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अलीगढ़ जेल में कैदी की मौत, जिला प्रशासन में मचा हड़कंप - aligarh district hospital

यूपी के अलीगढ़ जेल में कैदी की मौत के बाद जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है. शनिवार देर रात अचानक तबीयत खराब होने पर जेल प्रशासन ने कैदी को जिला अस्पताल रेफर किया था, जहां डॉक्टरों की टीम ने उसे मृत घोषित कर दिया.

अलीगढ़ जेल में कैदी की मौत.
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Published : Oct 6, 2019, 6:37 PM IST

अलीगढ़: जिला कारागार में सजा काट रहे कैदी की मौत के बाद जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है. शनिवार देर रात अचानक तबीयत खराब होने पर जेल प्रशासन ने कैदी को जिला अस्पताल रेफर किया था, जहां डॉक्टरों की टीम ने कैदी को मृत घोषित कर दिया. सूचना मिलने पर अस्पताल पहुंचे परिजनों ने जेल प्रशासन पर प्रश्नचिन्ह खड़े कर दिए हैं. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.

अलीगढ़ जेल में कैदी की मौत.
जेल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप
  • राकेश बाल्मीकि उम्र 26 वर्ष जानलेवा हमले के मामले में 11 महीने से जिला कारागार में बंद था.
  • शनिवार की रात दो बजे अचानक उसकी तबीयत खराब हुई.
  • आनन-फानन में कैदी राकेश को मलखान सिंह जिला अस्पताल ले जाया गया.
  • अस्पताल में डॉक्टरों की टीम ने कैदी राकेश को मृत घोषित कर दिया.
  • घटना की सूचना मिलने पर जिला अस्पताल पहुंचे परिजनों ने जेल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है.

परिजनों ने जेल प्रशासन पर लगाया आरोप
परिजनों का आरोप है कि वे एक दिन पहले जेल में राकेश से मुलाकात करके आए थे, तब उसे किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं थी. परिजनों ने बताया कि घटना के बारे में डॉक्टरों और जेल प्रशासन से बात की गई है, लेकिन कोई भी स्पष्ट जवाब नहीं दे रहा है.

मृतक के भाई ने बयां किया अपना दर्द
मृतक के भाई सुरेश ने बताया कि मेरे भाई पर 2017 में 307 का मुकदमा दर्ज किया गया था. 11 महीने जेल काट चुका था. बीच में जमानत पर भी छूट आया था, उसके बाद सजा हो गई. सजा के बाद मैं राकेश से अक्सर मिलने आया करता रहता था. एक दिन पहले भी जेल में मिलने आया था. राकेश बिल्कुल ठीक था. मुझे उसने कोई परेशानी नहीं बताई थी. हमको 1:30 बजे सूचना मिली कि वह सीरियस है.

इसे भी पढ़ें:- अलीगढ़: नकली देसी घी बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़, भारी मात्रा में नकली घी बरामद


कैदी की तबीयत जेल में खराब हुई थी. जेल वालों ने यहां भर्ती किया, उसके बाद उसकी हॉस्पिटल में डेथ हो गई. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जाएगा. पोस्टमार्टम की पूरी वीडियोग्राफी होगी और डॉक्टरों के पैनल से मेडिकल करवाया जाएगा.
-कुलदेव सिंह, एसीएम, अलीगढ़

हमें उसका शव भी नहीं दिखाया गया. कोई कहता है कि जेल से ही मृत यहां आया था. कोई कह रहा है कि यहां अस्पताल में मौत हुई है. इसकी कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है.
-सुरेश, मृतक कैदी का भाई

अलीगढ़: जिला कारागार में सजा काट रहे कैदी की मौत के बाद जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है. शनिवार देर रात अचानक तबीयत खराब होने पर जेल प्रशासन ने कैदी को जिला अस्पताल रेफर किया था, जहां डॉक्टरों की टीम ने कैदी को मृत घोषित कर दिया. सूचना मिलने पर अस्पताल पहुंचे परिजनों ने जेल प्रशासन पर प्रश्नचिन्ह खड़े कर दिए हैं. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.

अलीगढ़ जेल में कैदी की मौत.
जेल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप
  • राकेश बाल्मीकि उम्र 26 वर्ष जानलेवा हमले के मामले में 11 महीने से जिला कारागार में बंद था.
  • शनिवार की रात दो बजे अचानक उसकी तबीयत खराब हुई.
  • आनन-फानन में कैदी राकेश को मलखान सिंह जिला अस्पताल ले जाया गया.
  • अस्पताल में डॉक्टरों की टीम ने कैदी राकेश को मृत घोषित कर दिया.
  • घटना की सूचना मिलने पर जिला अस्पताल पहुंचे परिजनों ने जेल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है.

परिजनों ने जेल प्रशासन पर लगाया आरोप
परिजनों का आरोप है कि वे एक दिन पहले जेल में राकेश से मुलाकात करके आए थे, तब उसे किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं थी. परिजनों ने बताया कि घटना के बारे में डॉक्टरों और जेल प्रशासन से बात की गई है, लेकिन कोई भी स्पष्ट जवाब नहीं दे रहा है.

मृतक के भाई ने बयां किया अपना दर्द
मृतक के भाई सुरेश ने बताया कि मेरे भाई पर 2017 में 307 का मुकदमा दर्ज किया गया था. 11 महीने जेल काट चुका था. बीच में जमानत पर भी छूट आया था, उसके बाद सजा हो गई. सजा के बाद मैं राकेश से अक्सर मिलने आया करता रहता था. एक दिन पहले भी जेल में मिलने आया था. राकेश बिल्कुल ठीक था. मुझे उसने कोई परेशानी नहीं बताई थी. हमको 1:30 बजे सूचना मिली कि वह सीरियस है.

इसे भी पढ़ें:- अलीगढ़: नकली देसी घी बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़, भारी मात्रा में नकली घी बरामद


कैदी की तबीयत जेल में खराब हुई थी. जेल वालों ने यहां भर्ती किया, उसके बाद उसकी हॉस्पिटल में डेथ हो गई. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जाएगा. पोस्टमार्टम की पूरी वीडियोग्राफी होगी और डॉक्टरों के पैनल से मेडिकल करवाया जाएगा.
-कुलदेव सिंह, एसीएम, अलीगढ़

हमें उसका शव भी नहीं दिखाया गया. कोई कहता है कि जेल से ही मृत यहां आया था. कोई कह रहा है कि यहां अस्पताल में मौत हुई है. इसकी कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है.
-सुरेश, मृतक कैदी का भाई

Intro:अलीगढ़ : जिला कारागार में सजा काट रहे कैदी की मौत के बाद जिला प्रशासन में मचा हड़कंप. देर रात्रि में अचानक तबीयत खराब होने पर जेल प्रशासन ने किया था जिला अस्पताल रेफर. डॉक्टरों की टीम ने किया मृत घोषित. सूचना मिलने पर अस्पताल पहुंचे परिजनों ने जेल प्रशासन पर उठाए सवालिया निशान. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया. मृतक कैदी राकेश बाल्मीकि उम्र 26 वर्ष, 307 के आरोप में काट रहा था सजा. थाना खैर क्षेत्र के बरका गांव का है रहने वाला. थाना बन्नादेवी क्षेत्र के जिला अस्पताल की है घटना.Body:दरअसल राकेश बाल्मीकि उम्र 26 वर्ष जानलेवा हमले के मामले में 11 महीने से जिला कारागार में बंद था. बीती देर रात्रि को दो बजे अचानक उसकी तबीयत खराब हुई और आनन-फानन में उसे मलखानसिंह जिला अस्पताल ले जाया गया. जहां डॉक्टरों की टीम ने उसे मृत घोषित कर दिया. घटना की सूचना मिलने पर जिला अस्पताल पहुंचे परिजनों ने जेल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है. वहीं परिजनों का आरोप है, अभी एक दिन पहले जेल में मुलाकात करके आए थे और कोई किसी भी तरह की परेशानी नहीं थी. अब घटना के बारे में डॉक्टरों से बात की गई है तो कोई भी स्पष्ट जवाब नहीं दे पा रहा है. वहीं घटना के बाद एसीएम के अलावा पुलिस के आला अधिकारी जिला अस्पताल पहुंच गए और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है.Conclusion:मृतक के भाई सुरेश ने बताया मेरा भाई 2017 में 307 का मुकद्दमा लगा था. 11 महीने पहले जेल काट चुका था. बीच में जमानत पर छूट गया, उसके बाद में सजा हो गई. उसके बाद में, मैं मिलाई करता रहा इसकी देखभाल करता रहा. परसों भी जेल में मिलाई करके आया हूँ. बिल्कुल नॉरमल था बिल्कुल ठीक था. मुझे उसने कोई परेशानी नहीं बताई है.हमको 1:30 बजे सूचना मिली है, कि वह सीरियस है. हम वहां से तैयार होकर निकल लिए हैं अपने घर से दो बजे रात को. फिर यहां आकर देखा है तो फिर यहां कुछ नहीं मिला है. ना बॉडी दिखायी है हमको, ना कुछ दिखाया. हमको कोई यह कहता है कि वही से मरा हुआ आया है. कोई कह रहा है कि यह यहीं पर खत्म हुआ है. कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है.

एसीएम कुलदेव सिंह ने बताया इसकी तबीयत खराब हुई जेल में. जेल वालों ने यहां भर्ती किया. उसके बाद उसकी हॉस्पिटल में डेथ हो गई. 307 का बता रहे हैं थाना खैर का मामला है. बाकी पोस्टमार्टम करवाया जाएगा इनका, पोस्टमार्टम की पूरी वीडियोग्राफी होगी और डॉक्टरों के पैनल से मेडिकल करवाया जायेगा.

बाईट- सुरेश, मृतक कैदी का भाई
बाईट- कुलदेव सिंह एसीएम, अलीगढ़


ललित कुमार, अलीगढ़
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