अलीगढ़ : जिले में पोलिंग पार्टियां बुधवार को पंचायत चुनाव कराने के लिए रवाना हो गईं. इस दौरान कोविड 19 के नियमों का पालन नहीं कराया जा सका. वहीं, बैलेट बॉक्स में कई खामियां नजर आईं. जंग लगे बैलेट बॉक्स को हथौड़े से खोलते मजदूर नजर आएं. बैलेट बॉक्स में काफी दिक्कत आ रही थी, इससे मतदान कराने वाले कर्मी घंटों परेशान रहे. कुछ बॉक्स के ढक्कन ही नहीं खुल रहे थे, तो कुछ के बंद ही नहीं हो रहे थे. लोकतंत्र की राजनीति में सबसे छोटे चुनाव में ही जंग लगे बैलेट बॉक्स का उपयोग चुनाव आयोग कर रहा है. जिस चुनाव में निष्पक्षता और पारदर्शिता के वायदे किए जाते हैं, जिस बैलेट बॉक्स में बैलेट पेपर पर ठप्पा लगाकर वोट डाला जाता है, उन बैलेट बॉक्स में ही जंग लगी हुई है. पंचायत चुनाव से ठीक एक दिन पहले हथौड़े से ठोक-पीटकर इसे काम लायक बनाया जा रहा है.
मत पेटिकाओं में लगी जंग
बैलेट बॉक्स को ठोक-पीटकर ठीक करने का ये नजारा जिले के खैर ब्लॉक के खैर डिग्री कॉलेज का है. यहां बैलेट बॉक्स को पंचायत चुनाव के ठीक एक दिन पहले सही किया जा रहा है. दअरसल, जंग लगने से इसके ढक्कन खुलने और बंद होने में काफी समस्या हो रही है. इन समस्याओं से पोलिंग पार्टियां परेशान हैं. जिस बैलेट बॉक्स में लोकतंत्र का भविष्य सुरक्षित किया जाता है, यहां उसी की हालत खस्ता है.
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बैलेट बॉक्स के लॉक भी हैं खराब
विधानसभा और लोकसभा चुनाव में वोटिंग ईवीएम के जरिए होती है, लेकिन यूपी में पंचायत चुनाव बैलेट पेपर के जरिए कराये जा रहे हैं. यहां बैलेट पेपर को ही बैलेट बॉक्स में डाला जाता है. बैलेट बॉक्स में ऑटोमैटिक लॉक होता है, जिसे पीठासीन अधिकारी ही लॉक करते हैं. अलीगढ़ में बैलेट बॉक्स के लॉक में ही खामियां पाई जा रही है. मजदूर इसे हथौड़े से ठोककर काम लायक बना रहे हैं. उधर, बैलेट बॉक्स देने वाले चुनाव आयोग के कर्मी का कहना है कि कुछ दिक्कत है, जिसे सही कराया जा रहा है.