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निमोनिया के मरीज से इलाज का 50 हजार प्रतिदिन वसूलने पर कार्रवाई, मैक्सफोर्स अस्पताल सील - Pneumonia treatment at Maxford Hospital

अलीगढ़ के मैक्सफोर्स अस्पताल को डीएम के आदेश के बाद सील कर दिया गया. अस्पताल प्रशासन द्वारा निमोनिया के मरीज से इलाज का 50 हजार रुपये प्रतिदिन वसूलने पर यह कार्रवाई की गई है.

मैक्सफोर्स अस्पताल सील
मैक्सफोर्स अस्पताल सील
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Published : May 19, 2021, 1:11 PM IST

अलीगढ़ : जिले में मरीजों से इलाज के नाम पर ज्यादा फीस लेने पर रामघाट रोड स्थित मैक्सफोर्ट अस्पताल को सील कर दिया गया. निमोनिया का इलाज करने पर मरीज से 50 हजार रुपये प्रतिदिन का चार्ज किया गया था. मरीज के परिजनों ने इसकी शिकायत अलीगढ़ के डीएम से की थी. डीएम के आदेश पर एसीएम ने स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ जांच की, तो अस्पताल के रजिस्टर पर अधिक फीस वसूलने की पुष्टि हुई. स्वास्थ्य विभाग ने मरीज वार्ड को छोड़कर पूरे अस्पताल को सील कर दिया.

मैक्सफोर्स अस्पताल सील
मैक्सफोर्स अस्पताल सील
डीएम से शिकायत करने के बाद सील हुआ अस्पताल

मैक्सफोर्ड अस्पताल में निमोनिया का इलाज कराने आईं 72 वर्षीय सीमा देवी के इलाज का एक दिन का खर्चा जब अस्पताल मैनेजमेंट ने 50 हजार रुपये बताया, तो उनके होश उड़ गए. उन्होंने इसकी शिकायत डीएम चंद्र भूषण सिंह से की. पहले यह अस्पताल कोविड-19 की सूची में शामिल था, लेकिन बाद में सूची से हटा दिया गया. फिर भी यहां गंभीर मरीजों का इलाज किया जा रहा था. इनमें कोरोना के सस्पेक्टेड मरीज भी शामिल हैं. मरीजों से प्रतिदिन ज्यादा रुपये वसूलने की शिकायत को डीएम ने गंभीरता से लेते हुए इसकी जांच एसीएम द्वितीय अंजुम बी को सौंपी. अंजुम बी ने रविवार को स्वास्थ्य विभाग के एसीएमओ डॉ. महेंद्र माथुर के साथ पहुंचकर प्रकरण की जांच की. आरोप सही पाए गए. अस्पताल के रजिस्टर में अधिक वसूली की पुष्टि भी हुई. इसके बाद रजिस्टर सहित अस्पताल के एक हिस्से को सील कर दिया गया और अस्पताल में नए मरीज भर्ती नहीं करने की हिदायत दी गई.

इसे भी पढे़ें- बैंकों से निकलकर सूदखोरों के चंगुल में फंस रहे कर्जदार

ज्यादा फीस लेने की शिकायत सही पाई गई है. अस्पताल की ओपीडी व रजिस्टर को सील कर दिया गया है. अभी अस्पताल में जो मरीज भर्ती हैं, उस एरिया को छोड़कर अस्पताल परिसर को सील किया गया है. आगे अस्पताल संचालक पर कार्रवाई होगी.

-अंजुम बी, एसीएम

यह कार्रवाई अनुचित है. स्वास्थ्य विभाग ने 6 मई को ही मैक्सफोर्ट अस्पताल की कोविड-19 इलाज संबंधी मान्यता खत्म कर दी गई थी. ऐसे में कोविड-19 के हिसाब से फीस लेने के लिए हम बाध्य नहीं है.

-डॉ. चितरंजन सिंह, अस्पताल संचालक

हम अपने रेट से काम करेंगे. जिसको इलाज करवाना है, अस्पताल आएगा. जिसको नहीं करवाना है, मेरे अस्पताल में नहीं आएगा. कोविड पेशेंट भर्ती नहीं कर रहे हैं, लेकिन कोविड-19 सस्पेक्टेड केस अस्पताल में भर्ती किए जा रहे हैं. अस्पताल में आईसीयू का खर्चा 10 हजार रुपये और वेंटिलेटर का खर्चा 15 हजार रुपये है.

-चितरंजन सिंह, डॉक्टर

अलीगढ़ : जिले में मरीजों से इलाज के नाम पर ज्यादा फीस लेने पर रामघाट रोड स्थित मैक्सफोर्ट अस्पताल को सील कर दिया गया. निमोनिया का इलाज करने पर मरीज से 50 हजार रुपये प्रतिदिन का चार्ज किया गया था. मरीज के परिजनों ने इसकी शिकायत अलीगढ़ के डीएम से की थी. डीएम के आदेश पर एसीएम ने स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ जांच की, तो अस्पताल के रजिस्टर पर अधिक फीस वसूलने की पुष्टि हुई. स्वास्थ्य विभाग ने मरीज वार्ड को छोड़कर पूरे अस्पताल को सील कर दिया.

मैक्सफोर्स अस्पताल सील
मैक्सफोर्स अस्पताल सील
डीएम से शिकायत करने के बाद सील हुआ अस्पताल

मैक्सफोर्ड अस्पताल में निमोनिया का इलाज कराने आईं 72 वर्षीय सीमा देवी के इलाज का एक दिन का खर्चा जब अस्पताल मैनेजमेंट ने 50 हजार रुपये बताया, तो उनके होश उड़ गए. उन्होंने इसकी शिकायत डीएम चंद्र भूषण सिंह से की. पहले यह अस्पताल कोविड-19 की सूची में शामिल था, लेकिन बाद में सूची से हटा दिया गया. फिर भी यहां गंभीर मरीजों का इलाज किया जा रहा था. इनमें कोरोना के सस्पेक्टेड मरीज भी शामिल हैं. मरीजों से प्रतिदिन ज्यादा रुपये वसूलने की शिकायत को डीएम ने गंभीरता से लेते हुए इसकी जांच एसीएम द्वितीय अंजुम बी को सौंपी. अंजुम बी ने रविवार को स्वास्थ्य विभाग के एसीएमओ डॉ. महेंद्र माथुर के साथ पहुंचकर प्रकरण की जांच की. आरोप सही पाए गए. अस्पताल के रजिस्टर में अधिक वसूली की पुष्टि भी हुई. इसके बाद रजिस्टर सहित अस्पताल के एक हिस्से को सील कर दिया गया और अस्पताल में नए मरीज भर्ती नहीं करने की हिदायत दी गई.

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ज्यादा फीस लेने की शिकायत सही पाई गई है. अस्पताल की ओपीडी व रजिस्टर को सील कर दिया गया है. अभी अस्पताल में जो मरीज भर्ती हैं, उस एरिया को छोड़कर अस्पताल परिसर को सील किया गया है. आगे अस्पताल संचालक पर कार्रवाई होगी.

-अंजुम बी, एसीएम

यह कार्रवाई अनुचित है. स्वास्थ्य विभाग ने 6 मई को ही मैक्सफोर्ट अस्पताल की कोविड-19 इलाज संबंधी मान्यता खत्म कर दी गई थी. ऐसे में कोविड-19 के हिसाब से फीस लेने के लिए हम बाध्य नहीं है.

-डॉ. चितरंजन सिंह, अस्पताल संचालक

हम अपने रेट से काम करेंगे. जिसको इलाज करवाना है, अस्पताल आएगा. जिसको नहीं करवाना है, मेरे अस्पताल में नहीं आएगा. कोविड पेशेंट भर्ती नहीं कर रहे हैं, लेकिन कोविड-19 सस्पेक्टेड केस अस्पताल में भर्ती किए जा रहे हैं. अस्पताल में आईसीयू का खर्चा 10 हजार रुपये और वेंटिलेटर का खर्चा 15 हजार रुपये है.

-चितरंजन सिंह, डॉक्टर

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