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मुख्यमंत्री के हेलीपैड के लिए किसान की फसल का मुआवजा दे रहा प्रशासन, सोशल मीडिया पर चल रही थी भ्रामक खबर

दरअसल, हैलीपैड के लिए किसान की फसल काटने को लेकर सोशल मीडिया पर प्रशासन के अनुसार भ्रामक खबर आ रही है. इस पर एसडीएम कोल संजीव ओझा ने स्पष्ट किया है कि जो नुकसान किसान का हुआ है, उस फसल की कीमत दी जा रही है.

मुख्यमंत्री के हेलीपैड के लिए किसान की फसल का मुआवजा दे रहा प्रशासन
मुख्यमंत्री के हेलीपैड के लिए किसान की फसल का मुआवजा दे रहा प्रशासन
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Published : Jan 7, 2022, 10:18 PM IST

अलीगढ़ : अलीगढ़ में 4 जनवरी को कासिमपुर में बिजली परियोजना के उद्घाटन के दौरान मुख्यमंत्री के हेलीकॉप्टर लैंड के लिए किसान के खेत मे बनाए गए हैलीपैड को लेकर जिला प्रशासन ने पक्ष रखा है.

दरअसल, हैलीपैड के लिए किसान की फसल काटने को लेकर सोशल मीडिया पर प्रशासन के अनुसार भ्रामक खबर आ रही है. इस पर एसडीएम कोल संजीव ओझा ने स्पष्ट किया है कि जो नुकसान किसान का हुआ है, उस फसल की कीमत दी जा रही है.

'सोशल मीडिया पर प्रसारित एक भ्रामक खबर का खंडन करते हुए एसडीएम कोल संजीव ओझा ने बताया कि खबर पूरी तरह से तथ्यहीन एवं निराधार है. हैलीपैड के लिए शिक्षा समिति के नाम दर्ज एक हेक्टेयर जमीन ली गयी थी. इस पर सरसों की फसल खड़ी थी.

यह भी पढ़ें : बिजली बिल हुआ आधा : अब बिजली दर 6 से घटकर 3 रुपये/यूनिट, फिक्स चार्ज 130 रुपये/एचपी से घटकर हुआ 65

उन्होंने बताया कि एक हैक्टेयर में सरसों का उत्पादन अधिकतम 20 क्विंटल होता है. किसान हित को ध्यान में रखते हुए सरसों का वर्तमान में चल रहे 6000 रूपये प्रति क्विंटल की दर से नियमानुसार एक लाख 24 हजार 675 का मुआवजा बनाकर शासन को प्रेषित किया गया है. धनराशि प्राप्त होते ही संबंधित व्यक्ति को मुआवजे की धनराशि दे दी जाएगी.

एसडीएम संजीव झा ने बताया कि हेलीपैड के लिए एक हेक्टेयर जमीन की जरूरत थी जो खेत शिक्षा समिति के नाम था. उस पर एक किसान ने सरसों की फसल बोई थी. किसान की एक हेक्टेयर जमीन ली थी. एसडीएम संजीव ओझा ने बताया कि एक हेक्टेयर जमीन पर सरसों की फसल थी.

एक हेक्टेयर में 20 क्विंटल सरसों की पैदावार होती है और 20 क्विंटल सरसों का आज की रेट के अनुसार अनुमानित दाम एक लाख 24 हज़ार 675 का मुआवजा बनाया है. जल्द ही किसान को पैसे का भुगतान किया जाएगा.

उन्होंने कहा कि अभी सरसों की फसल तैयार नहीं हुई थी. फिर भी इनको पूरा दाम दिया जा रहा है और किसान के हित का ख्याल रखा गया है. किसानों को मुआवजा दिया जा रहा है.

अलीगढ़ : अलीगढ़ में 4 जनवरी को कासिमपुर में बिजली परियोजना के उद्घाटन के दौरान मुख्यमंत्री के हेलीकॉप्टर लैंड के लिए किसान के खेत मे बनाए गए हैलीपैड को लेकर जिला प्रशासन ने पक्ष रखा है.

दरअसल, हैलीपैड के लिए किसान की फसल काटने को लेकर सोशल मीडिया पर प्रशासन के अनुसार भ्रामक खबर आ रही है. इस पर एसडीएम कोल संजीव ओझा ने स्पष्ट किया है कि जो नुकसान किसान का हुआ है, उस फसल की कीमत दी जा रही है.

'सोशल मीडिया पर प्रसारित एक भ्रामक खबर का खंडन करते हुए एसडीएम कोल संजीव ओझा ने बताया कि खबर पूरी तरह से तथ्यहीन एवं निराधार है. हैलीपैड के लिए शिक्षा समिति के नाम दर्ज एक हेक्टेयर जमीन ली गयी थी. इस पर सरसों की फसल खड़ी थी.

यह भी पढ़ें : बिजली बिल हुआ आधा : अब बिजली दर 6 से घटकर 3 रुपये/यूनिट, फिक्स चार्ज 130 रुपये/एचपी से घटकर हुआ 65

उन्होंने बताया कि एक हैक्टेयर में सरसों का उत्पादन अधिकतम 20 क्विंटल होता है. किसान हित को ध्यान में रखते हुए सरसों का वर्तमान में चल रहे 6000 रूपये प्रति क्विंटल की दर से नियमानुसार एक लाख 24 हजार 675 का मुआवजा बनाकर शासन को प्रेषित किया गया है. धनराशि प्राप्त होते ही संबंधित व्यक्ति को मुआवजे की धनराशि दे दी जाएगी.

एसडीएम संजीव झा ने बताया कि हेलीपैड के लिए एक हेक्टेयर जमीन की जरूरत थी जो खेत शिक्षा समिति के नाम था. उस पर एक किसान ने सरसों की फसल बोई थी. किसान की एक हेक्टेयर जमीन ली थी. एसडीएम संजीव ओझा ने बताया कि एक हेक्टेयर जमीन पर सरसों की फसल थी.

एक हेक्टेयर में 20 क्विंटल सरसों की पैदावार होती है और 20 क्विंटल सरसों का आज की रेट के अनुसार अनुमानित दाम एक लाख 24 हज़ार 675 का मुआवजा बनाया है. जल्द ही किसान को पैसे का भुगतान किया जाएगा.

उन्होंने कहा कि अभी सरसों की फसल तैयार नहीं हुई थी. फिर भी इनको पूरा दाम दिया जा रहा है और किसान के हित का ख्याल रखा गया है. किसानों को मुआवजा दिया जा रहा है.

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