आगरा: राष्ट्रीय लोक दल (RLD) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी यूपी निकाय चुनाव के बाद 'मिशन-2024' में जुट गए हैं. रालोद मुखिया ने पश्चिमी यूपी में 'समरसता अभियान' शुरू किया है. जिससे लोकसभा चुनाव से पहले राजनीतिक जमीन मजबूत की जा सके. यह अभियान शनिवार को आगरा पहुंच गया है. यहां पर दो दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जयंत चौधरी रहेंगे.
जयंत चौधरी 'मिशन-2024' में अपनी पार्टी को मजबूत करने के लिए 'समरसता अभियान' की शुरुआत की है. इसके तहत शनिवार को फतेहपुर सीकरी विधानसभा के 7 गांव में रालोद मुखिया ने नुक्कड़ सभाएं की. 7 गांव की नुक्कड़ सभा में जयंत चौधरी ने केंद्र और यूपी सरकार को हमलावर रहे. उन्होंने कहा कि केंद्र और यूपी की सरकार किसान विरोधी है. किसान और संगठन मिलकर काम करेंगे तो उनके संगठन को मजबूती मिलेगी.
बता दें कि, रालोद लोकसभा चुनाव 2024 के पहले अपना संगठन मजबूत करना चाहती है. जबकि प्रदेश में सपा और रालोद का अभी गठबंधन है. यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में रालोद के खाते में आगरा की नौ विधानसभा सीटों में से 2 विधानसभा आई थी. ये विधानसभा फतेहपुर सीकरी और आगरा ग्रामीण थी. आगरा में रालोद का खाता भी नहीं खुला था. लेकिन रालोद के उम्मीदवारों ने भाजपा को कड़ी टक्कर दी थी.
फतेहपुर सीकरी लोकसभा क्षेत्र को लेकर रालोद अभी से तैयारी कर रही है. इसलिए ब्रज क्षेत्र में आगरा से जयंत चौधरी ने चुनाव का बिगुल बजाया है. 'समरसता अभियान' के पहले दिन जयंत चौधरी ने नुक्कड़ सभा की शुरुआत की. उन्होंने सीधे किसान, युवा और बुजुर्गों से संवाद किया. जिससे रालोद की राजनीतिक जमीन मजबूत हो. फतेहपुर सीकरी विधानसभा सीट जाट बेल्ट है. इसलिए गांव-गांव जाकर जयंत चौधरी ने किसान और युवाओं से मुलाकात कर रहे हैं. जयंत चौधरी ने किसान और युवाओं से संवाद के साथ ही रालोद के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों से 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटने का मंत्र दिया.
रालोद मुखिया जयंत चौधरी ने अपनी नुक्कड़ सभाओं में केंद्र और यूपी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि, दोनों ही सरकार किसान विरोधी हैं. इसलिए, किसान एकजुट हों. भले ही ये सरकार 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' का नारा देती है. लेकिन जंतर मंतर पर बेटियां धरने पर बैठी हैं. केंद्र सरकार क्यों इन पहलवान बेटियों की सुनवाई नहीं कर रही है. सरकार की कथनी और करनी में अंतर है. इसलिए बेटियां जंतर-मंतर बैठी हैं.
मीडिया से बात करते हुए जयंत चौधरी ने कहा कि 'समरसता अभियान' से अपनी सोच को रालोद नई पीढ़ी तक पहुंचा रही है. जो पुरानी बातें हैं, वो दूर होती हैं. हम सर्वसमाज को लेकर आगे बढ़ रहे हैं. कांग्रेस को लेकर जयंत चौधरी ने कहा कि, कांग्रेस हमारा साझा दल है. राजस्थान में हम गठबंधन में हैं. कांग्रेस और सपा के बीच मध्यस्थता के सवाल पर उन्होंने कहा कि सपा मुखिया अखिलेश यादव गंभीर नेता हैं. हमें किसी की मध्यस्थता की जरूरत नहीं है. उन्होंने नए संसद भवन के बहिष्कार पर कहा कि देश में राष्ट्रपति सर्वोच्च है. पीएम मोदी ने पत्थर पर अपना नाम लिखवाने के लिए राष्ट्रपति को नहीं बुलाया है.
रालोद मुखिया शनिवार की रात आगरा में रात्रि विश्राम करेंगे. रविवार को आगरा ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के गांव इटौरा में सुबह 9 बजे पहुंचेंगे. जहां से 'समरसता अभियान' की फिर शुरुआत करेंगे. इस दौरान जारूआ कटरा, धनौली, खाल खलऊआ, मिढ़ाकुर, सुनारी, बमरौली कटारा के बाद कवीस चौराहा तक जनता से संवाद करेंगे.