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सियासत और सत्ता से बड़ा है समाजः पीएम मोदी - एएमयू में शताब्दी समारोह

यूपी के अलीगढ़ में मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एएमयू के छात्रों को वर्चुअल माध्यम से संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने एएमयू के छात्रों को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं भी दीं.

अलीगढ़ में पीएम मोदी ने किया संबोधित.
अलीगढ़ में पीएम मोदी ने किया संबोधित.
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Published : Dec 22, 2020, 4:14 PM IST

अलीगढ़ : अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के शताब्दी समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल माध्यम से सम्बोधन किया. प्रधानमंत्री एक शिक्षक की तरह छात्रों को समझाते नजर आयें. नई शिक्षा पॉलिसी, नया भारत और आत्मनिर्भर अभियान से छात्रों को जुड़ने की अपील की. उन्होंने कहा कि 100 साल के इतिहास में जिन लोगों ने एएमयू को ऊंचाइयों पर पहुंचाया. उनको नमन करता हूं. प्रधानमंत्री ने एएमयू के उत्तम भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं. छात्रों और शिक्षकों को विश्वास दिलाया कि आपकी प्रगति के लिए और सपनों को साकार करने के लिए सरकार कभी पीछे नहीं रहेगी.

एएमयू छात्रों को दीं उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं.

देश के डेवलपमेंट का इंतजार नहीं किया जा सकता
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि समाज के विकास को राजनीतिक चश्मे से न देखा जाए. हम एक बड़े उद्देश्य के लिए साथ काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि कुछ तत्व इससे परेशान हैं. ऐसे तत्व दुनिया के हर समाज में मिल जाएंगे. उन्होंने कहा कि कुछ ऐसे लोग होते हैं. जिनके अपने स्वार्थ हैं. वह अपने स्वार्थ को सिद्ध करने के लिए हर हथकंडा अपनाते हैं. हर प्रकार की अनियमितता करायेंगे. लेकिन हमारे मस्तिष्क में नए भारत का निर्माण सर्वोच्च होना चाहिए. जिससे नकारात्मक लोगों का दायरा कम हो जाएगा.

उन्होंने कहा कि राजनीति इंतजार कर सकती है. समाज इंतजार कर सकता है. लेकिन देश के डेवलपमेंट के लिए इंतजार नहीं किया जा सकता. गरीब समाज किसी भी वर्ग का हो. वह इंतजार नहीं कर सकता है. महिलाएं, वंचित, पीड़ित, शोषित विकास का इंतजार नहीं कर सकता. उन्होंने कहा कि पिछले वर्षों में मतभेद के चलते बहुत समय जाया हो चुका है. लेकिन सभी को एक लक्ष्य के साथ नया भारत, आत्मनिर्भर भारत बनाना है.

राष्ट्रीय लक्ष्य के लिए द्वेष को रखें किनारेः पीएम
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हम किस मत या मजहब में पैदा हुए हैं. इससे अहम है कि हरेक देश की आकांक्षा से कैसे जुड़े. समाज में वैचारिक मतभेद होते हैं. यह स्वाभाविक भी है. लेकिन जब बात राष्ट्रीय लक्ष्यों की प्राप्ति की हो. तो हर द्वेष किनारे रख देना चाहिए. जब सभी युवा साथी इस सोच के साथ आगे बढ़ेंगे. तो ऐसी कोई मंजिल नहीं जिसे मिलकर हासिल न कर सकें. शिक्षा, आर्थिक विकास, बेहतर रहन-सहन,अवसर, महिलाओं का हक, सुरक्षा, राष्ट्रवाद यह सब हर नागरिक के लिए जरूरी है.

एएमयू से निकले हैं स्वतंत्रता सैनानी
प्रधानमंत्री ने कहा कि एएमयू से अनेक स्वतंत्रता सैनानी निकले हैं. उनकी अपनी पारिवारिक, सामाजिक, वैचारिक परवरिश थी. लेकिन जब गुलामी से मुक्ति की बात आई. तो सारे विचार आजादी के लक्ष्य के साथ जुड़ गये. उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वजों ने जो आजादी के लिए किया. वही काम युवा पीढ़ी को नए भारत के निर्माण के लिए करना है. उन्होंने कहा कि हमें समझना होगा कि सियासत सोसाइटी का अहम हिस्सा है. लेकिन सोसाइटी में सियासत के अलावा भी दूसरी चीजें हैं. सियासत और सत्ता की सोच से बड़ा व व्यापक किसी देश का समाज होता है.

स्वतंत्रता सैनानियों पर रिसर्च का टास्क दिया
पीएम ने कहा कि शिक्षा ऑनलाइन हो या ऑफलाइन लेकिन सभी के पास बराबरी से पहुंचे. सभी का जीवन बदले. इसी लक्ष्य के साथ हम काम कर रहे हैं. मोदी ने अपने संबोधन में छात्रों को पार्टनर कहा और उन्हें एक टास्क भी दिया. उन्होंने देश की आजादी के 75 साल पूरे होने पर एएमयू छात्रों को टास्क दिया. प्रधानमंत्री ने कहा कि एएमयू के पास इनोवेटिव और रिसर्च ओरिएंटेड टैलेंट है. हॉस्टल के छात्र ऐसे स्वतंत्रता सेनानियों पर रिसर्च कर उनके जीवन को देश के सामने लायें. जिनके बारे में लोगों को जानकारी नहीं है. स्टूडेंट महापुरुषों के जन्म स्थान पर जायें. कर्मभूमि जाएं. उनके परिवार के लोगों से संपर्क करें.

नए भारत में युवा बढ़ाएं भागीदारी
प्रधानमंत्री ने हॉस्टल छात्राओं को भी टास्क दिया और कहा कि महिला फ्रीडम फाइटर पर रिसर्च कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि एएमयू के पास बहुत प्राचीन पांडुलिपि हैं. यह हमारी सांस्कृतिक धरोहर है. तकनीक के माध्यम से इन्हें डिजिटल या वर्चुअल के रूप में पूरी दुनिया के सामने ला सकते है. उन्होंने कहा कि नए भारत के निर्माण में युवा अपनी भागीदारी बढ़ाएं. उन्होंने कहा कि लोकल फॉर वोकल के लिए एएमयू से सुझाव मिले तो बहुत खुशी होगी.

बिना भेदभाव के सरकारी योजना का दिया लाभ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सभी के सपने पूरे हों और सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास ही सरकार का मूल मंत्र है. सरकार की नीयत और नीतियों में यही संकल्प धड़कता है. उन्होंने कहा कि आज सरकार गरीबों के लिए जो योजनाएं बना रहा है. बिना किसी मत, मजहब के भेद के हर वर्ग तक पहुंच रही हैं. 40 करोड़ से ज्यादा गरीबों के बैंक खाते बिना किसी भेदभाव के खोले गये.

दो करोड़ से ज्यादा लोगों को पक्के घर दिए गए. 8 करोड़ से ज्यादा महिलाओं को गैस कनेक्शन मिला. कोरोना के समय में 80 करोड़ देशवासियों को मुफ्त अन्य सामान सुनिश्चित किया. आयुष्मान योजना के तहत 50 करोड़ों लोगों को पांच लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज संभव हुआ. जो की बिना भेदभाव के किया गया.उन्होंने कहा कि जो देश का है वह हर देशवासी का है. उसका लाभ हर देशवासी को मिलना चाहिए. और हमारी सरकार नेक भावना के साथ काम कर रही है.

एएमयू छात्र नेशन बिल्डिंग में करें योगदान
पीएम ने कहा कि एएमयू ने दुनिया के कई देशों से भारत के संबंधों को सशक्त करने का काम किया है. उर्दू, अरबी, फारसी भाषा पर एकेडमिक रिसर्च होती है. तो भारत के सांस्कृतिक रिश्तों को नई ऊंचाई देता है. 1000 से अधिक विदेशी स्टूडेंट एएमयू में पढ़ते हैं. उन्होंने कहा कि एएमयू की दोहरी जिम्मेदारी है. अपना सम्मान बढ़ाने की और अपना उत्तरदायित्व बखूबी निभाने की है. नेशन बिल्डिंग के दायित्व को निरंतर पूरा करना है.

अपने कर्तव्यों को ध्यान में रखें छात्र
पीएम ने कहा कि एएमयू से जुड़ा प्रत्येक व्यक्ति, छात्र छात्राएं अपने कर्तव्यों को ध्यान में रखते हुए आगे बढ़ेंगे. उन्होंने सर सैयद द्वारा कही गई बात को याद दिलाई. सर सैयद ने कहा था अपने देश की चिंता करने वाले का पहला सबसे बड़ा कर्तव्य है कि वह सभी लोगों के कल्याण के लिए काम करें. भले ही लोगों की जाति या मजहब कुछ भी हो. प्रधानमंत्री ने इसे एक उदाहरण द्वारा भी समझाया और कहा कि देश आज उस मार्ग पर बढ़ रहा है. जहां का प्रत्येक नागरिक संविधान से मिले अपने अधिकारों को लेकर निश्चिंत रहें अपने भविष्य को लेकर निश्चिंत रहें.

अलीगढ़ : अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के शताब्दी समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल माध्यम से सम्बोधन किया. प्रधानमंत्री एक शिक्षक की तरह छात्रों को समझाते नजर आयें. नई शिक्षा पॉलिसी, नया भारत और आत्मनिर्भर अभियान से छात्रों को जुड़ने की अपील की. उन्होंने कहा कि 100 साल के इतिहास में जिन लोगों ने एएमयू को ऊंचाइयों पर पहुंचाया. उनको नमन करता हूं. प्रधानमंत्री ने एएमयू के उत्तम भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं. छात्रों और शिक्षकों को विश्वास दिलाया कि आपकी प्रगति के लिए और सपनों को साकार करने के लिए सरकार कभी पीछे नहीं रहेगी.

एएमयू छात्रों को दीं उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं.

देश के डेवलपमेंट का इंतजार नहीं किया जा सकता
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि समाज के विकास को राजनीतिक चश्मे से न देखा जाए. हम एक बड़े उद्देश्य के लिए साथ काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि कुछ तत्व इससे परेशान हैं. ऐसे तत्व दुनिया के हर समाज में मिल जाएंगे. उन्होंने कहा कि कुछ ऐसे लोग होते हैं. जिनके अपने स्वार्थ हैं. वह अपने स्वार्थ को सिद्ध करने के लिए हर हथकंडा अपनाते हैं. हर प्रकार की अनियमितता करायेंगे. लेकिन हमारे मस्तिष्क में नए भारत का निर्माण सर्वोच्च होना चाहिए. जिससे नकारात्मक लोगों का दायरा कम हो जाएगा.

उन्होंने कहा कि राजनीति इंतजार कर सकती है. समाज इंतजार कर सकता है. लेकिन देश के डेवलपमेंट के लिए इंतजार नहीं किया जा सकता. गरीब समाज किसी भी वर्ग का हो. वह इंतजार नहीं कर सकता है. महिलाएं, वंचित, पीड़ित, शोषित विकास का इंतजार नहीं कर सकता. उन्होंने कहा कि पिछले वर्षों में मतभेद के चलते बहुत समय जाया हो चुका है. लेकिन सभी को एक लक्ष्य के साथ नया भारत, आत्मनिर्भर भारत बनाना है.

राष्ट्रीय लक्ष्य के लिए द्वेष को रखें किनारेः पीएम
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हम किस मत या मजहब में पैदा हुए हैं. इससे अहम है कि हरेक देश की आकांक्षा से कैसे जुड़े. समाज में वैचारिक मतभेद होते हैं. यह स्वाभाविक भी है. लेकिन जब बात राष्ट्रीय लक्ष्यों की प्राप्ति की हो. तो हर द्वेष किनारे रख देना चाहिए. जब सभी युवा साथी इस सोच के साथ आगे बढ़ेंगे. तो ऐसी कोई मंजिल नहीं जिसे मिलकर हासिल न कर सकें. शिक्षा, आर्थिक विकास, बेहतर रहन-सहन,अवसर, महिलाओं का हक, सुरक्षा, राष्ट्रवाद यह सब हर नागरिक के लिए जरूरी है.

एएमयू से निकले हैं स्वतंत्रता सैनानी
प्रधानमंत्री ने कहा कि एएमयू से अनेक स्वतंत्रता सैनानी निकले हैं. उनकी अपनी पारिवारिक, सामाजिक, वैचारिक परवरिश थी. लेकिन जब गुलामी से मुक्ति की बात आई. तो सारे विचार आजादी के लक्ष्य के साथ जुड़ गये. उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वजों ने जो आजादी के लिए किया. वही काम युवा पीढ़ी को नए भारत के निर्माण के लिए करना है. उन्होंने कहा कि हमें समझना होगा कि सियासत सोसाइटी का अहम हिस्सा है. लेकिन सोसाइटी में सियासत के अलावा भी दूसरी चीजें हैं. सियासत और सत्ता की सोच से बड़ा व व्यापक किसी देश का समाज होता है.

स्वतंत्रता सैनानियों पर रिसर्च का टास्क दिया
पीएम ने कहा कि शिक्षा ऑनलाइन हो या ऑफलाइन लेकिन सभी के पास बराबरी से पहुंचे. सभी का जीवन बदले. इसी लक्ष्य के साथ हम काम कर रहे हैं. मोदी ने अपने संबोधन में छात्रों को पार्टनर कहा और उन्हें एक टास्क भी दिया. उन्होंने देश की आजादी के 75 साल पूरे होने पर एएमयू छात्रों को टास्क दिया. प्रधानमंत्री ने कहा कि एएमयू के पास इनोवेटिव और रिसर्च ओरिएंटेड टैलेंट है. हॉस्टल के छात्र ऐसे स्वतंत्रता सेनानियों पर रिसर्च कर उनके जीवन को देश के सामने लायें. जिनके बारे में लोगों को जानकारी नहीं है. स्टूडेंट महापुरुषों के जन्म स्थान पर जायें. कर्मभूमि जाएं. उनके परिवार के लोगों से संपर्क करें.

नए भारत में युवा बढ़ाएं भागीदारी
प्रधानमंत्री ने हॉस्टल छात्राओं को भी टास्क दिया और कहा कि महिला फ्रीडम फाइटर पर रिसर्च कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि एएमयू के पास बहुत प्राचीन पांडुलिपि हैं. यह हमारी सांस्कृतिक धरोहर है. तकनीक के माध्यम से इन्हें डिजिटल या वर्चुअल के रूप में पूरी दुनिया के सामने ला सकते है. उन्होंने कहा कि नए भारत के निर्माण में युवा अपनी भागीदारी बढ़ाएं. उन्होंने कहा कि लोकल फॉर वोकल के लिए एएमयू से सुझाव मिले तो बहुत खुशी होगी.

बिना भेदभाव के सरकारी योजना का दिया लाभ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सभी के सपने पूरे हों और सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास ही सरकार का मूल मंत्र है. सरकार की नीयत और नीतियों में यही संकल्प धड़कता है. उन्होंने कहा कि आज सरकार गरीबों के लिए जो योजनाएं बना रहा है. बिना किसी मत, मजहब के भेद के हर वर्ग तक पहुंच रही हैं. 40 करोड़ से ज्यादा गरीबों के बैंक खाते बिना किसी भेदभाव के खोले गये.

दो करोड़ से ज्यादा लोगों को पक्के घर दिए गए. 8 करोड़ से ज्यादा महिलाओं को गैस कनेक्शन मिला. कोरोना के समय में 80 करोड़ देशवासियों को मुफ्त अन्य सामान सुनिश्चित किया. आयुष्मान योजना के तहत 50 करोड़ों लोगों को पांच लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज संभव हुआ. जो की बिना भेदभाव के किया गया.उन्होंने कहा कि जो देश का है वह हर देशवासी का है. उसका लाभ हर देशवासी को मिलना चाहिए. और हमारी सरकार नेक भावना के साथ काम कर रही है.

एएमयू छात्र नेशन बिल्डिंग में करें योगदान
पीएम ने कहा कि एएमयू ने दुनिया के कई देशों से भारत के संबंधों को सशक्त करने का काम किया है. उर्दू, अरबी, फारसी भाषा पर एकेडमिक रिसर्च होती है. तो भारत के सांस्कृतिक रिश्तों को नई ऊंचाई देता है. 1000 से अधिक विदेशी स्टूडेंट एएमयू में पढ़ते हैं. उन्होंने कहा कि एएमयू की दोहरी जिम्मेदारी है. अपना सम्मान बढ़ाने की और अपना उत्तरदायित्व बखूबी निभाने की है. नेशन बिल्डिंग के दायित्व को निरंतर पूरा करना है.

अपने कर्तव्यों को ध्यान में रखें छात्र
पीएम ने कहा कि एएमयू से जुड़ा प्रत्येक व्यक्ति, छात्र छात्राएं अपने कर्तव्यों को ध्यान में रखते हुए आगे बढ़ेंगे. उन्होंने सर सैयद द्वारा कही गई बात को याद दिलाई. सर सैयद ने कहा था अपने देश की चिंता करने वाले का पहला सबसे बड़ा कर्तव्य है कि वह सभी लोगों के कल्याण के लिए काम करें. भले ही लोगों की जाति या मजहब कुछ भी हो. प्रधानमंत्री ने इसे एक उदाहरण द्वारा भी समझाया और कहा कि देश आज उस मार्ग पर बढ़ रहा है. जहां का प्रत्येक नागरिक संविधान से मिले अपने अधिकारों को लेकर निश्चिंत रहें अपने भविष्य को लेकर निश्चिंत रहें.

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