अलीगढ़: समाजवादी पार्टी वरिष्ठ नेता सलीम इकबाल शेरवानी अलीगढ़ में रविवार को जनसभा को संबोधित करने आए. इस दौरान उन्होंने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि मैं कांग्रेस में रहा हूं, लेकिन भाजपा से सिर्फ एक ही पार्टी लड़ाई लड़ सकती है जो समाजवादी पार्टी है. उन्होंने कहा कि पिछले एक साल से समाजवादी पार्टी को मजबूत करने का काम कर रहा हूं. उन्होंने कहा कि कोविड-19, पेट्रोल-डीजल, गैस-सिलेंडर और किसानों के आंदोलन को लेकर भाजपा सरकार ने जनता का विश्वास खो दिया है और उत्तर प्रदेश के लोग सरकार बदलना चाहते हैं.
सलीम इकबाल शेरवानी ने कहा कि मैं अपने आपको मुस्लिम चेहरा नहीं मानता. समाजवादी पार्टी में मुसलमानों को कितनी सीटें दी जाएगी. इस बारे में उन्होंने कुछ नहीं कहा. लेकिन सपा मुखिया अखिलेश यादव से बात हुई है. उन्होंने कहा कि जहां-जहां मुसलमानों की संख्या ज्यादा है. वहां मुसलमानों को टिकट देना चाहिए.
जिन्ना के सवाल पर उन्होंने कहा कि जब आजादी की लड़ाई लड़ी जा रही थी. तब पाकिस्तान का कोई कांसेप्ट नहीं था. उन्होंने कहा कि उस समय जिन्ना साहब ने मुसलमानों के साथ बहुत नाइंसाफी की थी. उन्होंने मुल्क को बंटवाने का काम किया. जिन मुसलमानों ने उन पर भरोसा किया, वे पाकिस्तान चले गये. जो मुसलमान हिंदुस्तान में रह गए. वह अपनी मर्जी से है. उनके पास भी च्वाइस थी. लेकिन वह नहीं गए. उन्होंने भारत को ही अपना देश माना. इसी में ही उन्होंने पहली सांस ली और आखरी सांस भी लेंगे. चुनाव के समय में जिन्ना को मुद्दा बनाया जाता है. उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी ने कभी भी जिन्ना का नाम नहीं लिया. उन्होंने कहा कि जिन्ना ने हमारे मुल्क को बंटवाया है. उन्होंने कहां की अखिलेश यादव ने फ्रीडम फाइटर के नाम में उनका जिक्र किया था और तब हिंदुस्तान एक था. उस समय वह फ्रीडम स्ट्रगल में मौजूद थे और गांधी जी से मिलते थे. उन्होंने कहा कि इसका राजनीतिकरण करने की जरूरत नहीं है.
उन्होंने कहा कि ईमानदारी से कहा जाए तो पाकिस्तान से अच्छा दोस्त भारतीय जनता पार्टी का कोई नहीं है. कोई भी चुनाव हो. उसमें पाकिस्तान का नाम लिए बगैर भाजपा वाले नहीं रह सकते. सपा नेता सलीम इकबाल शेरवानी ने कहा कि पाकिस्तान हमारे लिए कोई मुद्दा नहीं है. लेकिन पाकिस्तान का सांसद या विधायक हिंदुस्तान को गाली दिए हुए चुनाव नहीं लड़ सकता. लेकिन आज चीजें बदल गई है. आज हर वक्त पाकिस्तान का नाम लिया जाता है. जो हमारा दोस्त नहीं है और हमें नुकसान पहुंचाने की कोशिश करता है. जिसकी पहचान ही है कि वह हिंदुस्तान को भला बुरा कहता है. लेकिन पाकिस्तान के नाम पर हमारे देश में चुनाव लड़ा जाता है.
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इसी तरीके से कांग्रेस के पंजाब के अध्यक्ष के लिए भी जरूरी है कि दोस्ती को अलग हटाकर मुल्क की तरफ देखें. क्योंकि देश को कमजोर नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा कि हम तो पाकिस्तान का नाम ही नहीं लेते. हमारे लिए तो पाकिस्तान एक रोग की तरह है. जो सिवाय बदमाशी के कुछ नहीं करता. सलीम इकबाल शेरवानी ने पाकिस्तान को भाजपा का दोस्त बताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री और गृहमंत्री चुनाव में पाकिस्तान इस्तेमाल करते हैं. उन्होंने कहा कि अगर देश में कांग्रेस की सरकार बन गई. तो पाकिस्तान में मिठाई बांटी जाएगी. इस तरह की बातें फैलाई जाती हैं.
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