अलीगढ़ : अलीगढ़ में सराय सुल्तानी में सोमवार को दो पक्षों के मध्य चिकन की दुकान पर हुए विवाद ने एक बार प्रशासनिक अधिकारियों के हाथ-पांव फुला दिए. दरअसल बुधवार को सनातन प्रतिभा फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष कृष्णभक्त अभिषेक सक्सेना ने प्रकरण पर 500 लोगों के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर तीखी प्रतिक्रिया देने की चेतावनी दी थी. इसको लेकर बुधवार को पूरे दिन अलीगढ़ का माहौल गर्म बना रहा. अभिषेक सक्सेना पीड़ित युवकों से मिलकर उन्हें अपना समर्थन देना चाहते थे. गुरुवार की दोपहर 12 बजे अभिषेक सक्सेना पीड़ित युवकों से मिलने के लिए निकले लेकिन, मामले की गंभीरता को देखते हुए अलीगढ़ प्रशासन ने उन्हें वहां पहुंचने से पहले ही होली चौक रोड पर रोक लिया.
इसके विरोध में उन्होंने हंगामा काटना शुरू कर दिया और पुलिस की गाड़ी में बैठकर थाने जाने से इनकार कर दिया. कुछ समय बाद पुलिस प्रशासन के अधिकारियों से उनकी बात कराई गई. प्रशासनिक अधिकारियों से उन्होंने सरकारी संपत्ति पर बनी अवैध मीट की दुकानों पर बुलडोजर चलाने और दोषियों की गिरफ्तारी की मांग की. उन्होंने ये भी कहा कि अगले 24 घंटे के भीतर यदि ऐसा नहीं हुआ तो वे बदला लेंगे.
उनके चेतावनी देते ही प्रशासनिक अधिकारियों ने उन्हें गाड़ी में बैठकर सासनी गेट थाने चलने को कहा लेकिन, उन्होंने होली चौक से थाना सासनी गेट पैदल जाने की जिद्द पकड़ ली और चिरंजी लाल कन्या इंटर कॉलेज, आगरा रोड, अलीगढ़ तक पैदल गए. चिरंजी लाल स्कूल पर पुलिस की गाड़ी में जबरन बिठाकर हिरासत में लेकर मडराक थाने ले जाकर नजर बंद कर दिया गया. बाद में प्रशासनिक अधिकारियों ने उनसे शांत रहने को कहकर प्रशासन का सहयोग करने के लिए कहा, तब उन्होंने पुलिस प्रशासन की बात मानी और शांत हुए.
हालांकि उन्होंने प्रशासन से साफ कह दिया कि वो आज तो चुप हैं परंतु यदि 24 घंटे में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो 500 की जगह 5000 सनातनी सिर पर कफन बांध कर सड़कों पर उतरेंगे. उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों को कहा कि वो एक सन्यासी हैं और बाला साहेब ठाकरे के प्रशंसक हैं. सनातनियों की रक्षा के लिए अपनी जान दे भी सकते हैं और किसी की जान ले भी सकते हैं. 24 घंटे के बाद उनके सनातनी योद्धा धरातल पर महाकाल के अवतार वीरभद्र के जैसे तांडव करेंगे.
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