प्रयागराज: महाकुंभ 2025 में देश–दुनिया से अलग-अलग विधाओं और संस्कृतियों को लेकर श्रद्धालु आ रहे हैं. एक तरफ हठयोग में माहिर नागा संन्यासी हैं तो दूसरी तरफ जप–तप और साधना करने में लीन रहने वाले साधु. लेकिन, सबका उद्देश्य एक है जगत का कल्याण. इन सबके बीच मध्य प्रदेश के रीवा के रहने वाले योग प्रशिक्षक आदर्श पांडेय भी महाकुंभ आए हैं. उनका कहना है कि हमारे देश का युवा नशे की तरफ न जाए और व्यभिचार न करे यही उनका उद्देश्य है.
गंगा घाटों और अखाड़ों के पंडालों में सिखाते हैं योग: आदर्श पांडेय 100 से अधिक हठयोग करते हैं और एक ही आसन में आधे घंटे तक रह सकते हैं. महाकुंभ में अब तक 4000 श्रद्धालुओं को वे योग की शिक्षा दे चुके हैं. आदर्श ज्यादातर युवाओं को योग की शिक्षा दे रहे हैं. बताते हैं कि वो महाकुंभ में सामान्य दिनों में गंगा के घाटों पर योग की क्लास लगाते हैं. इसके अलावा अखाड़ों के पंडालों में भी योग की क्लास लगाते हैं.
फ्री में सिखाते हैं योग: आदर्श ये सब निश्शुल्क सिखाते हैं. योग के माध्यम से बीमारियों को दूर करने का उपाय बताते हैं. आदर्श का कहना है कि अगर मेरे माध्यम से एक भी युवा अपने जीवन में योग को अपना ले तो मैं समझूंगा मेरा उद्देश्य पूरा हुआ. मैं लोगों को उनकी भागम-भाग जिंदगी में स्वस्थ रहने के आसान आसन सिखाता हूं. योग कठिन साधना और अभ्यास की चीज है पर कुछ आसन और मुद्राएं ऐसी भी हैं जिसे कहीं भी रहकर और किया जा सकता है.
योग में आदर्श पांडेय के नाम 5 वर्ल्ड रिकॉर्ड: आदर्श का दावा है कि उनके नाम योग में 5 वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज हैं. लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड कर्णपीड़ आसन के लिए 2023 में दिया गया. आधे घंटे तक कर्णपीड़ आसन में रहने के लिए यह रिकॉर्ड आदर्श ने बनाया है.
एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड भी कर्णपीड़ आसन के लिए मिला है. इस आसन में आदर्श ने 31 मिनट और 17 सेकेंड रहने का रिकॉर्ड बनाया है. वर्ल्ड वाइड बुक ऑफ रिकॉर्ड पद्मवकासन में 1.05 मिनट सेकंड तक रहने के लिए मिला है. आदर्श बताते हैं कि पद्यमवकासन में यह पहला वर्ल्ड रिकॉर्ड है.
वर्ल्ड ग्रेटेस्ट रिकॉर्ड पश्चिमोत्तासन में 25 मिनट तक रहने के लिए प्रदान किया गया है. इंडिया ग्रेटेस्ट रिकॉर्ड भी 25 मिनिट तक पश्चिमोत्तान आसन में रहने के लिए प्रदान किया गया है. उन्होंने योग की शिक्षा अपने भाई गीता प्रसाद पांडे से ली है. वह भी अच्छे योग प्रशिक्षक हैं.
बढ़ती बीमारियों ने किया आहत तो अपनाया योग का रास्ता: आदर्श का कहना है कि वह समाज में बढ़ती बीमारी से आहत हैं. अगर किसी घर में एक भी गंभीर बीमारी आ गई तो उस घर का बजट बिगड़ जाता है. बिगड़ी खान-पान व जीवन शैली व रासायनिक उर्वरकों के उपयोग से हर घर में इस समय बीमारी ने घर कर रखा है. कैंसर जैसे रोग अब आम बात हैं. ऐसे में योग ही एक ऐसा माध्यम है, जिससे हम अपने शरीर को कुछ मिनट के अभ्यास के सहारे ही निरोग रख सकते हैं.
आदर्श ने बताया कि उनके बड़े भाई गीता प्रसाद ने भी योग से एमए किया है और वह भी अब बड़े भाई के बताए रास्ते पर चलते हुए योग में परास्नातक कर रहे हैं. उनका कहना है कि नशे से दूरी बनाना समय की मांग है. आज युवा पीढ़ी नशे और डिप्रेशन का शिकार है. रोज सुसाइडल केसेज हो रहे हैं. हर कोई तनाव में है. चाहे प्रशासनिक अधिकारी हो चाहे स्टूडेंट हो या घरेलू महिलाएं. ऐसे में तनाव दूर करने में भी योग का बड़ा योगदान होता है.
आदर्श का क्या है उद्देश्य: हमारा उद्देश्य है कि लोगों को योग के प्रति जागरूक करें और लोग इस प्राचीन पद्धति को अपनाकर अपने जीवन में रोग को दूर भगाएं. आदर्श का कहना है कि युवा पीढ़ी ही देश का विकास कर सकती है. यही कारण है कि युवाओं को योग के साथ जोड़ रहे हैं. स्कूलों में भी जाकर योग सिखाते हैं. आदर्श का कहना है कि अगर हमारे देश का युवा योग को अपने जीवन का हिस्सा बना ले तो हमारा देश एक दिन पूरे विश्व का सिरमौर बन जाएगा.
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