अलीगढ़ः योगी सरकार द्वारा अवैध मदरसों को लेकर चलाए जा रहे अभियान के तहत अलीगढ़ जिले की 5 तहसीलों में करीब 103 मदरसे अवैध रूप से संचालित मिले हैं. इनकी रिपोर्ट डीएम इंद्र विक्रमसिंह द्वारा शासन को भेजी जा चुकी है, लेकिन मदरसों की इस जांच के बीच समाजवादी पार्टी से पूर्व विधायक हाजी जमीर उल्लाह ने शासन-प्रशासन को कड़ी चेतावनी देते हुए बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि अगर जांच के बाद मदरसों पर पाबंदी लगाने की कोशिश की गई, तो घर-घर में मदरसे खोले जाएंगे.
दरअसल, शासन के निर्देश पर अवैध मदरसों को चिन्हित करने के लिए कराए जा रहे सर्वे में जिले में मिले 103 अवैध मदरसों की रिपोर्ट शासन को भेज दी गई है. उत्तर प्रदेश मदरसा बोर्ड से इन सभी मदरसों के पास कोई भी मान्यता नहीं मिली है. डीएम इंद्र विक्रमसिंह ने बताया है कि उत्तर प्रदेश मदरसा बोर्ड की ओर से जिले में 125 मदरसे संचालित हैं. इनमें चार सरकारी एवं अन्य मान्यता प्राप्त निजी मदरसे शामिल हैं. करीब 1 माह तक चले इस सर्वे में अधिकारियों की टीमों ने मौके पर जाकर अवैध मदरसों को चिन्हित करने का काम किया. बिना पंजीकरण एवं मान्यता के चलने वाले 103 मदरसों की जानकारी मिली. कुछ मदरसे आगरा चिट्स फंड्स सोसाइटी से पंजीकृत मिले हैं.
वहीं, बुधवार को समाजवादी पार्टी से पूर्व विधायक हाजी जमीरउल्लाह ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि 'अगर जांच के बाद मदरसों पर पाबंदी लगाने की कोशिश की गई, तो घर-घर में मदरसे होंगे. मदरसों की दीवार तोड़ने से इस्लाम को खतरा नहीं है, इस्लाम मजबूत हो रहा है. उन्होंने कहा है कि यह मदरसे 100 क्या 1,000 अवैध हो सकते हैं और इन लोगों ने ज्यादा पाबंदी लगाई तो घर-घर मदरसा होंगे. उन्होंने कहा कि कुरान न रुका है न रुकेगा.
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