अलीगढ़ : जिले में 22-23 जनवरी को होने वाले धर्म संसद का विरोध कर रहे एएमयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष को शुक्रवार को हाउस अरेस्ट कर लिया गया. पूर्व अध्यक्ष सलमान इम्तियाज धर्म संसद का विरोध करते हुए समर्थकों के साथ कलेक्ट्रेट जिलाधिकारी को ज्ञापन देने जा रहे थे.
इस दौरान पुलिस के आला अधिकारी ऊपरकोट स्थित सलमान इम्तियाज के घर पहुंच गए और उनको घर में ही नजरबंद कर दिया. सलमान इम्तियाज ने कहा कि इस धर्म संसद के जरिए गैर समुदाय के मजहब को बदनाम करने का काम किया जा रहा है. यूथ कांग्रेस भी उनका समर्थन कर रही है.
वह बोले कि अलीगढ़ में होने वाली धर्म संसद यानी आतंक की संसद नहीं होने देंगे. इसे आतंकी संसद इस वजह से कह रहे हैं कि एक खास धर्म के लोगों का बड़े पैमाने पर नरसंहार की बात कही जा रही है. ये लोकतंत्र के खिलाफ़ है. इससे देश का माहौल ख़राब करने की कोशिश की जा रही है.
वह बोले कि उनके साथ सभी धर्म और वर्गों के लोग साथ मिलकर इस आतंक की संसद का विरोध कर रहे हैं. जल्द ही आतंक की संसद के समान्तर हम सभी लोग न्याय संसद का आयोजन करेंगे.
वह बोले कि आतंक की संसद को किसी भी कीमत पर नहीं चलने देंगे. सलमान इम्तियाज़ ने कहा कि जिस तरह शासन और प्रशासन का मेरे साथ रवैय्या रहा है इससे सीधे तौर पर पता चलता है कि लोकतंत्र खतरे में है. हमारी हक़ की आवाज़ को दबाया जा रहा है.
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इम्तियाज के समर्थन में यूथ कांग्रेस के जिलाध्यक्ष रूपेश पाठक भी खड़े हो गए हैं. उन्होंने कहा कि सलमान इम्तियाज को नजरबंद किया गया है. सरकार भयभीत है इसलिए आवाज उठाने नहीं दे रही है.
रूपेश पाठक ने बताया कि अलीगढ़ में धर्म संसद को आयोजित नहीं होने देंगे. वहीं, सलमान इम्तियाज को कलेक्ट्रेट नहीं पहुंचने दिया गया. पुलिस फोर्स घर के बाहर लगा दी गई. वहीं, सिटी मजिस्ट्रेट और पुलिस के आला अधिकारी ऊपरकोट स्थित सलमान इम्तियाज़ के घर पहुंचे. इस दौरान सलमान इम्तियाज ने राष्ट्रपति को संबोधित एक ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा. उन्होंने मांग की कि यह आयोजन करने वालों को जेल में डाला जाए. उन्होंने यह भी कहा कि पीएम और सीएम को ज्ञापन इसलिए नहीं सौंपा है कि उन्हीं के संरक्षण में लोग आतंक फैला रहे हैं.
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