालोद और सपा की रैली में टूटा छोटा मंच , लोगों ने बैरिकेडिंग भी ढहाई
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Published : Dec 23, 2021, 4:46 PM IST

Updated : Dec 23, 2021, 5:34 PM IST

अलीगढ़ : चौधरी चरण सिंह की जयंती पर इगलास में सपा और रालोद गठबंधन की जनसभा का आयोजन किया गया. जनसभा में अखिलेश यादव नहीं पहुंचे. इस दौरान लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. पब्लिक ने बैरिकेडिंग तोड़ दी. वहीं, एक छोटा मंच भी कार्यक्रम के बाद टूट गया.

इस दौरान अपने भाषण में जयंत चौधरी ने किसानों से कहा कि जितनी भीड़ मैदान में है, उससे 10 गुना लोग सड़कों पर हैं. जयंत ने कहा कि आसमान से इसका नजारा देख चुका हूं.

रालोद और सपा की रैली में टूटा मंच, भीड़ ने बैरिकेडिंग भी ढहाई

वहीं, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव व बेटी के कोविड-19 पॉजिटिव होने के चलते अगले 3 दिन के लिए सभी चुनावी कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं. इस दौरान वह सैफई में ही होम आइसोलेशन में चले गए हैं. इसके चलते अखिलेश यादव अलीगढ़ की इस जनसभा में नहीं आ सके.

कार्यक्रम में सपा मुखिया अखिलेश यादव के संदेश को प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने पढ़कर सुनाया. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी लगातार किसानों के साथ धोखा कर रही है. भाजपा के खिलाफ हर वर्ग में आक्रोश है. प्रदेश में परिवर्तन की बयार है. भाजपा घबरा गई है.

कहा कि अखिलेश यादव ने संदेश दिया है कि समाजवादी पार्टी चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न से सम्मानित करने की मांग केंद्र सरकार से करती है. वहीं, राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने कहा कि आज चौधरी चरण सिंह की जयंती है. यह दिन देश और किसान के लिए एक पर्व है.

इगलास विधान सभा को मिनी छपरौली कहते हुए जयंत चौधरी ने कहा कि यह क्षेत्र भी चौधरी चरण सिंह की कर्मभूमि रही है. पहली बार ऐसा आयोजन हुआ है जब चौधरी अजीत सिंह हमारे साथ नहीं हैं. जयंत ने किसानों से भावुक होते हुए कहा कि जिस तरह वे लोग उनके दादा और पिता से जुड़े थे, उसी तरह वह उनका भी सहयोग करें.

उन्होंने कहा कि अखिलेश जनसभा में आज शामिल नहीं है लेकिन यह सबको एहसास हो गया है कि जब सपा से हाथ मिलाया है तो चौधरी चरण सिंह के पुराने समीकरण सामने आ गये हैं. अखिलेश और हम दोनों मिलकर काम संभालेंगे.

जयंत ने कहा कि चौधरी चरण सिंह किसानों से कहते थे कि एक आंख अपनी खेत पर रखो और दूसरी आंख दिल्ली और लखनऊ की राजनीति पर. उन्होंने कहा कि चौधरी चरण सिंह की विरासत को संभालने के लिए और देश के किसानों को सम्मान देने के लिए लखनऊ से अखिलेश यादव ने ट्वीट किया है.

उन्होंने कहा है कि चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न दिया जाना चाहिए. इससे देश का किसान सहमत भी होगा. देश का हर व्यक्ति चौधरी चरण सिंह को अनमोल रत्न मानता है. जिस तरीके से अखिलेश ने चौधरी चरण सिंह के लिए भारत रत्न की वकालत की है, लखनऊ में योगी बाबा और दिल्ली में मोदी जी को नींद नहीं आने वाली है.

इन दोनों ने चौधरी चरण सिंह को सम्मान नहीं दिया है. इन लोगों ने सत्ता हासिल करने के लिए किसानों से झूठे वादे किए थे. 2014 के चुनाव में अमित शाह ने घोषणा की थी कि किसानों के हित के लिए नया कोष स्थापित करेंगे और चौधरी चरण सिंह सम्मान योजना बनाएंगे.

यह भी पढ़ें : अखिलेश यादव के चुनावी कार्यक्रम प्रभावित, तीन दिन के लिए सैफई में आइसोलेट

अमित शाह ने कहा कि जितने करोड़ चाहिए, हम पैसा देंगे. अब अमित शाह दूरबीन लगाकर देखें कि चौधरी चरण सिंह के नाम पर एक भी योजना नहीं बनाई. सात दिन में नया साल आ जाएगा. 2022 के लिए मोदी जी ने कहा था कि सात साल में किसानों की आय दोगनी कर देंगे. 2022 आ गया पर किसान जहां का तहां है.

जयंत चौधरी ने लोगों से सवाल पूछा कि क्या किसी की आय दोगनी हुई है. आंकड़े बताते हुए कहा कि चौधरी चरण सिंह का दिमाग अर्थ शास्त्री और दिल किसान का था. वह गांव की भाषा बोलते थे. अंग्रेजी में किताब लिखा करते थे. उनके भाषण को सुनने वाले लोगों को आंकड़े समझ में नहीं आते थे.

जयंत ने कहा कि आज मीडिया पर योगी-मोदी का कब्जा है. आज देश में प्रति व्यक्ति औसत आय ₹86659 प्रतिवर्ष है. उत्तर प्रदेश में प्रतिव्यक्ति औसत आय 41023 रुपये है. जब अखिलेश 2012-17 में मुख्यमंत्री थे, तब यूपी की जीड़ीपी 6.9 प्रतिशत थी.

योगी के राज में जीडीपी 1.9% रह गई है. उन्होंने कहा कि योगी को कुछ भी पता नहीं है. वह बैलेंस शीट नहीं पढ़ सकते. उनके आगे फाइल रख दी जाती है. अधिकारी उनको जैसा समझा देते हैं, बिना फाइल देखे समझ जाते हैं और बयान दे देते हैं.

इस दौरान उन्होंने प्रदेश की वित्तीय हालत को खराब बताया. बेरोजगारी पर भी वे बोले. उन्होंने कहा कि 2012 में आईटीआई करने वाले 13% बेरोजगार थे. वही आंकड़ा 2021 में 67% तक बढ़ गया. यानि आईटीआई में नौजवानों के पास डिग्री-डिप्लोमा है लेकिन 67% बच्चों के पास कोई नौकरी नहीं है.

उन्होंने किसानों के बिजली का बिल और कानून व्यवस्था पर भी तंज किया. कहा कि हाथरस में परिवार को बेटी के अंतिम दर्शन तक का मौका नहीं दिया. कहा कि मुख्यमंत्री बनते ही योगी ने पहला काम किया कि आपने खिलाफ जो संगीन धाराओं में मुकदमे दर्ज थे, वह खुद ही खत्म कर लिए. ऐसे मुख्यमंत्री गुंडों से क्या छुटकारा दिलाएंगे.

उन्होंने दावा किया कि यदि गठबंधन की सरकार आई तो 5 साल में एक करोड़ नौजवानों को नौकरी मिलेगी. कहा कि मेनिफेस्टो जल्द से जल्द जारी किया जाएगा. कहा कि राष्टीय लोकदल और सपा की सरकार लखनऊ से काम कर रही होगी तो किसानों को जो प्रधानमंत्री सम्मान योजना में 6000 रुपये दिये जाते हैं, उसे बढ़ाकर 12000 कर दिया जाएगा.

अलीगढ़ : चौधरी चरण सिंह की जयंती पर इगलास में सपा और रालोद गठबंधन की जनसभा का आयोजन किया गया. जनसभा में अखिलेश यादव नहीं पहुंचे. इस दौरान लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. पब्लिक ने बैरिकेडिंग तोड़ दी. वहीं, एक छोटा मंच भी कार्यक्रम के बाद टूट गया.

इस दौरान अपने भाषण में जयंत चौधरी ने किसानों से कहा कि जितनी भीड़ मैदान में है, उससे 10 गुना लोग सड़कों पर हैं. जयंत ने कहा कि आसमान से इसका नजारा देख चुका हूं.

रालोद और सपा की रैली में टूटा मंच, भीड़ ने बैरिकेडिंग भी ढहाई

वहीं, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव व बेटी के कोविड-19 पॉजिटिव होने के चलते अगले 3 दिन के लिए सभी चुनावी कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं. इस दौरान वह सैफई में ही होम आइसोलेशन में चले गए हैं. इसके चलते अखिलेश यादव अलीगढ़ की इस जनसभा में नहीं आ सके.

कार्यक्रम में सपा मुखिया अखिलेश यादव के संदेश को प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने पढ़कर सुनाया. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी लगातार किसानों के साथ धोखा कर रही है. भाजपा के खिलाफ हर वर्ग में आक्रोश है. प्रदेश में परिवर्तन की बयार है. भाजपा घबरा गई है.

कहा कि अखिलेश यादव ने संदेश दिया है कि समाजवादी पार्टी चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न से सम्मानित करने की मांग केंद्र सरकार से करती है. वहीं, राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने कहा कि आज चौधरी चरण सिंह की जयंती है. यह दिन देश और किसान के लिए एक पर्व है.

इगलास विधान सभा को मिनी छपरौली कहते हुए जयंत चौधरी ने कहा कि यह क्षेत्र भी चौधरी चरण सिंह की कर्मभूमि रही है. पहली बार ऐसा आयोजन हुआ है जब चौधरी अजीत सिंह हमारे साथ नहीं हैं. जयंत ने किसानों से भावुक होते हुए कहा कि जिस तरह वे लोग उनके दादा और पिता से जुड़े थे, उसी तरह वह उनका भी सहयोग करें.

उन्होंने कहा कि अखिलेश जनसभा में आज शामिल नहीं है लेकिन यह सबको एहसास हो गया है कि जब सपा से हाथ मिलाया है तो चौधरी चरण सिंह के पुराने समीकरण सामने आ गये हैं. अखिलेश और हम दोनों मिलकर काम संभालेंगे.

जयंत ने कहा कि चौधरी चरण सिंह किसानों से कहते थे कि एक आंख अपनी खेत पर रखो और दूसरी आंख दिल्ली और लखनऊ की राजनीति पर. उन्होंने कहा कि चौधरी चरण सिंह की विरासत को संभालने के लिए और देश के किसानों को सम्मान देने के लिए लखनऊ से अखिलेश यादव ने ट्वीट किया है.

उन्होंने कहा है कि चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न दिया जाना चाहिए. इससे देश का किसान सहमत भी होगा. देश का हर व्यक्ति चौधरी चरण सिंह को अनमोल रत्न मानता है. जिस तरीके से अखिलेश ने चौधरी चरण सिंह के लिए भारत रत्न की वकालत की है, लखनऊ में योगी बाबा और दिल्ली में मोदी जी को नींद नहीं आने वाली है.

इन दोनों ने चौधरी चरण सिंह को सम्मान नहीं दिया है. इन लोगों ने सत्ता हासिल करने के लिए किसानों से झूठे वादे किए थे. 2014 के चुनाव में अमित शाह ने घोषणा की थी कि किसानों के हित के लिए नया कोष स्थापित करेंगे और चौधरी चरण सिंह सम्मान योजना बनाएंगे.

यह भी पढ़ें : अखिलेश यादव के चुनावी कार्यक्रम प्रभावित, तीन दिन के लिए सैफई में आइसोलेट

अमित शाह ने कहा कि जितने करोड़ चाहिए, हम पैसा देंगे. अब अमित शाह दूरबीन लगाकर देखें कि चौधरी चरण सिंह के नाम पर एक भी योजना नहीं बनाई. सात दिन में नया साल आ जाएगा. 2022 के लिए मोदी जी ने कहा था कि सात साल में किसानों की आय दोगनी कर देंगे. 2022 आ गया पर किसान जहां का तहां है.

जयंत चौधरी ने लोगों से सवाल पूछा कि क्या किसी की आय दोगनी हुई है. आंकड़े बताते हुए कहा कि चौधरी चरण सिंह का दिमाग अर्थ शास्त्री और दिल किसान का था. वह गांव की भाषा बोलते थे. अंग्रेजी में किताब लिखा करते थे. उनके भाषण को सुनने वाले लोगों को आंकड़े समझ में नहीं आते थे.

जयंत ने कहा कि आज मीडिया पर योगी-मोदी का कब्जा है. आज देश में प्रति व्यक्ति औसत आय ₹86659 प्रतिवर्ष है. उत्तर प्रदेश में प्रतिव्यक्ति औसत आय 41023 रुपये है. जब अखिलेश 2012-17 में मुख्यमंत्री थे, तब यूपी की जीड़ीपी 6.9 प्रतिशत थी.

योगी के राज में जीडीपी 1.9% रह गई है. उन्होंने कहा कि योगी को कुछ भी पता नहीं है. वह बैलेंस शीट नहीं पढ़ सकते. उनके आगे फाइल रख दी जाती है. अधिकारी उनको जैसा समझा देते हैं, बिना फाइल देखे समझ जाते हैं और बयान दे देते हैं.

इस दौरान उन्होंने प्रदेश की वित्तीय हालत को खराब बताया. बेरोजगारी पर भी वे बोले. उन्होंने कहा कि 2012 में आईटीआई करने वाले 13% बेरोजगार थे. वही आंकड़ा 2021 में 67% तक बढ़ गया. यानि आईटीआई में नौजवानों के पास डिग्री-डिप्लोमा है लेकिन 67% बच्चों के पास कोई नौकरी नहीं है.

उन्होंने किसानों के बिजली का बिल और कानून व्यवस्था पर भी तंज किया. कहा कि हाथरस में परिवार को बेटी के अंतिम दर्शन तक का मौका नहीं दिया. कहा कि मुख्यमंत्री बनते ही योगी ने पहला काम किया कि आपने खिलाफ जो संगीन धाराओं में मुकदमे दर्ज थे, वह खुद ही खत्म कर लिए. ऐसे मुख्यमंत्री गुंडों से क्या छुटकारा दिलाएंगे.

उन्होंने दावा किया कि यदि गठबंधन की सरकार आई तो 5 साल में एक करोड़ नौजवानों को नौकरी मिलेगी. कहा कि मेनिफेस्टो जल्द से जल्द जारी किया जाएगा. कहा कि राष्टीय लोकदल और सपा की सरकार लखनऊ से काम कर रही होगी तो किसानों को जो प्रधानमंत्री सम्मान योजना में 6000 रुपये दिये जाते हैं, उसे बढ़ाकर 12000 कर दिया जाएगा.

Last Updated : Dec 23, 2021, 5:34 PM IST
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