अलीगढ़: यूपी के अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में फायरिंग कर दहशत फैलाने वाले आरोपियों पर पुलिस ने 15-15 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया है. सभी आरोपी विभिन्न अपराधों में लंबे समय से फरार चल रहे हैं. सोमवार को अलीगढ़ पुलिस ने 5 आरोपियों पर इनाम घोषित कर दिया. इनमें से 4 आरोपियों पर एएमयू में फायरिंग कर दहशत फैलाने का आरोप है.
मुख्य आरोपी हुआ था गिरफ्तार
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में अक्टूबर माह के प्रथम सप्ताह में जमकर फायरिंग हुई थी. इस फायरिंग में विश्वविद्यालय के 3 छात्र घायल हो गए थे. इस फायरिंग के बाद विश्वविद्यालय का माहौल खराब हो गया था. इस फायरिंग की घटना में 14 अपराधिक तत्वों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था, हालांकि इस घटना में मुख्य आरोपी अकरम टिप्पा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. वहीं, इस घटना में शामिल सलमान ककराला, अनस अहमद उर्फ पाशा और जैद उर्फ जैदुल इस्लाम फायरिंग करने के बाद से फरार चल रहे हैं. सलमान ककराला बदायूं का, अनस अहमद उर्फ पाशा संभल का, जैद उर्फ जैदुल इस्लाम अलीगढ़ के बरला थाना क्षेत्र का रहने वाला है.
फायरिंग में 3 छात्र हुए थे घायल
बता दें कि अक्टूबर माह में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के वीएम हाल में एक छात्र अपने साथियों के साथ जन्मदिन मना रहा था. इस दौरान ये सभी आरोपी अपने एक दर्जन साथियों के साथ वहां पहुंच गए. देखते ही देखते इन लोगों ने जन्मदिन मना रहे छात्रों पर फायरिंग करनी शुरू कर दी. इसके बाद विश्वविद्यालय के ही नॉर्थ हाल में समझौते के नाम पर वीएम हाल के छात्रों को बुलाया गया था. यहां विवाद के इन लोगों ने अन्य छात्रों पर फायरिंग शुरू कर दी. इस फायरिंग में BUMS की पढ़ाई कर रहे डॉक्टर सादिक, फिरोज आलम और अब्दुल्ला गंभीर रूप से घायल हो गए थे.
बाहर से आये युवकों ने की थी फायरिंग
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रॉक्टर प्रोफेसर वसीम अली ने कहा था कि फायरिंग करने वालों में कोई भी एएमयू का छात्र नहीं है. यहां विश्वविद्यालय कैंपस में बाहर से आए युवकों ने फायरिंग की थी. इसके बाद सभी आरोपी फरार हो गए थे. पुलिस ने सोमवार को फरार इन तीन आरोपियों पर 15 -15 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया.
हॉस्टल के कमरे के लिए हुई थी फायरिंग
वहीं, जुलाई 2022 में एमएम हॉस्टल का कमरा खाली नहीं करने पर बाहरी युवकों के साथ धमकाने व फायरिंग करने का मामला सामने आया था, हालांकि इस घटना में आरोपित छात्र अब्दुल हक को निलंबित कर दिया गया था. इस मामले में छात्र अब्दुल हक के साथी रशीद जख्मी ने कैंपस में फायरिंग कर दहशत फैलाई थी. जिसके बाद पुलिस ने पीड़ित छात्र मोहम्मद फैज की शिकायत पर थाना सिविल लाइन में मुकदमा दर्ज किया था. राशिद जख्मी AMU का छात्र नहीं है, लेकिन राशिद का एएमयू में आना जाना लगा रहता था. वह बिहार के चंपारण का रहने वाला है और अलीगढ़ में थाना सिविल लाइन क्षेत्र में रह रहा था.
अपराधियों पर पुलिस कस रही शिकंजा
अलीगढ़ पुलिस ने फरार 3 अभियुक्तों के अलावा वांछित रशीद जख्मी पर भी 15 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है. इसके साथ ही एक अन्य अभियुक्त वांछित अरविंद यादव जो कि सिकंद्राराऊ का रहने वाला है. उस पर भी पुलिस ने 15 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है. बता दें कि अलीगढ़ के एसएसपी कलानिधि नैथानी ने सभी अधीनस्थों को शातिर और हार्डकोर अपराधियों के खिलाफ शिकंजा कसते हुए प्रभावी ढंग से कार्रवाई करने का आदेश दिया है.
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