अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में शताब्दी समारोह में प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन का लोग स्वागत कर रहे हैं. अमेरिकी उद्यमी और एएमयू के पूर्व छात्र फ्रैंक इस्लाम ने प्रधानमंत्री को एएमयू में निमंत्रण देने के कुलपति के फैसले की सराहना की है. हर कोई इसे एएमयू के लिए एक नये अध्याय के रूप में देख रहा है. जानकारों का मानना है कि इससे भाजपा और एएमयू के बीच की दूरी कम करने में मदद मिलेगी. जो लोग एएमयू को कटघरे में खड़ा करते हैं, उन पर इसका असर दिखेगा.
एएमयू को सबसे अधिक दान दिया
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय को सबसे अधिक चंदा देने वालों में फ्रैंक इस्लाम शामिल है. कई डिपार्टमेंट की बिल्डिंग बनाने के लिए एएमयू के पूर्व छात्र फ्रैंक इस्लाम ने भारी रकम दान दी है. डॉ. फ्रैंक इस्लाम ने बिजनेस मैनेजमेंट विभाग को 12 करोड़ रुपये और जनसंचार विभाग के सभागार के लिए सवा करोड़ों रुपए का दान दिया है. विश्वविद्यालय में जो कि अब तक का सबसे बड़ा दान माना जा रहा है. डॉ. फ्रैंक इस्लाम ने कहा है कि प्रधानमंत्री को निमंत्रण लोगों को करीब लाने के लिए एक नई शुरुआत है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जाति, धर्म से ऊपर पूरे देश के प्रधानमंत्री हैं. जब भी हम करीब आते हैं, तो एक नई शुरुआत होती है और आश्चर्यजनक सफलता प्राप्त करते हैं. फ्रेंक इस्लाम ने कहा कि चार साल के कार्यकाल में विश्वविद्यालय प्रगति के पथ पर आगे बढ़ रहा है.
'प्रगति के पथ पर एएमयू'
एएमयू जनसंपर्क विभाग के सहायक मेंबर इंचार्ज राहत अबरार ने बताया कि सन् 1920 से 2020 तक सबसे ज्यादा चंदा देने वालों में फ्रैंक इस्लाम शामिल है. उन्होंने कहा कि फ्रैंक इस्लाम ही नहीं यूनिवर्सिटी की बिरादरी प्रधानमंत्री के संबोधन का स्वागत कर रही है. 1964 के बाद यह पहला मौका है जब देश का प्रधानमंत्री एएमयू को संबोधित करेंगे. फ्रैंक इस्लाम पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के काफी करीबी माने जाते हैं. वही जो बिडेन के चुनाव में भी उनको बड़ी जिम्मेदारी मिली थी, जो बिडेन ने उन्हें डेमोक्रेटिक पार्टी की जीत के लिए अपनी टीम में शामिल किया था.
आजमगढ़ में जन्मे फ्रैंक इस्लाम 1970 में अमेरिका चले गए थे. एएमयू में उनकी शिक्षा हुई थी. पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने उन्हें अपना सलाहकार बनाया था. बिडेन की चुनावी टीम में फ्रैंक इस्लाम को भी जगह मिली थी.