अलीगढ़: जनपद में सोमवार को युवा जाट महासभा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर से एएमयू में पढ़ने वाले हिंदू छात्रों के लिए रामलला के मंदिर निर्माण की मांग की है. साथ ही मंदिर निर्माण के लिए हिंदू महासभा ने 21 लाख रुपये देने की घोषणा की है. जिसमें कहा गया है कि एएमयू में मंदिर निर्माण न होने की स्थिति में जाट महासभा कोई बड़ा फैसला लेगी.
दरअसल, युवा जाट महासभा के जिला अध्यक्ष व अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र आदेश चौधरी ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन होटल में किया. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पूर्व छात्र आदेश चौधरी ने कहा कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में लगभग 4 हजार हिंदू छात्र-छात्राएं शिक्षा ग्रहण करते हैं. उन छात्र-छात्राओं की पूजा अर्चना करने के लिए एएमयू कैंपस में अभी तक कोई मंदिर नहीं है. जिसकी वजह से छात्र छात्राओं को पूजा-अर्चना करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. लिहाजा हमारी मांग है कि एएमयू कैंपस में हिंदू छात्र-छात्राओं के पूजा अर्चना करने के लिए भगवान श्री राम के मंदिर का निर्माण बहुत जल्द होना चाहिए. ऐसे में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर तारिक मंसूर को अगर मंदिर बनवाने के लिए कोई आर्थिक मदद की जरूरत पड़ेगी तो जाट महासभा चंदा इकट्ठा करके 21 लाख रुपया एएमयू को मंदिर बनाने के लिए देगी.
पूर्व छात्र आदेश चौधरी ने यह भी कहा है कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले मुस्लिम छात्रों के लिए हर हॉस्टल में मस्जिद मौजूद है. साथ ही पूरे कैंपस में दर्जनों की तादाद में मस्जिद बनी हुई है. उन्होंने एक पत्र के माध्यम से अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर से मंदिर बनवाने की मांग की है. जाट महासभा के जिलाध्यक्ष ने यह भी कहा है कि मंदिर निर्माण ना होने की स्थिति में जाट महासभा को उग्र आंदोलन के लिए मजबूर होना पड़ेगा. जिसके लिए जिम्मेदार अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर ही होंगे.
पूर्व छात्र ने बताया कि भगवान राम मर्यादा पुरुषोत्तम हैं. जो अनुशासन और सामाजिक व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए जाने जाते हैं. वह छात्रों का मार्गदर्शन करेंगे. इसलिए वह भगवान श्री राम का मंदिर एएमयू कैंपस में छात्रों के लिए चाहते हैं. वहीं, एएमयू कैंपस में दिन प्रतिदिन जो मस्जिदें बन रही हैं. वह निर्माण किस फंड से हो रही हैं. क्या भारत सरकार फंडिंग कर रही है या फिर बाहर के देशों से मस्जिद के लिए पैसा आ रहा है.