अलीगढ़: जिले में खैर क्षेत्र निवासी राहुल का चीन की दो कंपनियों में डायरेक्टर का खुलासा होने पर आयकर विभाग की टीम जांच के लिए गांव में पहुंची. राहुल गुरुग्राम में रहकर नौकरी करता है, जो दो चाइनीज कंपनियों का डायरेक्टर व शेयर होल्डर बताया जा रहा है. पांच दिन पहले दिल्ली में पकड़े गए चीनी नागरिक की जांच के बाद राहुल का नाम सामने आया. इसके बाद जांच एजेंसियां हरकत में आई हैं. राहुल के गांव में तीन दिन पहले जांच टीम खैर के पीपली पहुंची, लेकिन घर व परिवार की हालत देख कर टीम लौट गई. घरवालों का कहना है कि राहुल निर्दोष है. वह गुरुग्राम में नौकरी करता है.
राहुल का नाम आया सामने
जांच एजेंसी ने राहुल के माता-पिता से मुलाकात की. राहुल के पिता श्याम सुंदर के नाम गांव में 12 बीघा जमीन है. राहुल आईटीआई करने के बाद चार साल पहले नौकरी के लिए दिल्ली चला गया था. वहीं दो छोटे भाई भी दिल्ली में ही प्राइवेट कंपनी में जॉब कर रहे हैं. राहुल के घर के लोग हैरान है कि वो दो कंपनी में डायरेक्टर है और दो कंपनी में शेयर होल्डर है. दरअसल दिल्ली में एक हजार करोड़ के चाइनीज हवाला रैकेट कारोबार में चीनी नागरिक के पकड़े जाने के बाद राहुल का नाम सामने आया था.
कंपनियों में शेयर होल्डर बनाया गया
हालांकि राहुल के परिवार में कोई बताने को तैयार नहीं है. परिवार के लोगों का कहना है कि उन्हें इस बारे में कुछ भी मालूम नहीं है. गांव में तरह तरह की चर्चाएं हैं. पिता श्यम सुंदर अपने बेटे को निर्दोष बता रहे हैं. बताया जा रहा है कि राहुल 2019 में गुरुग्राम में मोटर पार्ट बनाने की कंपनी के नौकरी करता था. जहां उसकी सग्गू नाम के व्यक्ति से मुलाकात हुई थी.
इसने दूसरी कंपनी में नौकरी के नाम पर व ज्यादा वेतन देने पर आधार कार्ड व पैन कार्ड लिया था. राहुल सग्गू की बताई कंपनी में ही काम कर रहा है, जिसका एक ऑफिस नोएडा में भी है. उसके कागजों का प्रयोग कर बैंग प्राइवेट लिमिटेड सहित दो कंपनी के डायरेक्टर व चार्ली पैंग और लुओ सैंग में शेयर होल्डर बनाया गया है.
जांच एजेंसियां कर रहीं पड़ताल
इस मामले को लेकर खैर थाने की पुलिस का कहना है कि किसी जांच एजेंसी ने अभी तक पुलिस से कोई मदद नहीं मांगी है. पुलिस का कहना है कि खैर के पीपली गांव के राहुल के नाम पर फर्जीवाड़े की चर्चा है. जांच एजेंसियां तय करेंगी की वो इस फर्जीवाड़े में शामिल है या नहींं.