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रिश्वत मांगने के आरोप में अलीगढ़ नगर निगम का क्लर्क निलंबित - क्लर्क निलंबित

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में नगर आयुक्त ने जन्म मृत्यु पंजीयन कार्य में तैनात क्लर्क को निलंबित कर दिया. क्लर्क चिरंजीलाल पर रिश्वत मांगने का आरोप है. नगर आयुक्त ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं.

अलीगढ़
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Published : Jan 8, 2021, 10:15 PM IST

अलीगढ़ : अलीगढ़ नगर निगम में जन्म मृत्यु पंजीयन कार्य में तैनात क्लर्क को रिश्वत मांगने के आरोप में नगर आयुक्त ने निलंबित कर दिया. नगर आयुक्त प्रेम रंजन सिंह ने इस बारे में आदेश पत्र भी जारी कर दिया है. नगर आयुक्त ने जारी आदेश में कहा है कि सोशल मीडिया एवं विभिन्न जनप्रतिनिधियों के माध्यम से संज्ञान में आया है कि जन्म मृत्यु पंजीयन कार्य में तैनात लिपिक चिरंजीलाल द्वारा रिश्वत मांगी जाती है. इससे नगर निगम की छवि धूमिल हो रही है. वहीं कर्मचारी सेवा नियमावली का भी उल्लंघन किया गया है. नगर आयुक्त प्रेम रंजन सिंह ने रिश्वत मांगे जाने के आरोप को गंभीरता से लेते हुए आरोपी क्लर्क को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया. चिरंजीलाल को मुख्य कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया है.

मामले की जांच के आदेश

नगर आयुक्त प्रेम रंजन सिंह ने जन्म मृत्यु पंजीयन कार्य में रिश्वत प्रकरण में जांच बैठा दी है. जांच अधिकारी अपर नगर आयुक्त अरुण कुमार गुप्ता को नियुक्त किया गया है. नगर आयुक्त प्रेम रंजन सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री की जीरो टॉलरेंस की नीति पर नगर निगम में काम होगा. जनप्रतिनिधियों और पब्लिक की शिकायत पर चिरंजीलाल के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई है. दो दिनों पहले नगर आयुक्त ने जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने के पटल पर बदलाव किया था. इसमें चार जोन बनाकर नए लिपिक तैनात किए गए और मुख्य क्लर्क चिरंजीलाल को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया.

अलीगढ़ : अलीगढ़ नगर निगम में जन्म मृत्यु पंजीयन कार्य में तैनात क्लर्क को रिश्वत मांगने के आरोप में नगर आयुक्त ने निलंबित कर दिया. नगर आयुक्त प्रेम रंजन सिंह ने इस बारे में आदेश पत्र भी जारी कर दिया है. नगर आयुक्त ने जारी आदेश में कहा है कि सोशल मीडिया एवं विभिन्न जनप्रतिनिधियों के माध्यम से संज्ञान में आया है कि जन्म मृत्यु पंजीयन कार्य में तैनात लिपिक चिरंजीलाल द्वारा रिश्वत मांगी जाती है. इससे नगर निगम की छवि धूमिल हो रही है. वहीं कर्मचारी सेवा नियमावली का भी उल्लंघन किया गया है. नगर आयुक्त प्रेम रंजन सिंह ने रिश्वत मांगे जाने के आरोप को गंभीरता से लेते हुए आरोपी क्लर्क को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया. चिरंजीलाल को मुख्य कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया है.

मामले की जांच के आदेश

नगर आयुक्त प्रेम रंजन सिंह ने जन्म मृत्यु पंजीयन कार्य में रिश्वत प्रकरण में जांच बैठा दी है. जांच अधिकारी अपर नगर आयुक्त अरुण कुमार गुप्ता को नियुक्त किया गया है. नगर आयुक्त प्रेम रंजन सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री की जीरो टॉलरेंस की नीति पर नगर निगम में काम होगा. जनप्रतिनिधियों और पब्लिक की शिकायत पर चिरंजीलाल के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई है. दो दिनों पहले नगर आयुक्त ने जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने के पटल पर बदलाव किया था. इसमें चार जोन बनाकर नए लिपिक तैनात किए गए और मुख्य क्लर्क चिरंजीलाल को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया.

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