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अलीगढ़ : न्यूजीलैंड में आतंकी हमले में मारे गए लोगों को एएमयू छात्रों ने दी श्रंद्धाजलि

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Published : Mar 16, 2019, 12:02 AM IST

एएमयू छात्र संघ ने न्यूजीलैंड में आतंकी हमले में मारे गए 49 लोगों को कैंडल मार्च निकाल कर श्रद्धांजलि दी. इस दौरान नमाज ए जनाजा भी पढ़ा गया. इस दौरान छात्रसंघ अध्यक्ष सलमान इम्तियाज ने इस घटना की निंदा की.

एएमयू छात्र संघ

अलीगढ़ : अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय छात्र संघ ने न्यूजीलैंड में आतंकी हमले में हुई 49 लोगों की मौत पर कैंडल मार्च निकालकर श्रद्धांजलि दी. यह कैंडल मार्च मौलाना आजाद लाइब्रेरी से लेकर बाबा सैयद गेट तक निकाला गया. इस दौरान नमाज ए जनाजा भी पढ़ा गया .

जीलैंड में आतंकी हमले में मारे गए 49 लोगों को कैंडल मार्च निकाल कर श्रद्धांजलि देते एएमयू छात्र संघ.

छात्रों ने यहां कहा कि मुसलमानों और अल्पसंख्यकों पर अटैक किए जा रहे हैं. यह घटना मानवता और लोकतंत्र पर तमाचा है. छात्रसंघ अध्यक्ष सलमान इम्तियाज ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा है कि उन मृतकों के परिवारों के साथ खड़े हैं.

उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार और राष्ट्रपति से गुजारिश है कि मुश्किल हालात में न्यूजीलैंड के मुसलमान के साथ खड़े हो और एकता का प्रदर्शन करें. उन्होंने कहा कि इस तरह के अटैक नहीं होने चाहिए.

अलीगढ़ : अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय छात्र संघ ने न्यूजीलैंड में आतंकी हमले में हुई 49 लोगों की मौत पर कैंडल मार्च निकालकर श्रद्धांजलि दी. यह कैंडल मार्च मौलाना आजाद लाइब्रेरी से लेकर बाबा सैयद गेट तक निकाला गया. इस दौरान नमाज ए जनाजा भी पढ़ा गया .

जीलैंड में आतंकी हमले में मारे गए 49 लोगों को कैंडल मार्च निकाल कर श्रद्धांजलि देते एएमयू छात्र संघ.

छात्रों ने यहां कहा कि मुसलमानों और अल्पसंख्यकों पर अटैक किए जा रहे हैं. यह घटना मानवता और लोकतंत्र पर तमाचा है. छात्रसंघ अध्यक्ष सलमान इम्तियाज ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा है कि उन मृतकों के परिवारों के साथ खड़े हैं.

उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार और राष्ट्रपति से गुजारिश है कि मुश्किल हालात में न्यूजीलैंड के मुसलमान के साथ खड़े हो और एकता का प्रदर्शन करें. उन्होंने कहा कि इस तरह के अटैक नहीं होने चाहिए.

Intro:अलीगढ़ : अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय छात्र संघ ने न्यूजीलैंड में 49 मुसलमानों की मौत पर कैंडल मार्च निकालकर उन्हें श्रद्धांजलि दी. यह कैंडल मार्च मौलाना आजाद लाइब्रेरी से लेकर बाबा सैयद गेट तक निकाला गया और कैंडल जलाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी. इस दौरान नमाज ए जनाजा भी पढ़ा गया . न्यूजीलैंड में हुई आतंकी घटना को पूरी दुनिया में काले दिन के रूप में मनाया जा रहा है. छात्रों ने यहां कहा कि मुसलमानों और अल्पसंख्यकों पर अटैक किए जा रहे हैं. पूरी दुनिया में मानवता और लोकतंत्र पर यह घटना तमाचा है. जिस तरीके से पश्चिमी देशों में इस्लामोफोबिया के जरिए मुसलमानों को डराया जा रहा है, उन्हें धमकाया जा रहा है, और मारा जा रहा है, पूरी दुनिया में इस तरह का माहौल फैलाया जा रहा है. छात्रसंघ अध्यक्ष सलमान इम्तियाज ने इस घटना की निंदा की है . और कहा है कि उन मृतक शहीद परिवारों के साथ खड़े हैं और मौजूदा सरकार और राष्ट्रपति से गुजारिश है कि आज मुश्किल हालात में न्यूजीलैंड के मुसलमान के साथ खड़े हो और एकता का प्रदर्शन करें. उन्होंने कहा कि इस तरह के अटैक नहीं होने चाहिए.


Body:न्यूजीलैंड के शहर क्राइस्ट चर्च की मस्जिद पर नमाज के समय हुए आतंकी हमले से एएमयू के छात्र भी दुखी है. छात्रों का कहना है कि न्यूज़ीलैंड में हुई घटना अमेरिका में हुए 9/11 अटैक से बड़ी घटना है. जो लोग नमाज अदा कर रहे थे. उन पर अटैक किया गया है. और 50 से अधिक लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया. छात्रसंघ सचिव हुजैफा आमिर ने कहा कि भारत सरकार अपनी जिम्मेदारियों को पहचाने और जो लोग इसमें शामिल है. उनके खिलाफ सख्त कारवाई की आवाज उठानी चाहिए. उन्होंने कहा कि जुल्म के खिलाफ उठ खड़े होना चाहिए. क्योंकि एक खास समुदाय को टारगेट किया जा रहा है. और दुनिया भर में नफरत फैलाई जा रही है . उन्होंने कहा कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता और कोई मजहब भी यह नहीं सिखाता है. हुजैफा ने कहा कि जो मजहब वजू के दौरान पानी बहाने की इजाजत नहीं देता है. वह खून बहाने की इजाजत कैसे दे सकता है ? और जो लोग इस घटना में दोषी हैं उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. वही छात्र संघ उपाध्यक्ष हमजा सुफियान ने कहा कि इस तरह की घटना से हम लोग मस्जिदों में जाना नहीं छोड़ेंगे . पूरे देश के मुसलमान मस्जिदों में जाकर नमाज अदा करेंगे. हमजा ने कहा कि जो भी हुआ है गलत हुआ है और उसके खिलाफ आवाज उठानी चाहिए.


Conclusion:छात्र दानिश ने कहा कि दाढ़ी रखने वाला , कुर्ता, पजामा पहनने वाला आतंकवादी नहीं है. दानिश ने कहा कि अमेरिका ने आतंकवाद की एक पहचान बना दी है और इसको इस्लामोफोबिया कहते हैं . न्यूजीलैंड में जिस ने हमला किया. उसकी ना तो दाढ़ी है. न टोपी है. और न कुर्ता पजामा पहने हैं . छात्र ने कहा कि आतंकवादी किसी भी मजहब का हो सकता है . कैबिनेट मेंबर नावेद आलम ने कहा कि घटना में जो भी लोग मारे गए हैं उनके परिवार के साथ खड़े हैं . नावेद ने कहा कि न्यूजीलैंड में हुई घटना से बहुत दुखी है .

बाइट: सलमान इम्तियाज, अध्यक्ष, एएमयू छात्रसंघ
बाइट - हुजैफा आमिर, सचिव, एएमयू छात्रसंघ
बाइट- हमजा सुफियान, उपाध्यक्ष एएमयू छात्रसंघ

आलोक सिंह, अलीगढ
98378 30535
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