अलीगढ़: नगर निकाय चुनाव में अब गिनती के दिन बाकी रह गए है. ऐसे में सभी राजनीतिक दल अपने सियासी समीकरण को देखते हुए निकाय चुनाव के प्रत्याशियों के चयन में जुटी हुई है. इसी कड़ी में शुक्रवार को अलीगढ़ में पार्षद के टिकट के बंटवारो को लेकर समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक हुई. बैठक में क्वार्सी स्थित पार्टी कार्यालय पर जमकर हंगामा देखने को मिला. इस बार 2-3 बार के पार्षद रह चुके करीब 12 लोगों का टिकट काट दिया गया, जिससे नाराज पार्षदों ने आरोप लगाया कि पैसे लेकर के पार्षद का टिकट वितरण किया जा रहा है.
कार्यकार्ताओं का कहना है कि जो लोग पार्टी के सदस्य नहीं है. उनको पार्षद का टिकट दिया गया है. भाजपा और कांग्रेस से आए लोगों को पार्षद का टिकट दिया गया. वहीं समाजवादी पार्टी के स्क्रीनिंग कमेटी के लोगों पर पैसे लेकर टिकट वितरण का आरोप लगा है. मामले को लेकर सपा जिलाध्यक्ष लक्ष्मी धनगर ने कहा, 'समाजवादी पार्टी बड़ा परिवार है और अनबन हर परिवार में होती है. पैसे लेकर टिकट वितरण करने का आरोप गलत है और महानगर अध्यक्ष का ज्यादा हस्तक्षेप है. हम साथ में बैठ कर मामले को निपटाएंगे और कार्यकर्ता को मनाएंगे.
उन्होंने कहा कि टिकट वितरण में महानगर अध्यक्ष का सीधे हस्तक्षेप है. हाईकमान ने उन्हें अधिकार दिए हैं. उन्होंने कहा कि हम किसी कार्यकर्ता के साथ अन्याय नहीं होने देंगे. सभी कार्यकर्ताओं को मनाने की कोशिश करेंगे. उन्होंने कहा कि पैसे लेकर टिकट वितरण करने का आरोप गलत है. किसी के पास इसका प्रूफ नहीं है.
गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी ने अलीगढ़ में 90 में से 38 वार्डों पर पार्षदों के टिकट घोषित कर दिए हैं. इसमें करीब एक दर्जन पुराने पार्षदों को टिकट नहीं दिया गया. जिससे नाराज सपा के कई वरिष्ठ नेता पार्टी कार्यालय पहुंच गए और टिकट कटने पर हंगामा करने लगे. सपा के 3 बार से पार्षद रह चुके यामीन अब्बासी ने कहा, '30-35 साल से नगर निगम की राजनीति कर रहा हूं. लेकिन, मेरे वार्ड से ऐसे व्यक्ति को टिकट दिया गया. जो पार्टी का कार्यकर्ता भी नहीं है. यामीन ने बताया सपा के संघर्षशील वरिष्ठ नेताओं को दरकिनार कर चापलूस और धन बल के आधार पर टिकट का वितरण किया है. जो समाजवादी पार्टी में आज तक नहीं हुआ.' यामीन ने खुलेआम नाम लेकर स्क्रीनिंग कमेटी के पूर्व महानगर अध्यक्ष पर आरोप लगाया.
वार्ड नंबर 80 से 2 बार पार्षद रहे गुफरान ने कहा कि कांग्रेस से आए व्यक्ति को पार्षद का टिकट पैसे लेकर दिया जा रहा है. वहीं, देवेंद्र प्रधान ने आरोप लगाया कि स्क्रीनिंग कमेटी के लोग प्रदेश नेतृत्व को गुमराह कर रहे हैं. वहीं, 20 साल से सपा में काम कर रहे शान मियां ने बताया कि बीजेपी से आए व्यक्ति को टिकट दिया गया. उन्होंने बताया कि पार्षद टिकट वितरण में पैसे चल रहे हैं. उन्होंने कहा कि 3 दिन से लखनऊ भी दौड़ रहे हैं. लेकिन, कोई सुनवाई नहीं हो रही. शान मिया ने कहा कि लगातार धरना देंगे जब तक पुराने कार्यकर्ताओं को टिकट नहीं मिलेगा.
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