अलीगढ़ : डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने शुक्रवार को अलीगढ़ का दौरा किया. इस मौके पर उन्होंने जिले को 274 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की सौगात दी. जिसमें उन्होंने 84 परियोजनाओं का लोकार्पण और 69 परियोजनाओं का शिलान्यास किया. डिप्टी सीएम ने मेरठ जिले को दी गई इन परियोजनाओं को जल्द पूरा करने पर जोर दिया.
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने बताया कि 19 मार्च 2017 को बीजेपी की सरकार बनने के बाद अब तक 1,168 योजनाएं अलीगढ़ जिले को मिल चुकीं हैं. इन परियोजनाओं की लागत करीब 970 करोड़ रुपये की है. कार्यक्रम में संबोधिन के दौरान उन्होंने सपा, बसपा और कांग्रेस पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि राज्य व केंद्र में बीजेपी की डबल इंजन की सरकार है. जनता इसका परिणाम देख रही है.
सपा-बसपा की सरकार जब होती थी, तो उनका लक्ष्य केवल कुछ जिलों के विकास तक ही सीमित था. बीजेपी की यूपी सरकार प्रदेश के सभी 75 जिलों के विकास के लिए संकल्पित है. प्रदेश के सभी 75 जिलों का सर्वांगीण विकास हो रहा है. बीते 15 सालों में सपा-बसपा की सरकार जितना विकास नहीं कर सकी, उससे ज्यादा विकास कोरोना संकट के बाद बीजेपी की सरकार ने करके दिखाया है.
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बीजेपी ने गरीब के चेहरे पर खुशहाली लाने के लिए बहुत काम किया है. बीजेपी की सरकार में जितना किसानों के लिए काम हुआ है, उतना उतना राहुल गांधी और अखिलेश यादव ने किसानों के लिए कभी नहीं किया है. उन्होंने कहा कि यदि केंन्द्र और राज्य में जनता बीजेपी की सरकार नहीं बनाती, तो अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण नहीं होता. वर्ष 2014 से पहले सपा, बसपा और कांग्रेस के लोग अयोध्या दर्शन के लिए नहीं जाते थे, न ही कुंभ नहाने जाते थे.
राहुल गांधी का खानदान कभी मंदिर नहीं जाता था, वह केवल रोजा इफ्तार की बातें करते थे. तुष्टीकरण के अलावा इनके पास कुछ नहीं है. अब अखिलेश यादव के अंदर बैठा जिन्न बाहर निकल आया है. उन्होंने देश का विभाजन कराने वाले मोहम्मद अली जिन्ना का नाम देश को एकजुट करने वाले सरदार पटेल के साथ जोड़ दिया. अखिलेश अली जिन्ना को अब जिन्ना भी नहीं बचा सकते. डिप्टी सीएम ने कहा कि अखिलेश यादव 2022 के चुनाव में बीजेपी की सरकार बनने से नहीं रोक सकते.
अलीगढ़ से नरौरा जाने वाले रामघाट रोड का नाम बदला
अलीगढ़ जनपद से नरौरा तक जाने वाली रामघाट रोड का नाम रामघाट-कल्याण मार्ग कर दिया गया है. उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने शुक्रवार को सर्किट हाउस में आयोजित एक कार्यक्रम में इसकी घोषणा की है. इससे पहले क्वार्सी चौराहे पर रामघाट-कल्याण मार्ग के बड़े-बड़े फ्लैक्स बोर्ड और बैनर लगाए गए थे. चौराहे पर लगे रामघाट-कल्याण मार्ग के पोस्टर चर्चा में रहे.
यह पोस्टर डिप्टी सीएम के अलीगढ़ आने से पूर्व ही लगाए गए थे. हालांकि रामघाट-कल्याण मार्ग की घोषणा कुछ समय पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की थी. सीएम योगी द्वारा की गई यह घोषणा केवल प्रस्तावित थी. लेकिन डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने रामघाट सड़क मार्ग के साथ यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का नाम जोड़कर नए मार्ग की घोषणा कर दी.
डिप्टी सीएम ने केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि राम मंदिर के लिए सत्ता की परवाह किए बिना कल्याण सिंह ने सीएम के पद से इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के नाम से अलीगढ़ से रामघाट तक जाने वाली सड़क का नाम रामघाट-कल्याण मार्ग रखा गया है.
किसानों ने सरकार के खिलाफ किया विरोध प्रदर्शन
केंन्द्र सरकार ने भले ही तीनों कृषि कानून वापस लेने का ऐलान कर दिया हो, लेकिन किसान संगठनों का अभी भी प्रदर्शन जारी है. किसान संगठन अब सरकार से एमएसपी पर गारंटी देने की मांग कर रहे हैं. इसी कड़ी में शुक्रवार को मेरठ में भारतीय किसान सेना के नेता/कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया.
भारतीय किसान सेना के राष्ट्रीय संगठन प्रभारी मोहम्मद समीर ने बताया कि वह किसानों के स्थानीय मुद्दे और एमएसपी पर गारंटी की मांग को लेकर डीएम को ज्ञापन देने जा रहे थे. रास्ते में गभाना टोल प्लाजा पर पुलिस ने उन्हें रोक लिया.
टोल प्लाजा पर रोके जाने के बाद किसान संगठन के कार्यकर्ता धरने पर बैठ गए. इस दौरान पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच नोंकझोंक भी हुई. प्रदर्शनकारियों ने डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य द्वारा साथा चीनी मिल के उद्घाटन करने का भी विरोध किया.
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