अलीगढ़ः जनपद में एक किशोरी के साथ गैंगरेप के मामले ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं. पुलिस ने सामूहिक दुष्कर्म के मामले को छेड़छाड़ में दर्ज कर मामले को रफा-दफा करने की कोशिश की है. किशोरी के परिजनों का आरोप है कि पड़ोस के रहने वाले 3 लड़कों ने उसकी नाबालिक बेटी के साथ घर में घुसकर सामूहिक दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया था. किशोरी का जेएन मेडिकल कॉलेज अलीगढ़ में इलाज किया जा रहा है.
शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक इलाके की रहने वाले युवक ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि 14 सितंबर को वह घर से बाहर काम पर गया था. घर में उसके छोटे-छोटे बच्चे ट्यूशन पढ़ने गये थे. उसकी नाबालिग बेटी और पत्नी भी काम पर जाते हैं. लेकिन उस दिन उसकी नाबालिग बेटी घर में अकेली थी. इसी दौरान उसके पड़ोस में रहने वाले 3 लड़के उसके घर में जबरन घुस गए. इसके बाद तीनों लड़कों ने उसकी नाबालिग बेटी के साथ बारी-बारी से दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया. इसके बाद जान से मारने की धमकी देकर सभी चले गए. जब वह और उसकी पत्नी घर पहुंचे तो उन्हें वारदात के बारे में उसकी नाबालिग बेटी ने बताया.
पीड़ित युवक ने बताया कि इसके बाद वह उसी दिन अपनी बेटी के साथ शहर कोतवाली पहुंचकर सामूहिक दुष्कर्म कि शिकायत दर्ज कराई. लेकिन पुलिस ने छेड़छाड़ का मामला दर्ज कर रफा-दफा करने की कोशिश की. पीड़ित ने बताया कि उसकी बेटी 7 दिनों से अलीगढ़ के जेएन मेड़िकल कॉलेज में भर्ती है. जहां उसका इलाज किया जा रहा है. पीड़ित ने बताया कि तीनों आरोपी दबंग हैं. वह उनके बेटे को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं. इस मामले में मंगलवार को अलीगढ़ पहुंची एडीजी अनुपम कुलश्रेष्ठ ने कहा कि ऐसा मामला उनकी जानकारी में नहीं है. वह इस मामले की अलग से समीक्षा करेंगी. जांच के बाद आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी.