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अलीगढ़: मुस्लिम समुदाय के लोगों ने कांवड़ियों के लिए लगाया कैंप

अलीगढ़ में महाशिवरात्रि के मौके पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने कांवड़ियों की सेवा के लिए कैंप लगाया और साथ ही भंडारे का आयोजन भी किया. इस बीच प्रेम और सौहार्द का अनोखा उदाहरण देखने को मिला.

अलीगढ़ में मुस्लिम समुदाय ने कांवड़ियों के लिए कैंप लगाया
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Published : Mar 4, 2019, 11:49 AM IST

अलीगढ़: मुस्लिम समुदाय के लोगों ने महाशिवरात्रि पर्व पर प्रेम और सौहार्द की अनोखी मिसाल पेश की है. मुस्लिम लोगों ने सासनी गेट चौराहे पर कांवड़ियों के लिए कैंप लगाया और भंडारे का आयोजन किया. इस कैंप में कावड़ियों के खाने-पीने से लेकर उनकी तबियत खराब होने पर डॉक्टर की व्यवस्था भी उपलब्ध है.

अलीगढ़ में मुस्लिम समुदाय ने कांवड़ियों के लिए कैंप लगाया

जहां एक तरफ भारत-पाक के बीच तनाव बना हुआ है. तो वहीं मुस्लिम समुदाय ने देश की गंगा-जमुनी तहजीब पेश करते हुए कांवड़ियों की सेवा के लिए कैंप लगाया है. ये लोग शिव भक्तों को फल, दूध व मिष्ठान वितरित कर रहे हैं. अमानुल्लाह व उनके सहयोगियों ने कैंप लगाकर भाई-चारे की मिसाल पेश की है. हिंदुओं के त्यौहारों पर मुस्लिम समुदाय बड़े हर्ष के साथ शरीक हुआ और भाई-चारे का संदेश दिया.

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अमानुल्लाह कई सालों से महाशिवरात्रि पर कांवरियों के लिए कैंप लगा रहे हैं. उन्होंने बताया कि हम सब एक साथ है, एक दूसरे के त्योहार मनाते हैं और सबसे पहले हम सब भारतवासी हैं. वहीं नवाब खान ने बताया कि हम देश की संस्कृति और हर धर्म की आस्था का सम्मान करते हैं. उन्होंने कहा कि हमें एक दूसरे से मिलकर रहना चाहिए और देश के संविधान के साथ खड़ा रहना चाहिए .

अलीगढ़: मुस्लिम समुदाय के लोगों ने महाशिवरात्रि पर्व पर प्रेम और सौहार्द की अनोखी मिसाल पेश की है. मुस्लिम लोगों ने सासनी गेट चौराहे पर कांवड़ियों के लिए कैंप लगाया और भंडारे का आयोजन किया. इस कैंप में कावड़ियों के खाने-पीने से लेकर उनकी तबियत खराब होने पर डॉक्टर की व्यवस्था भी उपलब्ध है.

अलीगढ़ में मुस्लिम समुदाय ने कांवड़ियों के लिए कैंप लगाया

जहां एक तरफ भारत-पाक के बीच तनाव बना हुआ है. तो वहीं मुस्लिम समुदाय ने देश की गंगा-जमुनी तहजीब पेश करते हुए कांवड़ियों की सेवा के लिए कैंप लगाया है. ये लोग शिव भक्तों को फल, दूध व मिष्ठान वितरित कर रहे हैं. अमानुल्लाह व उनके सहयोगियों ने कैंप लगाकर भाई-चारे की मिसाल पेश की है. हिंदुओं के त्यौहारों पर मुस्लिम समुदाय बड़े हर्ष के साथ शरीक हुआ और भाई-चारे का संदेश दिया.

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अमानुल्लाह कई सालों से महाशिवरात्रि पर कांवरियों के लिए कैंप लगा रहे हैं. उन्होंने बताया कि हम सब एक साथ है, एक दूसरे के त्योहार मनाते हैं और सबसे पहले हम सब भारतवासी हैं. वहीं नवाब खान ने बताया कि हम देश की संस्कृति और हर धर्म की आस्था का सम्मान करते हैं. उन्होंने कहा कि हमें एक दूसरे से मिलकर रहना चाहिए और देश के संविधान के साथ खड़ा रहना चाहिए .

Intro:अलीगढ़: अलीगढ़ में मुस्लिम समुदाय ने महाशिवरात्रि पर्व पर सौहार्द की मिसाल पेश की है. मुस्लिम परिवार ने सासनी गेट चौराहे पर कांवरियों के लिए कैंप लगाया और भंडारे का आयोजन किया. इस कैंप में कावड़ियों के खाने पीने से लेकर उनकी तबीयत खराब होने पर दवा व डॉक्टर भी उपलब्ध कराया गया है. अमानुल्लाह, नवाब खान के साथ उनके परिवार व सहयोगी पूरे दिन भर कैंप पर रह कर गुजरने वाले कावड़ियों की सेवा की . उनके साथ मोहम्मद रईस, यामीन, रेशमा खान, रुखसाना बेगम आदि लोग शामिल रहे.


Body: जहां एक तरफ भारत-पाक के बीच तनाव बना है. तो वहीं मुस्लिम समुदाय देश की गंगा जमुनी तहजीब पेश की है. मुस्लिम समुदाय के लोगों ने कांवड़ियों की सेवा के लिए कैंप लगाया है. यह मुस्लिम समुदाय शिव भक्तों को फल, दूध व मिष्ठान वितरित कर रहा है. हालांकि इस शिवरात्रि पर्व पर सैकड़ों कैंप लगे हैं. लेकिन अमानुल्लाह व उनके सहयोगियों ने कैंप लगाकर भाईचारे की मिसाल बनाई है. हिंदुओं के त्योहारों पर मुस्लिम समुदाय बड़े हर्ष के साथ शरीक हुए. इस मौके पर भाईचारे का संदेश दिया है. हिंदू और मुसलमान भाई - भाई एक दूसरे से मिल कर रहे और एक दूसरे के त्यौहार को प्रेम भाव से मनाएं.


Conclusion:अमानुल्लाह कई सालों से महाशिवरात्रि पर कांवरियों के लिए कैंप लगा रहे हैं. उन्होंने बताया कि कोई भेदभाव नहीं है. हम सब एक साथ है . एक दूसरे के त्योहार मनाते हैं. उन्होंने कहा हम सब भारतवासी हैं. उन्होंने बताया कि मेरे मन के अंदर की शक्ति कहती है कि सभी लोगों की सेवा करो . इससे भगवान और अल्लाह प्रसन्न रहता है. वहीं नवाब खान ने बताया कि देश की संस्कृति और हर धर्म की आस्था का सम्मान करते हैं. नवाब खान ने कहा कि हमें एक दूसरे से मिलकर रहना चाहिए और देश के संविधान के साथ खड़ा रहना चाहिए . नवाब ने कहा कि इंसान की इंसानियत ही सबसे बड़ी ताकत है. नवाब ने बताया कि वह खुद कावड़ उठा चुके हैं और इससे मेरा मजहब छोटा नहीं होता है. उन्होंने कहा कि हिंदू भाई जब तक ईद में हमारे घर नहीं आते, तब तक मेरी ईद पूरी नहीं होती है.

बाईट- अमानुल्लाह ,कैम्प आयोजक
बाईट- नवाब खान, कैम्प आयोजक
बाईट- नीरज, स्थानीय निवासी

आलोक सिंह,अलीगढ़
9837830535
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