अलीगढ़: सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने भारत-पाकिस्तान के बंटवारे पर बयान देकर एक नया विवाद खड़ा कर दिया है. स्वामी प्रसाद मौर्य ने भारत पाकिस्तान बंटवारे को लेकर मोहम्मद अली जिन्ना को क्लीन चिट दी है तो वहीं, इसका सारा दोष हिंदू महासभा के ऊपर मढ़ दिया है. उन्होंने कहा है कि देश का बंटवारा हिंदू महासभा के दबाव में हुआ था. जिन्ना भारत-पाकिस्तान के बंटवारे के लिए जिम्मेदार नहीं थे. स्वामी प्रसाद मौर्य के इस बयान पर हिंदू महासभा ने उन्हें पागल करार दिया और सरकार से मांग की है कि उन्हें जल्द से जल्द सरकारी खर्चे पर पागलखाने में भर्ती कर दिया जाए. ऐसे व्यक्ति देश और समाज के लिए खतरा हैं.
हिंद महासभा ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य कल को मोहम्मद अली जिन्ना को अपना पिता बताने में भी पीछे नहीं हटेंगे. सोमवार को मीडिया से वार्ता के दौरान स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान पर अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अशोक पांडेय ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य एक मानसिक दिवालिया व्यक्ति हैं, जिनको राजनेता कहा जा सकता है. लेकिन, ऐसे व्यक्तियों की जगह पागलखाने में है.
अशोक पांडेय ने कहा कि वे कई बार कह चुके हैं कि उत्तर प्रदेश सरकार सरकारी तौर पर उनको पागल खाने भेजकर उनका इलाज कराए. उनकी मानसिक स्थिति इस समय कुछ भी बोलने की नहीं है. इसलिए वह कुछ भी अनाप-शनाप बोलते रहते हैं. वह आज हिंदू महासभा को देश के विभाजन का जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. कल को वह मोहम्मद अली जिन्ना को अपने पिताजी बताने में भी पीछे नहीं हटेंगे. उनकी जैसी मानसिकता के व्यक्ति पर टिप्पणी करना भी उचित नहीं है. यह देश के लिए खतरा है, समाज के लिए खतरा है. इनको सरकार बहुत जल्द पागलखाने भेजकर उनकी बोलती को बंद करे.
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