अलीगढ़ः अतरौली तहसील के विकास खंड परिसर में जहां एक ओर किसान मेले का आयोजन कर प्रशस्ति पत्र वितरित किया जा रहा है. वहीं 2018 से शुरू हुई भारत सरकार की महत्वपूर्ण योजना प्रधानमंत्री सम्मान निधि के लिए कुछ किसान भटकने को मजबूर दिखे. जिन्होंने मेले के मुख्य अतिथि कमिश्नर जीएस प्रियदर्शी के सामने पीड़ा बताते हुए शिकायत दर्ज कराई. किसानों का आरोप है कि कई बार रजिस्ट्रेशन के बावजूद भी उनको इस योजना का लाभ नहीं मिल सका है.
किसान सम्मान निधी का नहीं मिला लाभ
अतरौली तहसील के विकास खंड परिसर में बुधवार को किसान कल्याण मिशन का आयोजन किया गया. जिसमें किसानों से संबंधित स्टॉल्स भी लगाए गए और फसल की अच्छी पैदावार को लेकर और किसानों को लाभकारी योजनाओं की जानकारी दी गई. इस दौरान किसानों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया. तो वहीं दूसरी ओर तहसील अतरौली इलाके के कल्याणपुर खेड़ा समेत अन्य गांव के करीब एक दर्जन किसानों ने शिकायत दर्ज कराई है. किसानों का आरोप है कि कई बार रजिस्ट्रेशन कराने के बावजूद उन्हें किसान सम्मान निधि का लाभ नहीं मिल सका है.
क्या है किसान सम्मान निधी
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि भारत सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं में से एक योजना है. जो छोटे और सीमान्त किसान, जिनके पास 2 हेक्टेयर से कम भूमि है. उनको आर्थिक सहायता प्रदान करती है. इस योजना के तहत सभी किसानो को न्यूनतम आय सहायता के रूप में प्रति वर्ष 6 हजार रुपये दिये जाने की घोषणा एक दिसंबर 2018 से लागू है. प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत 6 हजार रुपये प्रति वर्ष प्रत्येक पात्र किसान को तीन किश्तों में भुगतान किये जाने का प्रावधान है. जो सहायता राशी सीधे उनके बैंक खातों में जमा होनी होती है. जिसमें प्रत्येक 4 माह के बाद किसान को 2 हजार की सहायता राशी दी जानी चाहिए. लेकिन इस योजना का लाभ न मिलने पर किसान मेले में पहुंचे और अधिकारियों के सामने करीब दो दर्जन किसानों ने शिकायत दर्ज कराई.