अलीगढ़: तीन दिनों तक घटना स्थल का निरीक्षण नहीं करना और वादी की समस्या नहीं सुनना थाना प्रभारी को भारी पड़ गया. ड्यूटी में निष्क्रिय रहने पर थाना प्रभारी छर्रा अश्वनी कौशिक को एसएसपी ने पद से हटा दिया है. उनकी जगह प्रमोद कुमार मलिक को छर्रा थाने का प्रभारी बनाया गया है.
एसएसपी कलानिधि नैथानी द्वारा 23 जुलाई को थाना छर्रा का मुआयना किया गया था. जिसमें थाना प्रभारी अश्वनी कौशिक को NCR की जांच में 02 दिन व FIR की जांच में 03 दिन तक भी घटनास्थल का निरीक्षण न करने और वादी की समस्या न सुनने और अभिलेखों के रख-रखाव में मिली खामियों व शिथिल थाना प्रबंधन के कारण थाना प्रभारी छर्रा को पद से हटा दिया गया. अश्वनी कुमार को क्राइम ब्रांच भेजा गया है.
जन सुनवाई में मिली खामी
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी ने कहा कि जनसुनवाई को प्रभावी व बेहतर बनाने के लिए थाना प्रभारी को सक्रिय रह कर ड्यूटी करनी है. थाना छर्रा में मुआयने के दौरान कई खामियां मिली थी. जिसकी विभागीय जांच कराई गई थी. इस लापरवाही को लेकर एसएसपी सख्त दिखे और मंगलवार को थाना प्रभारी को हटा दिया गया.
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एसएसपी ने किया था निरीक्षण
तीन दिन पहले छर्रा थाने का वार्षिक निरीक्षण के लिए एसएसपी कला निधि नैथानी स्वयं गए थे. एसएससी के साथ निरीक्षण में छह सदस्यीय टीम भी साथ गई थी. एसएससी के साथ पहुंची टीम ने थाना प्रभारी द्वारा दिए गए स्टेटमेंट का सत्यापन और चेकिंग कराई. एसएससी के साथ पहुंची टीम ने थाने के मरम्मत कार्य, राजकीय संपत्ति, शस्त्र-कारतूस की स्थिति का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान राज्य संपत्ति, मालखाना, अभिलेखों की गुणवत्ता, परिसर, कर्मचारियों की बैरक की साफ-सफाई की चेकिंग की गई थी, अभिलेखों के रखरखाव खराब मिलने व थाना प्रभारी की लापरवाही पर एसएसपी ने नाराजगी जताई थी. जिसको लेकर थाना प्रभारी अश्वनी कुमार पर गाज गिर गई.