अलीगढ़: अलीगढ़ जनपद में गोकशी और लूट की घटना को अंजाम देने वाले तीन शातिर लुटेरों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. इनके कब्जे से गोकशी से संबंधित तीन रस्से, प्लास्टिक के दो बोरे, दो चाकू, 9 हजार नौ सौ रुपये नकद और एक कार बरामद हुई है. यह लोग गैंग बनाकर लूट और गोकशी की घटनाओं को अंजाम देते थे. थाना जवा पुलिस ने सूचना मिलने पर बाजगढ़ी पुल के पास से तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
कैसे पकड़े गए शातिर लुटेरे
- थाना जवां क्षेत्र में 20 मई को रिंगसपुरी गांव में गोकशी की घटना हुई थी.
- इसे लेकर थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था.
- थाना जवां पुलिस को सूचना मिली कि गांव बाजगढ़ी के रास्ते पर बने यात्री शेड के पास तीन संदिग्ध व्यक्ति खड़े हैं.
- मौके पर पहुंची पुलिस ने दबिश देकर तीनों को गिरफ्तार कर लिया.
- पूछताछ में अपना नाम मीनूद्दीन उर्फ नौबता निवासी रिगसपुरी थाना जवां, तौफीक निवासी नगला मेवाती थाना जवां और फजर उर्फ अजरुदीन निवासी नगला मेवाती थाना जवां बताया.
- तलाशी के दौरान 9 हजार नौ सौ रुपये नकद, दो चाकू, एक कार और एक लोडेड तमंचा बरामद किया गया है.
थाना जवां में तीन शातिर लुटेरों और गोकशों को पकड़ा गया है. जोकि गो तस्करी और गो हत्या में सम्मिलित थे. इनके द्वारा रिगसपुरी गांव में गोकशी की घटना की गई थी, उसमें मुकदमा भी लिखा गया था. तब से हम इन लोगों को तलाश कर रहे थे. इन लोगों ने तीन घटनाएं स्वीकार की हैं. एक 20 मई 2019 की घटना है, रिगसपुरी गांव की. उसमें फरियाज, नईम और यामीन ये 3 लोग हैं.
इन्होंने गोवंश पशुओं का वध किया था. कार से ये लोग जा रहे थे. उसके अलावा 8 फरवरी को जंगलगढ़ी गांव के अंतर्गत गोवंश पशुओं को एक कैंटर के अंदर भरकर तौफीक और फजर मोहम्मद उर्फ फजरुद्दीन और हसीब जो कि संभल बुलंदशहर का है, यह सभी पशुओं को लेकर जा रहे थे. उसके अलावा 19 मई 2019 को देसी शराब के ठेकों पर 34 हजार रुपये की लूट हुई थी. यह तीनों घटनाएं इस गैंग द्वारा की गईं. इसमें तीन को गिरफ्तार कर लिया गया है.
-आकाश कुलहरि, एसएसपी