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अलीगढ़: AMU छात्रों ने किया विरोध प्रदर्शन, पीएम और सीएम पर लगाए आरोप - अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में एएमयू के छात्रों ने मोबाइल की टॉर्च की रोशनी में CAA के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि पब्लिक को गुमराह करने के लिए यह सरकर का पहला चरण है.

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CAA के विरोध में छात्रों ने किया प्रदर्शन
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Published : Dec 26, 2019, 11:45 PM IST

अलीगढ़: एएमयू (अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी) में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर लगातार विरोध जारी है. गुरुवार शाम को छात्रों ने डक प्वाइंट से लेकर बाबे सैयद गेट तक मोबाइल टॉर्च की रोशनी के साथ CAA का विरोध किया. प्रदर्शन के दौरान छात्रों ने मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. वहीं आरएसएस और भाजपा सरकार से आजादी के नारे भी लगाए गए.

CAA के विरोध में छात्रों ने किया प्रदर्शन.

एएमयू के छात्रों ने सीएए के विरोध में किया प्रदर्शन
एएमयू के छात्रों का प्रोटेस्ट मार्च कैंपस के अंदर ही रहा. वहीं कैंपस के बाहर भारी पुलिस फोर्स तैनात है. एएमयू के 1200 छात्रों के खिलाफ धारा 144 के तहत सिविल लाइन थाने में मुकदमा दर्ज किए जाने को लेकर छात्रों ने विरोध जताया. एएमयू के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष सलमान इम्तियाज ने कहा कि छात्रों की आवाज को दबाया जा रहा है.

उन्होंने कहा कि सोमवार को कैंडल मार्च पीस का संदेश देने के लिए निकाला गया था, जो धारा 144 का उल्लंघन नहीं करती है. यह मुकदमा सिर्फ छात्रों को डराने के लिए दर्ज किया गया है. भाजपा डराने की सियासत कर रही है. कभी लव जिहाद, ट्रिपल तलाक और अब एनआरसी, सीएए के नाम पर डराया जा रहा है. एनपीआर, एनआरसी को लागू कर पब्लिक को गुमराह करने का प्रथम चरण है.

इसे भी पढ़ें:- अलीगढ़: CAA गोष्ठी में BJP MLA का बयान, भारत में बढ़ी है अल्पसंख्यकों की संख्या

तानाशाह के रास्ते पर चल रही सरकार
छात्र आरिफ ने बताया कि यह विरोध जुल्म के खिलाफ है. इस समय हिंदुस्तान की सरकार तानाशाही के रास्ते पर चल रही है, लेकिन वह भूल गए कि इस देश में सुप्रीम कोर्ट और संविधान भी है. वह गैर कानूनी तरीके से नागरिकता संशोधन कानून को लादना चाहते हैं, जो हमें मंजूर नहीं है.

कैंपस के अंदर नहीं लागू होती धारा 144
छात्र नेता कुंवर अखलाक अहमद ने कहा कि कैंपस के अंदर छात्रों पर धारा 144 लागू नहीं होती. जब हम कैंपस में हजारों लोग एक साथ बैठ कर पढ़ सकते हैं तो कैंपस में कहीं भी निकल सकते हैं. मुकदमा बेबुनियाद हैं. नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर विरोध कर रहे लोगों की प्रॉपर्टी सीज करना गलत है.

इसे भी पढ़ें:- AMU के 1200 छात्रों पर मुकदमा दर्ज, CAA के विरोध में किया था प्रदर्शन

अलीगढ़: एएमयू (अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी) में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर लगातार विरोध जारी है. गुरुवार शाम को छात्रों ने डक प्वाइंट से लेकर बाबे सैयद गेट तक मोबाइल टॉर्च की रोशनी के साथ CAA का विरोध किया. प्रदर्शन के दौरान छात्रों ने मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. वहीं आरएसएस और भाजपा सरकार से आजादी के नारे भी लगाए गए.

CAA के विरोध में छात्रों ने किया प्रदर्शन.

एएमयू के छात्रों ने सीएए के विरोध में किया प्रदर्शन
एएमयू के छात्रों का प्रोटेस्ट मार्च कैंपस के अंदर ही रहा. वहीं कैंपस के बाहर भारी पुलिस फोर्स तैनात है. एएमयू के 1200 छात्रों के खिलाफ धारा 144 के तहत सिविल लाइन थाने में मुकदमा दर्ज किए जाने को लेकर छात्रों ने विरोध जताया. एएमयू के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष सलमान इम्तियाज ने कहा कि छात्रों की आवाज को दबाया जा रहा है.

उन्होंने कहा कि सोमवार को कैंडल मार्च पीस का संदेश देने के लिए निकाला गया था, जो धारा 144 का उल्लंघन नहीं करती है. यह मुकदमा सिर्फ छात्रों को डराने के लिए दर्ज किया गया है. भाजपा डराने की सियासत कर रही है. कभी लव जिहाद, ट्रिपल तलाक और अब एनआरसी, सीएए के नाम पर डराया जा रहा है. एनपीआर, एनआरसी को लागू कर पब्लिक को गुमराह करने का प्रथम चरण है.

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तानाशाह के रास्ते पर चल रही सरकार
छात्र आरिफ ने बताया कि यह विरोध जुल्म के खिलाफ है. इस समय हिंदुस्तान की सरकार तानाशाही के रास्ते पर चल रही है, लेकिन वह भूल गए कि इस देश में सुप्रीम कोर्ट और संविधान भी है. वह गैर कानूनी तरीके से नागरिकता संशोधन कानून को लादना चाहते हैं, जो हमें मंजूर नहीं है.

कैंपस के अंदर नहीं लागू होती धारा 144
छात्र नेता कुंवर अखलाक अहमद ने कहा कि कैंपस के अंदर छात्रों पर धारा 144 लागू नहीं होती. जब हम कैंपस में हजारों लोग एक साथ बैठ कर पढ़ सकते हैं तो कैंपस में कहीं भी निकल सकते हैं. मुकदमा बेबुनियाद हैं. नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर विरोध कर रहे लोगों की प्रॉपर्टी सीज करना गलत है.

इसे भी पढ़ें:- AMU के 1200 छात्रों पर मुकदमा दर्ज, CAA के विरोध में किया था प्रदर्शन

Intro:अलीगढ़ : अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में  नागरिकता संशोधन कानून को लेकर लगातार विरोध जारी है.गुरुवार शाम को छात्रों ने डक प्वाइंट से लेकर बाबे सैयद गेट तक मोबाइल टॉर्च की रोशनी के साथ नागरिकता संशोधन कानून का विरोध किया. इस दौरान छात्रों ने मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. वही आरएसएस और भाजपा सरकार से आजादी के नारे भी लगाए गए. हालांकि यह प्रोटेस्ट मार्च कैंपस के अंदर ही रहा. वहीं कैंपस के बाहर भारी पुलिस फोर्स तैनात है. एएमयू के बारह सौ छात्रों के खिलाफ धारा 144 के तहत सिविल लाइन थाने में मुकदमा दर्ज किए जाने को लेकर छात्रों ने विरोध जताया.






Body:एएमयू के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष सलमान इम्तियाज ने कहा कि छात्रों की आवाज को दबाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सोमवार को कैंडल मार्च पीस का संदेश देने के लिए निकाला था. जो धारा 144 का उल्लंघन नहीं करती है. यह मुकदमा सिर्फ छात्रों को डराने के लिए दर्ज किया गया है. उन्होंने कहा कि भाजपा डराने की सियासत कर रही है. कभी लव जिहाद, ट्रिपल तलाक के नाम पर और अब एनआरसी, सीएए के नाम पर डराया जा रहा है. पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष ने कहा कि अब पब्लिक खामोश नहीं बैठेगी. जिस तरह संविधान के विरुद्ध जा कर नागरिकता संशोधन कानून को लाया जा रहा है. इसका समर्थन नहीं करेंगे. अगर साल भर या दो साल भी विरोध करना पड़े. तो विरोध करेंगे. वहीं सलमान इम्तियाज ने कहा कि एनपीआर, एनआरसी को लागू करने का ही प्रथम चरण है. पब्लिक को गुमराह किया जा रहा है. 


Conclusion: छात्र नेता कुंवर अखलाक अहमद ने कहा कि कैंपस के अंदर छात्रों पर धारा 144 लागू नहीं होती. जब हम कैंपस में हजारों लोग एक साथ बैठ कर पढ़ सकते हैं तो कैंपस में कहीं भी निकल सकते हैं. मुकदमा बेबिनियाद छात्रों पर दर्ज किया गया है. उन्होंने कहा कि नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर विरोध कर रहे लोगों की प्रॉपर्टी सीज करना गलत है. जो गांधीवादी तरीके से प्रोटेस्ट कर रहे हैं. उनकी प्रॉपर्टी सीज  की जा रही है. जबकि बुलंदशहर में एक इंस्पेक्टर की मौत पर आरोपियों की प्रॉपर्टी सीज नहीं की गई. यह सरकार का दोहरा नजरिया है.  छात्र आरिफ ने बताया कि यह विरोध जुल्म के खिलाफ है. इस समय हिंदुस्तान की सरकार तानाशाही के रास्ते पर चल रही है. लेकिन वे भूल गए कि इस देश में सुप्रीम कोर्ट और संविधान भी है.  वे गैर कानूनी तरीके से नागरिकता संशोधन कानून7 को लादना चाहते हैं. जो मंजूर नहीं है. 

बाइट - सलमान इम्तियाज, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष, एएमयू
बाइट - कुंवर अखलाक अहमद , छात्रनेता
बाइट - आरिफ, छात्र

आलोक सिंह, अलीगढ़
9837830535


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