ETV Bharat / state

अलीगढ़: गोपालदास नीरज की 95वीं जयंती पर कवियों ने सजाई काव्य संध्या

पद्मभूषण स्वर्गीय गोपालदास नीरज जी की 95वीं जयंती पर अलीगढ़ में कवि सम्मेलन और मुशायरे का आयोजन किया गया. उनके पुत्र मिलन प्रभात गुंजन ने कहा कि पद्मश्री गोपालदास नीरज ट्रस्ट बनाकर नए कवियों को प्रोत्साहित करेंगे.

etv  bharat
पद्मभूषण स्वर्गीय गोपालदास नीरज के 95वें जन्मदिवस पर कवि सम्मेलन का आयोजन
author img

By

Published : Jan 5, 2020, 4:37 PM IST

अलीगढ़: पद्मभूषण स्वर्गीय गोपालदास नीरज की 95वीं जयंती पर कवि सम्मेलन और मुशायरे का आयोजन किया गया. इस मौके पर धर्मपुर कोर्टयार्ड में कवियों ने गीत गाकर उनकी स्मृतियों को ताजा किया. कवियों ने उनकी रचनाओं को गुनगुनाकर नीरज जी का स्मरण किया. उनके पुत्र मिलन प्रभात गुंजन ने कहा कि पद्मश्री गोपालदास नीरज ट्रस्ट बनाकर नए कवियों को प्रोत्साहित करेंगे.

पद्मभूषण स्वर्गीय गोपालदास नीरज के 95वें जन्मदिवस पर कवि सम्मेलन का आयोजन.
बेटे ने कहा संग्रहालय में रखेंगे पिता से जुड़ी दुर्लभ चीजेंनीरज जी के पुत्र मिलन प्रभात गुंजन ने कहा कि हम साहित्यकारों और साहित्य को आगे बढ़ाने का काम करेंगे. वह पिता की स्मृतियों को सहेज कर रखे हैं. नुमाइश मैदान में बन रहे संग्रहालय को पिता से जुड़ी दुर्लभ वस्तुएं दान में देंगे. जिसमें उन्हें मिले वस्त्र, साहित्य से जुड़ी सामग्री, कलम, डायरी, हाथ से लिखे पत्र, पुरानी फोटो और किताबों की कई प्रतियां शामिल होंगी. कवयित्री रेहाना शाहीन ने नीरज जी को याद करते हुए उन पर लिखी कविता सुनाई. उन्होंने कहा कि मैं ऐसा महसूस करती हूं कि वे हमारे बीच में है और हम उन्हें उसी तरीके से याद करते हैं, जैसे वह हमारे साथ मंच पर हों. उन्होंने बताया कि 31 साल तक नीरज जी के साथ मंच को साझा किया. उनके साथ बहुत सी यादें जुड़ी हुई है.

अलीगढ़: पद्मभूषण स्वर्गीय गोपालदास नीरज की 95वीं जयंती पर कवि सम्मेलन और मुशायरे का आयोजन किया गया. इस मौके पर धर्मपुर कोर्टयार्ड में कवियों ने गीत गाकर उनकी स्मृतियों को ताजा किया. कवियों ने उनकी रचनाओं को गुनगुनाकर नीरज जी का स्मरण किया. उनके पुत्र मिलन प्रभात गुंजन ने कहा कि पद्मश्री गोपालदास नीरज ट्रस्ट बनाकर नए कवियों को प्रोत्साहित करेंगे.

पद्मभूषण स्वर्गीय गोपालदास नीरज के 95वें जन्मदिवस पर कवि सम्मेलन का आयोजन.
बेटे ने कहा संग्रहालय में रखेंगे पिता से जुड़ी दुर्लभ चीजेंनीरज जी के पुत्र मिलन प्रभात गुंजन ने कहा कि हम साहित्यकारों और साहित्य को आगे बढ़ाने का काम करेंगे. वह पिता की स्मृतियों को सहेज कर रखे हैं. नुमाइश मैदान में बन रहे संग्रहालय को पिता से जुड़ी दुर्लभ वस्तुएं दान में देंगे. जिसमें उन्हें मिले वस्त्र, साहित्य से जुड़ी सामग्री, कलम, डायरी, हाथ से लिखे पत्र, पुरानी फोटो और किताबों की कई प्रतियां शामिल होंगी. कवयित्री रेहाना शाहीन ने नीरज जी को याद करते हुए उन पर लिखी कविता सुनाई. उन्होंने कहा कि मैं ऐसा महसूस करती हूं कि वे हमारे बीच में है और हम उन्हें उसी तरीके से याद करते हैं, जैसे वह हमारे साथ मंच पर हों. उन्होंने बताया कि 31 साल तक नीरज जी के साथ मंच को साझा किया. उनके साथ बहुत सी यादें जुड़ी हुई है.
Intro:अलीगढ़  : अलीगढ़ में पद्मभूषण स्वर्गीय गोपालदास नीरज के 95वें जन्मदिवस पर कवि सम्मेलन और मुशायरे का आयोजन कर उन्हें याद किया गया. इस मौके पर धर्मपुर कोर्टयार्ड में कवियों ने गीत गाकर उनकी स्मृतियों को ताजा किया. मंच पर उनका शरीर नहीं था लेकिन उनकी रचनाओं को गुनगुनाकर कवियों ने नीरज जी का स्मरण किया. उनके पुत्र मिलन प्रभात गुंजन ने कहा कि पद्मश्री गोपालदास नीरज ट्रस्ट बनाकर के नये कवियों को प्रोत्साहित करेंगे. उन्होंने कहा कि हम साहित्यकारों और साहित्य को आगे बढ़ाने का काम करेंगे. साहित्य ,कला, गद्य, पद, म्यूजिक में टेलेंटेड लोगों आगे बढ़ायेंगे. मिलन प्रभात ने बताया कि वह पिता की स्मृतियों को सहेज कर रखे हैं.  नुमाइश मैदान में बन रहे संग्रहालय को पिता से जुड़ी दुर्लभ वस्तुएं दान में देंगे. जिसमें उन्हें मिले पद्म भूषण, वस्त्र , साहित्य से जुड़ी समग्र सामग्री, कलम, डायरी, हाथ से लिखे पत्र, पुरानी फोटो और किताबों की कई प्रतियां शामिल होंगी. 






Body:मिलन प्रभात ने बताया कि नीरज की कविता एक विशेष क्षेत्र की नहीं है, उन्होंने हर विधा पर लिखा है.  राजनीति,आध्यात्म, श्रंगार, हास्य, देशभक्ति, रुबाई, गजल, मुक्तक, दोहा  पर लिखा है. और हर एक में उन्हें महारत हासिल थी. उन्होंने बताया कि पिताजी की रचनाओं को बचपन से ही गुनगुनाना शुरू किया था .


Conclusion:कवियत्री रेहाना शाहीन ने नीरज जी को याद करते हुए उन पर लिखी कविता सुनाई. उन्होंने कहा कि मैं ऐसा महसूस करती हूं कि वे हमारे बीच में है. और हम उन्हें उसी तरीके से याद करते हैं. जैसे वह हमारे साथ मंच पर हो. उन्होंने बताया कि 31 साल तक नीरज जी के साथ मंच को साझा किया.  उनके साथ बहुत सी यादें जुड़ी हुई है. कवि सम्मेलन व मुशायरे में उनकी सादगी  दिखाई देती थी. रेहाना ने कहा कि उनके स्नेह को कभी भुला नहीं सकते. समाज सेवी राकेश सक्सेना ने कहा कि नीरज जी ने गीतों के माध्यम से लोकप्रियता प्राप्त की थी. उनका 95वां जन्मदिवस र उन्हें याद किया जा रहा है. वह हमारे बीच में नहीं है. लेकिन उनका व्यक्तित्व, कृतित्व आज भी हम सबको प्रेरणा देता है. उन्होंने बताया उनकी स्मृति में गठित पद्म भूषण गोपालदास नीरज ट्रस्ट के माध्यम से नए कवियों व रचनाकारों को बढ़ावा दिया जा रहा है. 

बाइट -  मिलन प्रभात गुंजन,पुत्र , गोपाल दास नीरज
बाइट -रेहाना शाहीन, कवियत्री
बाइट - राकेश सक्सेना, समाज सेवी

आलोक सिंह, अलीगढ़
9837830535


ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.