अलीगढ़ : अलीगढ़ में कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के महानगर अध्यक्ष नाहर सिंह कठेरिया का शव पुलिस ने बरामद किया है. पुलिस के अनुसार उनकी हत्या रुपयों के लेन देन को लेकर की गई है. पुलिस ने मंगलवार शाम को अतरौली इलाके में तालाब के किनारे दफनाये गए शव को बरामद किया है. परिजनों ने बताया कि पुलिस को पहले ही शिकायत की थी. लेकिन परिवार वालों का आरोप है कि पुलिस की लापरवाही से कांग्रेस नेता की हत्या हुई है. वहीं आरोपियों की पकड़ के बाद पुलिस ने घटना का खुलासा किया है. जबकि राजनीतिक दल अब इसे मुद्दा बनाते हुए पीड़ित परिवार के लिए मुआवजा की मांग कर रहे हैं. बता दें कि नाहर सिंह पिछले महीने 14 नवम्बर से गायब थे.
दरअसल, 14 नवम्बर से गायब नाहर सिंह को घर वालों ने तलाश किया. लेकिन काफी तलाशने के बाद भी वह नहीं मिले. इस मामले में पुलिस ने पहले गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की थी. पड़ताल में मछली पालन के धंधे में पार्टनर मोहर सिंह के साथ सीसीटीवी कैमरे में नाहर सिंह आखिरी बार देखे गए थे. जिसके बाद पुलिस ने अपहरण के मामले में मुकदमा दर्ज किया. पुलिस ने मोहर सिंह को पकड़ कर कड़ाई से पूछताछ की. तो घटना का खुलासा हुआ. बताया जा रहा है कि रुपये के लेनदेन को लेकर एक अन्य साथी अजयपाल से नाहर का विवाद हो गया था. जिसके बाद अजय पाल, मोहर सिंह और एक अन्य साथी पंकज की मदद से नाहर सिंह की हत्या कर दी और शव को तालाब के किनारे दफना दिया.
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आरोपियों की निशानदेही पर एक महीने बाद नाहर सिंह के शव को बरामद कर लिया गया है. तीनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी अजय पाल को पुलिस ने गोवा से गिरफ्तार किया है. हालांकि राजनीतिक दल इसे पुलिस की लापरवाही बता रहे हैं और कांग्रेस नेता नाहर सिंह की मौत को मुद्दा बना रहे हैं. मामले में क्षेत्राधिकारी श्वेताभ पांडेय ने बताया कि रुपयों के लेनदेन में नाहर सिंह की हत्या की गई थी. नाहर के शव को बरामद कर लिया गया है. आरोपी अजयपाल, मोहर सिंह और एक अन्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है.
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