हरिद्वार: बीते दिनों धर्मनगरी हरिद्वार में आयोजित धर्म संसद में विवादित बयान देने का मामला अभी थमा भी नहीं है कि अब आयोजक उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में धर्म संसद का आयोजन करने जा रहे हैं. अलीगढ़ में धर्म संसद के आयोजन को लेकर जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी यति नरसिंहानंद गिरि और निरंजनी अखाड़े की महामंडलेश्वर साध्वी अन्नपूर्णा समेत कई साधु-संतों ने विरोधियों की बुद्धि शुद्धि के लिए हवन एवं बगलामुखी का पूजन किया. उन्होंने कहा कि धर्म संसद के जरिए जिहादियों की सच्चाई सामने आ गई है, इसीलिए वे बौखलाए हुए हैं.
हरिद्वार के बाद अब यूपी में भी धर्म संसद का आयोजन होने जा रहा है. यूपी के अलीगढ़ जिले में आगामी 22 और 23 जनवरी को दो दिवसीय धर्म संसद का कार्यक्रम रखा गया है. अलीगढ़ धर्म संसद की आयोजक निरंजनी अखाड़े की महामंडलेश्वर साध्वी अन्नपूर्णा हैं. इसी को लेकर गुरुवार को हरिद्वार के गंगा घाट पर हवन पूजन किया. इस दौरान जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी यती नरसिंहानंद गिरि ने कहा कि धर्म की रक्षा हेतु भगवान से आशीर्वाद और शक्ति प्राप्त करने के लिए आज भगवान सेवा और मां भगवती के रूप बगलामुखी का पूजन किया गया. मां बगलामुखी बुद्धि की देवी हैं.
उन्होंने कहा कि इस पूजन के माध्यम से धर्म की रक्षा के लिए भगवान से शक्ति प्रदान करने के लिए प्रार्थना कर रहे हैं और शत्रुओं का नाश हो सके. हरिद्वार धर्म संसद के विवादित बयान पर यति नरसिंहानंद गिरि ने कहा कि वे इन सवालों को कोई अचानक नहीं उठा रहे हैं. पहले से उठाते आ रहे हैं. हालांकि अब विवाद जान बूझकर उठाए जा रहे हैं. क्योंकि हम लोगों ने जिहादियों की सच्चाई को सबसे सामने लाकर रख दिया है, जिससे जिहादी बौखलाए हुए हैं और ये काम आगे भी चलता रहेगा. अभी अलीगढ़ में है, अगले महीने हिमाचल और उसके बाद हरियाणा के कुरुक्षेत्र में होगा. इसके बाद कई शहरों में इसी तरह के आयोजन होंगे और हिंदुओं को शत्रु मुक्त कराएंगे.
वहीं साध्वी अन्नपूर्णा ने कहा कि अलीगढ़ में आयोजित होने वाली धर्म संसद में जिहाद के खिलाफ अपनी रणनीति लेकर आएंगे. इस अलीगढ़ धर्म संसद का मसकद दुनिया को जिहाद मुक्त करना है. अलीगढ़ धर्म संसद में संतों के साथ पूरा हिंदू समाज आमंत्रित है. धर्म संसद वो जगह है, जहां पर आप अपने विचार रख सकते हैं और जो संवैधानिक अधिकारों का अधिकारी अभीतक पक्षपाती है, उसका इस्तेमाल सभी स्वतंत्रता पूर्वक कर सकें.
बता दें कि बीते दिनों हरिद्वार में तीन दिवसीय धर्म संसद का आयोजन किया गया था, जिसमें साधु-संतों के साथ यूपी शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन नारायण सिंह त्यागी उर्फ वसीम रिजवी भी शामिल हुए. जिनका एक वीडियो भी वायरल हुआ है. इस मामले में वक्ताओं द्वारा भाड़काऊ भाषण देने के विरोध में वसीम रिजवी, साध्वी अन्नपूर्णा और यति नरसिंहानंद गिरि समेत कई लोगों के खिलाफ हरिद्वार शहर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया था. वहीं साधु-संतों की तरफ से भी बुधवार को इस मामले में क्रास एफआईआर दर्ज कराई गई थी.