आगराः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भोपाल में 15वीं वंदे भारत एक्सप्रेस (20171) को हरी झंडी दिखाकर दिल्ली के लिए रवाना करेंगे. वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन शनिवार रात को आगरा कैंट स्टेशन पहुंचेगी. इसके बाद 3 अप्रैल से भोपाल के कमलापति स्टेशन से निजामुददीन तक दौड़ने लगेगी. वंदे भारत एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन को लेकर शनिवार रात आगरा कैंट स्टेशन पर कार्यक्रम होगा.
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भोपाल के रानी कमलापति स्टेशन पर दोपहर 3:32 बजे वंदे भारत एक्सप्रेस को झंडी दिखाएंगे. झांसी और ग्वालियर में रुकने के बाद वंदे भारत शनिवार को रात 9:27 बजे आगरा कैंट आएगी. पीआरओ प्रशस्ति श्रीवास्तव ने बताया कि, वंदे भारत एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन का आगरा कैंट स्टेशन पर स्वागत कार्यक्रम एक अप्रैल रात आठ बजे प्लेटफार्म नं.1 पर शुरू होगा. इसमें केंद्रीय विधि एवं न्याय राज्यमंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल ट्रेन को झंडी दिखाकर आगरा कैंट स्टेशन से रवाना करेंगे. समारोह में सांसद राजकुमार चाहर, राज्यसभा सांसद हरद्वार दुबे समेत आगरा के तमाम जनप्रतिनिधि और स्थानीय लोग मौजूद रहेंगे.
वंदे भारत एक्सप्रेस का शेड्यूलः भोपाल से नई दिल्ली के बीच चलने वाली पहली वंदे भारत एक्सप्रेस का रेलवे ने नियमित शेड्यूल जारी कर दिया. ट्रेन शनिवार को छोड़कर प्रतिदिन भोपाल के रानी कमलापति स्टेशन से सुबह 5:40 बजे रवाना होगी. वंदे भारत का पहला स्टॉपेज रानी लक्ष्मीबाई झांसी स्टेशन पर सुबह 8:46 बजे और दूसरा स्टॉपेज ग्वालियर स्टेशन पर सुबह 9:48 बजे होगा. इसके बाद आगरा कैंट पर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन 11:23 बजे पहुंचेगी. ट्रेन अपने चौथे और अंतिम स्टाॅपेज हजरत निजामुद्दीन पर दोपहर 1:10 बजे पहुंचेगी. वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की वापसी ट्रेन हजरत निजामुद्दीन से दोपहर 2:40 बजे होगी. ट्रेन शाम 4:20 बजे आगरा कैंट पहुंचेगी. इसके बाद ग्वालियर में शाम 5:45 बजे, रानी लक्ष्मीबाई झांसी में शाम 7:03 बजे और रानी कमलापति स्टेशन पर रात 10:10 बजे पहुचंकर अपनी यात्रा पूरी करेगी.
इमरजेंसी बटन से छेड़खानी करने जुर्मानाः बता दें कि मेट्रो ट्रेन की तर्ज पर ही वंदे भारत एक्सप्रेस के हर कोच में एक इमरजेंसी बटन है. इससे इमरजेंसी में ट्रेन रोकी जा सकती है. इस बटन के जरिए यात्री अपनी परेशानी सीधे ट्रेन के पायलट को बता सकता है. बिना इमरजेंसी के स्विच दबाने या छेड़खानी करने पर एक हजार रुपये का जुर्माना के साथ ही छह माह की जेल का प्रावधान है. इसके साथ ही लोको पायलट मेट्रो की तरह ही यात्रियों से बात भी कर सकते हैं.
हादसे से भी सुरक्षितः वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को ऐसे डिजाइन किया है कि स्पीड और रनिंग टाइम कंट्रोल किया जा सके. ट्रेन में फ्रंट को एयरो डायनामिक शेप दिया है. ताकि तेज गति पर चलने से इस पर हवा का दबाव न पड़े. ट्रेन के रनिंग टाइम में 10 से 15 सेकंड की बचत होती है. इसमे एक लोको इंजन के दूसरे लोको इंजन के सामने आने की स्थिति में 380 मीटर की दूरी पर ही रुक जाता है. इतना ही नहीं ये खुद ही सीटी बजाना शुरू कर देता है.
वंदे भारत ट्रेन की खासियतः स्वदेशी वंदे भारत ट्रेन बाहर से जितनी सुंदर है. अंदर से उतनी ही बेहतरीन है. वंदे भारत 160 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ सकती है. इसे बढ़ाकर 200 किलोमीटर तक बढ़ाया जा सकता है. इस ट्रेन को 100 किलोमीटर तक की स्पीड पकड़ने में केवल 52 सेकेंड का समय लगता है. ट्रेन के कोच की बात करें तो इस ट्रेन में ऑटोमेटिक दरवाजे हैं. ट्रेन के कोच को 2 क्लास में बांटा गया है. एग्जीक्यूटिव 1 और एग्जीक्यूटिव 2 क्लास. एग्जीक्यूटिव वन में घूमने वाली सीट हैं. जबकि एग्जीक्यूटिव टू में सीटों को घुमाया नहीं जा सकता है.
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