अलीगढ़: भाजपा ने रविवार देर शाम अलीगढ़ नगर निगम महापौर के लिए प्रशांत सिंघल को प्रत्याशी बनाया है. प्रशांत सिंघल बड़े एक्सपोर्टर और उद्योगपति हैं. भाजपा नगर निकाय संयोजक सुनील पांडे ने इसकी पुष्टि की है. प्रशांत सिंघल का हार्डवेयर का बड़ा कारोबार है. इसके साथ ही प्रशांत ग्रुप ने मथुरा रोड पर कोल्ड स्टोरेज खोला है. वहीं, 2018 में यूपी इंवेस्टर सम्मिट के तहत शिवाश्रित नाम से आलू प्लांट स्थापित किया. इसमें आलू का पाउडर बनता है. वह विदेशों में निर्यात होता है. इस तरह का यह पहला प्लांट है. हालांकि, इनका परिवार समाज सेवा में भी पीछे नहीं रहता है.
प्रशांत सिंघल पिछले कई वर्षों से भाजपा से विधायक और मेयर का टिकट मांग रहे थे. इनको अब भाजपा संगठन ने अलीगढ़ से भाजपा का मेयर प्रत्याशी बनाया है. प्रशांत सिंघल उद्योगपति रमेश सिंघल के बड़े बेटे हैं. ये पिछले 15 सालों से भाजपा से जुड़े हैं. भाजपा प्रत्याशी प्रशांत सिंघल पर नगर निगम की पोखर की जमीन कब्जाने का भी आरोप लगा है. शहर के गूलर रोड स्थित नगर निगम के मालिकाना हक वाली पोखर पर अवैध कब्जे कर बैनामा के जरिए प्लाट बेचने का आरोप है. इसमें एक्सपोर्टर प्रशांत ग्रुप के स्वामी रमेश सिंघल और उनके दोनों बेटे प्रशांत व निशांत पर मुकदमे दर्ज किए गए थे. यह मामला 2018 में सामने आया था. नगर निगम द्वारा टॉप टेन भू माफिया की लिस्ट की सूची में भी नाम शामिल करने की बात सामने आई थी.
हालांकि, इस मामले में प्रशांत सिंघल कहते हैं कि मुकदमा दबाव में लिखा गया था और अदालत से मामले में स्टे है. बिना सत्यता की जांच किए अधिकारियों ने मुकदमा दर्ज कराए, जोकि एक सोची समझी साजिश के तहत किया गया. वे कहते हैं कि नगर निगम प्रशासन ने मुकदमा छवि खराब करने के लिए लगाया. इस मामले में पर्यावरणविद अंशु गौड़ ने ट्वीट भी किया है कि प्रशासन द्वारा घोषित भू माफिया को मेयर का टिकट दिया गया है, जिन पर खुद नगर निगम की पोखर की जमीन कब्जाने का आरोप है. अंशु गौड़ ने लिखा है कि इस मामले में एफआईआर भी दर्ज की गई थी.
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