आगरा: जिले के धनौली सिरौली रोड पर जलभराव की समस्या है. इसे लेकर ग्रामीणों ने कई बार अधिकारियों से लेकर जनप्रतिनिधियों से शिकायत की. कहीं सुनवाई न होने पर ग्राम प्रधान प्रतिनिधि एवं पूर्व प्रधान राजू, समाजसेवी सावित्री चाहर और प्रेम सिंह चौधरी के नेतृत्व में धनौली और अजीजपुर के ग्रामीण विकास नगर में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैं. प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों की सिर्फ एक ही मांग है कि धनौली में जो जलभराव की समस्या बनी हुई है, उसका निराकरण कराया जाए. ग्रामीणों का कहना है कि जब तक इस समस्या का समाधान नहीं होगा तक तक अनिश्चितकालीन धरना चलता रहेगा.
लोगों का कहना है कि इस जलभराव से अनेक प्रकार की बीमारी फैलने का खतरा भी है. इस मौके पर प्रधान प्रतिनिधि राजू का कहना था कि धनौली में यह समस्या लगभग 10 वर्षों से बनी हुई है. सांसद विधायक चुनाव के समय तो धनौली में दिखते हैं, लेकिन चुनाव जीतने के बाद में उन्हें धनौली गांव की सुध नहीं रहती है. प्रधान प्रतिनिधि राजू का यह भी कहना था कि जलभराव के कारण व्यावसायिक गतिविधियों पर भी गहरा असर पड़ा है, कई ग्राम वासियों के प्रतिष्ठान तक जलभराव की समस्या के कारण बंद हो चुके हैं. जलभराव की समस्या से बीमारियां होने का खतरा भी बना रहता है.
वहीं समाज सेविका सावित्री चाहर ने बताया कि जब भाजपा की सरकार देश में आई थी तब भारत के प्रधानमंत्री ने स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत का नारा दिया था, लेकिन भारत सरकार के किसी भी प्रतिनिधि को धनौली के जलभराव की समस्या का समाधान नहीं दिखता है. प्रधानमंत्री कहते हैं स्वच्छ रहें स्वस्थ रहें, लेकिन इतनी विकराल जलभराव की समस्या के कारण कैसे स्वच्छ रहें और कैसे स्वस्थ रहें.
सावित्री चाहर ने बताया के ग्राम धनौली और अजीजपुर में सड़क के बीच में करीब 4 फुट गहरे गड्ढे हो गए हैं. यहां नाला ना होने के कारण जलभराव एक विकराल समस्या के रूप में सामने आ रहा है. अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे ग्रामीणों का कहना था कि कोई भी जनप्रतिनिधि हमारी बात को सुनने के लिए तैयार नहीं है. हमने कई बार विधायक सांसद को इस समस्या से अवगत भी कराया है.
समाज सेविका सावित्री चाहर के मुताबिक बताया गया जलभराव की समस्या के कारण आए दिन कोई न कोई हादसा होता रहता है. कभी बच्चे तो कभी कोई महिला जलभराव में गिरकर चोटिल हो जाती है. इस दौरान ग्राम वासियों ने प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा. ग्रामीणों ने कहा कि जो विकास की बात करेगा वह देश पर राज करेगा. ग्रामीणों का कहना था कि इस समस्या का जब तक समाधान नहीं हो जाता है तब तक वह अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे रहेंगे.