अलीगढ़: योगी सरकार महिलाओं की सुरक्षा के तमाम दावे करती है लेकिन यह दावे धरातल पर खोखले नजर आ रहे हैं. इसकी बानगी अलीगढ़ में देखने को मिली जहां 12वीं क्लास में पढ़ने वाली एक छात्रा ने छेड़छाड़ तंग आकर अपनी पढ़ाई छोड़ दी है. छात्रा डॉक्टर बनना चाहती है, लेकिन मनचलों की वजह से उसने स्कूल जाना बंद कर दिया है. इस मामले में दुख की बात यह है कि छेड़छाड़ को लेकर कई बार पुलिस से शिकायत भी की गई, लेकिन अभी तक आरोपी पुलिस की पहुंच से दूर हैं.
घर में भी परेशान करते हैं मनचले
मामला जिले के देहली गेट थाना क्षेत्र का है. छात्रा का आरोप है कि स्कूल और ट्यूशन जाते समय पड़ोस में रहने वाला एक युवक अपने अन्य कई साथियों के साथ उससे रास्ते में छेड़छाड़ करता है और जान से मारने की धमकी भी देता है. छात्रा का कहना है कि जब उसने स्कूल जाना बंद कर दिया तो मनचलों ने उसे घर में भी परेशान करना शुरू कर दिया है. पीड़िता ने बताया कि जब वह नहाती है तो आरोपी अपने साथियों के साथ उसके घर में कंकड़-पत्थर मारकर भाग जाते हैं. इस संबंध में पीड़ित परिवार बुधवार को एसएसपी कार्यालय पर शिकायत लेकर पहुंचा लेकिन, देर होने की वजह से एसएसपी से मुलाकात नहीं हो सकी.
मैं इंटर में पढ़ती हूं. मेरे कुछ सपने हैं मैं डॉक्टर बनना चाहती हूं, पर वह लोग मुझे डॉक्टर नहीं बनने देना चाहते हैं. वह मेरे पड़ोसी हैं. 9 बजे का स्कूल है मैं 8:30 पर घर से निकलती हूं. जब वह लोग देख लेते हैं कि मैं आ रही हूं तो मुझसे पहले पहुंच जाते हैं. जब वह देख लेते हैं कि मैं अकेले आ रही हूं तो एक से 2-3 हो जाते हैं और जब किसी सहेली के साथ होती हूं तो हट जाते हैं और मुझे धमकी देते हैं कि जान से मार डालेंगे. ये लड़के मुझे 3 तारीख से परेशान कर रहे हैं. मैनें पुलिस में भी इसकी शिकायत की. उनको गवाह चाहिए थे गवाह भी मिल गए हैं. उन लड़कों को डर से मैं स्कूल नहीं जा रही हूं.
पीड़ित छात्रा
मेरी लड़की जब स्कूल जाती है तो रास्ते में वह लड़के मिल जाते हैं. वह लड़के इसे जान से मारने की धमकी देते हैं, उन्हीं के डर से ये स्कूल जाने से इंकार करती है. वह लड़के इसको गंदी-गंदी गालियां भी देते हैं. वह लड़के नहाते समय भी इसको खिड़की से कंकड़ मारते हैं. उन लड़कों ने धमकी दी है कि वह लड़की का वीडियो भी बना सकते हैं. मैनें मुख्यमंत्री, एसएसपी. थाना अध्यक्ष से भी इसकी शिकायत की है. 15 दिन से मेरी लड़की स्कूल नहीं जा रही है.
पीड़ित छात्रा के पिता