सहारनपुर : आपने वह कहानी सुनी ही होगी कि एक किसान 'भेड़िया आया, भेड़िया आया' का शोर मचाकर गांव वालों को परेशान करता था. एक दिन सच में भेड़िया और उसे कोई बचाने नहीं आया. क्योंकि गांव के लोगों को लगा कि वह फिर से मजाक कर रहा है. ऐसी ही एक घटना हकीकत में चरितार्थ हुई है. जहां डूबने का नाटक करना युवक को भारी पड़ गया.
घटना मंगलवार शाम पांच बजे की है. हरियाणा के अंबाला के गांव धनोरा निवासी 18 वर्षीय मोहित पुत्र चुन्नीलाल अपने कॉलेज के आठ दोस्तों के साथ यमुनानगर के साथ खारा प्रोजेक्ट के ऊपर स्थित पंचमुखी महादेव मंदिर में दर्शन करने आया था. दर्शन के बाद सभी दोस्तों ने यमुना नदी में नहाने का मन बनाया. सभी दोस्त एक साथ नहाने के लिए यमुना में उतर गए. छात्रों ने बताया कि सभी दोस्त नहाकर बाहर आ गए थे, लेकिन मोहित अभी भी नहा रहा था. अचानक वह चिल्लाने लगा कि वह डूब रहा है, सभी दोस्त उसे बचाने के लिए दौड़े और जैसे-तैसे उसको पानी से बाहर निकाला. जब मोहित किनारे पर लाया गया तो वह कहने लगा कि वह तो डूबने का मजाक कर रहा था. इसके बाद हंसने लगा.
इसके बाद मोहित दोबारा यमुना में नहाने के लिए उतर गया. कुछ देर बाद मोहित ने फिर से शोर मचाया कि वह डूब रहा है. इस बार उसके दोस्तों ने समझा कि वह मजाक ही कर रहा है. किसी ने उस पर ध्यान नहीं दिया. हालांकि कुछ देर बाद ही उन्हें एहसास हुआ कि मोहित सच में डूब रहा है, इससे पहले कि वह कुछ समझ पाते मोहित लहरों में ओझल हो गया. उसके दोस्तों ने पानी में उसकी काफी तलाश की लेकिन वह नहीं मिला.
घटना की सूचना मिलते ही मिर्जापुर कोतवाली प्रभारी बीनू सिंह और चौकी प्रभारी बादशाही बाग बिजेंद्र रावल मौके पर पहुंचे. इंस्पेक्टर बीनू सिंह ने बताया कि घटना शाम के वक्त की है. युवक को गोताखोरों की मदद से तलाश किया जा रहा है. देर शाम तक मोहित का पता नहीं चल सका था. पुलिस ने उसके परिजनों को सूचना देकर मौके पर बुला लिया है.
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