आगरा : जिले के शाहगंज क्षेत्र की रहने वाली युवती पर हुए जानलेवा हमले मामले में अब पीड़ित परिवार को दबंगों की तरफ से धमकी मिल रही है. इतना ही नहीं दबंगों द्वारा सुलह समझौता बनाने के लिए दबाव भी बनाया जा रहा है. पीड़ित परिवार के मुताबिक उनसे कहा गया है कि यदि फैसला नहीं किया तो नामोनिशान मिटा देंगे.
थाने से रिहा हो गया मुख्य आरोपी
आपको बता दें कि बीते 14 फरवरी को थाना शाहगंज क्षेत्र के खवासपुरा में अनिता नाम की युवती पर इलाके के दबंगों ने जानलेवा हमला बोला था. हमले में युवती के पेट और जांघ में गंभीर चोटें आई हैं. युवती का एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है. इस घटना का वीडियो भी वायरल हुआ था. घटना के बाद पुलिस ने विशाल, राहुल, गणेश और मुन्ना नाम के चार युवकों को हिरासत में लिया था. जिसमें इलाके के दबंग कहे जाने वाले मुन्ना को पुलिस ने थाने से ही छोड़ दिया.
महिलाओं की सुरक्षा के दावे हुए फेल
महिलाओं की सुरक्षा करने वालों का नारा देने वाली भाजपा सरकार के दावे आगरा में खोखले नजर आते हैं. एक तरफ सरकार महिलाओं की सुरक्षा के प्रति कई अभियान चलाती है. लेकिन इस घटना से साफ हो जा रहा है, कि पुलिस योगी सरकार के दावों को पलीता लगा रही है. अब पीड़िता न्याय की गुहार लगा रही है. वो दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त करवाई चाहती है.
दबंगों पर पुलिस मेहरबान
पीड़ित परिवार की मानें तो मुन्ना पुलिस का मुखबिर है. इसलिए पुलिस की दया दृष्टि उसके ऊपर रहती है. 13 फरवरी की रात को भी मुन्ना ने ईदगाह चौराहा पर कुछ राहगीरों की पिटाई की थी. आरोप ये भी लग रहे हैं कि खवासपुरा पुलिस की मेहरबानी के कारण ईदगाह क्षेत्र पर दबंगों का कब्जा है. इतना ही नहीं युवती पर जानलेवा हमले मामले में दबंगों द्वारा सुलह समझौता करने के लिए दबाव भी बनाया जा रहा है. पीड़ित परिवार के मुताबिक उनसे कहा गया है कि यदि समझौता नहीं किया तो नामोनिशान मिटा देंगे.
लेकिन हैरानी वाली बात यह है, कि जहां एक तरफ प्रदेश की योगी सरकार और देश की मोदी सरकार नारी सुरक्षा को लेकर मजबूत कदम उठाए जाने की बात कर रही है. पुलिस भी महिला सुरक्षा को लेकर मजबूत बंदोबस्त के दावे ठोक रही है. फिर ऐसे में एक युवती पर दबंगों द्वारा जानलेवा हमला किए जाने के बाद भी पुलिस कैसे दबंग आरोपियों पर मेहरबान बनी हुई है.