अलीगढ़: जिले में नगर निगम द्वारा संचालित शेल्टर होम के इंचार्ज पर युवती को ढाई लाख रुपये में बेचने का आरोप लगा है. वहीं युवती और उसके भाई ने थाना गांधी पार्क पहुंचकर पुलिस से मामले की शिकायत की. पुलिस ने पीड़िता का पक्ष सुनकर मामले में कार्रवाई का आश्वासन दिया, जबकि नगर निगम शेल्टर होम का संचालक मौके से फरार हो गया है.
गांधी पार्क चौराहे पर स्थित नगर निगम शेल्टर होम के बाहर शनिवार को एक युवक और युवती बैठे रो रहे थे. स्थानीय लोगों ने दोनों को रोता देखकर पूछताछ सुरू की दी. लोगों के पूछताछ करने पर युवक ने बताया कि वह दोनों भाई-बहन हैं और एटा के रहने वाले हैं. वह दोनों पंजाब की धागा फैक्ट्री में काम करते थे. लॉकडाउन के चलते दोनों पैदल ही अलीगढ़ तक आए थे. पुलिसकर्मियों ने उन्हें गांधी पार्क स्थित शेल्टर होम में पहुंचा दिया था. वह पिछले दो महीने से वहीं ठहरे हुए थे. शेल्टर होम में कुंवर पाल और कुसुम नाम की महिला ने बहन को बेचने का सौदा किया है.
प्रवासी मजदूर महिला को बेचने की कोशिश
पीड़ित युवती ने आरोप लगाया कि शेल्टर होम इंचार्ज शारीरिक संबंध बनाने का दबाव डाल रहा था. जब वह इसमें नाकाम हुआ तो उसने ढाई लाख रुपये में कालीचरण नाम के युवक से सौदा कर दिया. बताया जा रहा है कि कालीचरण युवती को ले जाने आया था. इसकी भनक जब भाई-बहन को लगी तो शेल्टर होम इंचार्ज से दोनों का विवाद हुआ. इस घटना के बाद शेल्टर होम के इंचार्ज ने युवक के साथ मारपीट करके उसे बाहर निकाल दिया.
भाजपा नेता ने दी जानकारी
जानकारी मिलने पर भाजपा नेता राहुल चेतन ने थाना गांधी पार्क पुलिस को घटना से अवगत कराया. गांधी पार्क पुलिस ने दोनों भाई बहन की बात सुनी और मामले की जांच कर एफआईआर दर्ज की. स्थानीय भाजपा नेता राहुल चेतन ने बताया कि यह प्रवासी मजदूर है और नगर निगम के शेल्टर होम में लड़की बेचने की घटना हुई है, जो कि दुखद है. इसके लिए नगर निगम के नगर आयुक्त को आरोपी कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए.