आगरा: उत्तर प्रदेश में योगी सरकार की मंशा हर बेरोजगार को रोजगार देने की है. सरकार की ओर से हर माह रोजगार मेले आयोजित किए जा रहे हैं. जिससे युवाओं को ज्यादा से ज्यादा रोजगार के अवसर मिल सकें. अब सरकार ने ग्रामीण और दूर दराज क्षेत्र में रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए बेटियों को लेकर विधानसभा स्तर पर रोजगार मेले आयोजित करना शुरू किए हैं. जिसका अच्छा रेस्पॉन्स आ रहा है.
केंद्र की मोदी और यूपी की योगी सरकार का जोर ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान करना है. हर हाथ काम के लक्ष्य को लेकर योगी सरकार लगातार अप्रशिक्षित लोगों को प्रशिक्षण देकर कौशल विकास का कार्य कर रही है. इसके साथ ही जिला स्तर पर रोजगार मेलों का आयोजन कर रही है. जिसके जरिए बेरोजगारों को रोजगार मिल रहा है.
जिला रोजगार कार्यालय के सहायक निदेशक चंद्रचूड़ दुबे ने बताया कि पहले जिला स्तर पर रोजगार मेले का आयोजन किया जाता था. अब विधानसभा स्तर पर रोजगार मेले लगाए जा रहे हैं. दूरदराज के युवा और बेटियों को ज्यादा से ज्यादा रोजगार देने के लिए सरकार की ओर से यह कदम उठाया गया है. अब तक आगरा जिले में एत्मादपुर विधानसभा, फतेहपुर सीकरी विधानसभा, छावनी विधानसभा के साथ ही खेरागढ़ विधानसभा क्षेत्र में भी रोजगार मेला लगाया जा चुका है. अन्य विधानसभा क्षेत्रों में रोजगार मेले लगाने के लिए जनप्रतिनिधियों के साथ ही स्थानीय लोगों से समन्वय किया जा रहा है.
विधानसभा स्तर पर आयोजित किए गए चार रोजगार मेले की बात करें तो इनके जरिए 1000 से ज्यादा युवाओं को रोजगार मिला है. रोजगार मेले में सबसे ज्यादा उन कंपनियों में युवाओं को अवसर दिए जा रहे हैं जो, आगरा जिला मुख्यालय पर हैं. जिससे उन्हें दूसरे शहर न जाना पड़े. सहायक निदेशक चंद्रचूड़ दुबे का कहना है कि, रोजगार मेले में शामिल होने के लिए युवाओं को सबसे पहले सेवायोजन पोर्टल पर रजिस्टर करना होता है. उस पोर्टल पर तमाम कंपनियां अपने रिक्त पदों की ओर भर्ती की जानकारी साझा करती हैं. उसी के आधार पर फिर रोजगार के अवसर देने के लिए रोजगार मेले लगाए जाते हैं.
रोजगार कार्यालय के सहायक निदेशक चंद्रचूड़ दुबे का कहना है कि, रोजगार मेले में युवाओं को रोजगार मिलने के साथ ही मॉनिटरिंग भी की जाती है. इसमें हमारी टीम युवाओं से संपर्क करती है और उनसे जॉब ज्वाइन करने की जानकारी जुटाई जाती है. यदि कोई युवा रोजगार मेले में जॉब मिलने के बाद भी ज्वाइन नहीं करता है तो उससे बात की जाती है कि, क्या वजह रही. उसने ज्वाइन क्यों नहीं किया है? क्या कंपनी की ओर से उसके साथ कोई धोखाधड़ी की गई है. ऐसे ही तमाम बिंदु हैं, जिनके जरिए रोजगार मेले में आई कंपनियों और युवाओं से फीडबैक लिया जाता है.
सहायक निदेशक चंद्रचूड़ दुबे का कहना है कि आगरा जिले में रोजगार मेलों की बात करें तो वित्तीय वर्ष 2020-2021 में 18 रोजगार मेले लगाए गए. जिसमें 8371 प्रतिभागियों ने भाग लिया और 3186 अभ्यर्थियों को जॉब मिली. इसी तरह से वित्तीय वर्ष 2022-2023 में 30 रोजगार मेले लगाए गए. जिसमें 11542 प्रतिभागियों ने भाग लिया और 5182 अभ्यर्थियों को रोजगार मिला. विधानसभा स्तर पर लगाए गए चार मेले में 1000 बेरोजगारों को रोजगार मिला है.
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